Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

करुणानिधिः पांच बार मुख्यमंत्री, 3 पत्नियां…, निजी जीवन के बारे में जानें सबकुछ

Published

on

करुणानिधि

Loading

चेन्नई। मंगलवार शाम दक्षिण की राजनीति के भीष्म पितामह कहे जाने वाले एम करुणानिधि का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे कई दिनों से बीमार थे। उनका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा था। करुणानिधि के निधन उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है। मंगलवार की सुबह से ही  करुणानिधि की बिगड़ी तबियत की खबर मिलते ही अस्पताल के बाहर भीड़ जुटनी शुरु हो गई थी।

करुणानिधि

करुणानिधि तमिलनाडु के पांच बार मुख्यमंत्री बने। आज हम आपको उनके निजी जीवन के बारे में एक ऐसा बात बताने जा रहे है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। आपको जानकर हैरानी होगी कि करुणानिधि की तीन पत्नियां थीं। पहली पत्नी के निधन पर उन्होंने शादी की उसके कुछ ही समय बाद एक और महिला पर मोहित हो उठे। दो-दो महिलाओं संग रहने पर कई बार उन्हें विरोधियों की आलोचना सहनी पड़ी। धुरविरोधी अन्नाद्रुमुक नेता स्व. जयललिता भी उन्हें इसको लेकर ताने मारा करतीं थीं।

करुणानिधि तमिल जितना सियासत के लिए सुर्खियों में रहा करते थें उतना ही अपने लव लाइफ के चर्चे भी थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करुणानिधि सुबह एक बीवी के साथ गुजारते थे तो रात दूसरी बीवी के साथ। जब पहली पत्नी पद्मावती का 1944 में निधऩ हो गया तो चार साल बाद ही दयालुअम्मल से उन्होंने शादी रचाई। पहली पत्नी से हुए एमके मुथु नामक बेटे ने गायन और अभिनय को पेशा बना लिया। 60 के दशक की बात है, जब एक चुनाव प्रचार के दौरान करुणानिधि की नजरें रजतिअम्मल नामक महिला से दो-चार हुईं और वह दिल दे बैठे।

बाद में उन्होंने अपनी ही पार्टी की ओर से संचालित मुहिम स्वयं मर्यादा कल्याणम (आत्मसम्मान की शादी) के तहत शादी रचा डाली। पार्टी सूत्र बताते हैं कि कानूनी पचड़े में फंसने की डर से करुणानिधि ने दयालुमल को पत्नी तो रजतिअम्मल को दोस्त का ही दर्जा दिया। हालांकि जब 1968 में कनिमोझी का जन्म हुआ तो उन्होंने रजतिमल को अपनी बेटी की मां करार दिया।

नेशनल

प्रियंका गांधी ने सहारनपुर में किया रोड शो, कहा- मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं

Published

on

Loading

सहारनपुर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 2024 लोकसभा चुनाव के तहत सहारनपुर में रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। प्रियंका ने कहा कि इस देश ने सत्ता को नहीं सत्य को पूजा है और मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं। रोड शो के दौरान प्रियंका गांधी ने रामनवमी पर कहा कि भगवान राम ने भी सत्य की लड़ाई लड़ी थी। जब उनके सामने रावण युद्ध करने के लिए आया तो सारी शक्ति रावण के पास थी, लेकिन भगवान राम ने नौ व्रत रखकर सारी शक्ति अपने पास ले ली थी। इसके बाद रावण से युद्ध किया और सत्य की जीत हुई।

यह रोड शो कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार इमरान मसूद के समर्थन में आयोजित किया गया था। प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं हर जगह यही कह रही हूं कि ये चुनाव जनता का होना चाहिए, जनता के मुद्दों पर होना चाहिए। मोदी जी और बीजेपी के नेता बेरोजगारी, महंगाई, किसानों, महिलाओं की बात नहीं कर रहे हैं। जो असली समस्याएं महिलाओं-किसानों की है, उनके बारे में बात ही नहीं हो रही है। बात इधर उधर की ध्यान भटकाने की हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि जो सत्ता में बैठे हैं, वह माता शक्ति और सत्य के उपासक नहीं हैं, ‘सत्ता’ के उपासक हैं। वो सत्ता के लिए किसी भी हद तक गिर जाएंगे। सत्ता के लिए सरकारें गिरा देंगे, विधायकों को खरीदेंगे, अमीरों को देश की संपत्ति दे देंगे। यह हमारे देश की परंपरा नहीं है। भगवान श्रीराम ‘सत्ता’ के लिए नहीं, ‘सत्य’ के लिए लड़े। इसलिए हम उनकी पूजा करते हैं। आज रामनवमी का शुभ दिन है, इसलिए मैं बहुत खुश हूं। वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि जब भगवान राम युद्ध भूमि में उतरे तो देखा कि माता की शक्तियां रावण के पास थीं। जिसके बाद उन्होंने नौ दिनों तक माता की आराधना की और 108 नील कमल मां के चरणों में अर्पण किए।

उन्होंने कहा कि जिसके बाद माता ने उनकी परीक्षा लेने को सोची और 108वां कमल छिपा दिया। लेकिन, भगवान राम के पास श्रद्धा की शक्ति थी, उन्हें याद आया कि उनकी मां उन्हें बचपन में ‘राजीव लोचन’ कहती थीं। यह बात याद आते ही भगवान राम अपने नयन निकालने ही जा रहे थे, तभी माता ने उन्हें रोकते हुए कहा कि मैं तुम्हारी श्रद्धा से प्रसन्न हुई। मेरी शक्ति तुम्हारे साथ है। हम भगवान राम को इसलिए पूजते हैं, क्योंकि उन्होंने सच्ची श्रद्धा के साथ यह लड़ाई लड़ी और जनता को सर्वोपरि रखा। जनता पर अन्याय करने वाली भाजपा की विदाई तय है।

Continue Reading

Trending