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नेशनल

छत्तीसगढ़ में नरेंद्र मोदी को मिला ऐसा गिफ्ट, जिंदगी भर भूल नहीं पाएंगे पीएम!

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नरेंद्र मोदी

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छत्तीसगढ़ में एक ऐसा गिफ्ट दिया गया है, जिसे देख हर कोई हैरान रह गया। यहां उन्हें केले के पेड़ से बनी जैकेट और अलसी के पेड़ से बनी शॉल भेंट की गई। शनिवार को राज्य के सहायता समूहों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ये गिफ्ट दिया।

केले के पेड़ के तने से बनी जैकेट और अलसी के पेड़ से बनी शॉल मोदी को खूब पसंद आई। उन्होंने इस गिफ्ट को पहना साथ ही मोदी ने इस कला की जमकर तारीफ की और स्वयं सहायता समूहों को अपनी आय बढ़ाने के लिए ऐसे तरीकों पर काम करने को भी कहा।

बता दें कि बुनकरों के दल में अधिकतर महिलाएं हैं। जैकेट और शॉल बनाने वाले बुनकर पड़ोसी बेह्रादि और कोसमंडल गांवों के हैं। इतना ही नहीं रेवती यादव ने भी अपनी टीम की तरफ से मोदी को जैकेट और पिलेश्वर देवंगन ने प्रधानमंत्री को शॉल भेंट की।

बुनकरों का पूरा दल खाली समय में इस तरह की नई-नई खोज करता रहता है और अनोखी चीजे बनाता रहता है। वे इन उत्पादों को बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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