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नेशनल

केजरीवाल के पुराने थिंक टैंक ने लगाए मोदी सरकार पर परिवार को प्रताड़ित करने के आरोप

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नई दिल्ली। स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने बुधवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी) पर प्रदर्शन शुरू करने की वजह से उनके परिवार को निशाना बनाया जा रहा है।

अपने सिलसिलेवार ट्वीट में यादव ने कहा कि हरियाणा के रेवाड़ी में उनकी बहन के परिवार द्वारा चलाए जा रहे दो अस्पतालों पर आयकर विभाग के अधिकारियों ने छापा मारा। इसके दो दिन पहले ही एमएसपी समेत अन्य मुद्दों पर योगेंद्र यादव की रेवाड़ी में नौ दिवसीय स्वराज पदयात्रा पूरी हुई थी।

उन्होंने कहा, मोदी सरकार अब मुझपर हमला कर रही है। रेवाड़ी में मेरी नौ दिवसीय पदयात्रा पूरी होने और एमएसपी व शराब ठेका के खिलाफ प्रदर्शन शुरू करने के दो दिन बाद, रेवाड़ी में मेरी बहनों के अस्पताल सह नर्सिग होम पर छापा मारा गया है। उन्होंने कहा, कृपया मेरी, मेरे घर की तलाशी करें, मेरे परिजनों को क्यों परेशान किया जा रहा है?

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि दिल्ली के 100 से ज्यादा अधिकारियों ने 11 बजे पूर्वाह्न् अस्पताल पर छापा मारा और उनकी बहनों, सालों और भतीजे समेत सभी डॉक्टरों को चैंबर में ‘बंद’ कर दिया गया। यादव ने शाम में एक बार फिर ट्वीट किया कि छापा लगातार जारी है और उनके परिवार के खिलाफ ‘कोई योजना’ बनाई जा रही है।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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