Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मगहर पहुंचें, संत कबीर शोध अकादमी का किया शिलान्यास

Published

on

Loading

उत्तर प्रदेश की बनारस संसदीय सीट से सांसद एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार सुबह मगहर पहुंचे। वह यहां संत कबीर के नाम पर अंतर्राष्ट्रीय अकादमी का शिलान्यास करेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मगहर पहुंच गए हैं।

मोदी सुबह 9.30 बजे लखनऊ के अमौसी हवाईअड्डे पर विशेष विमान से उतरे। वह यहां से हेलीकॉप्टर से मगहर के लिए रवाना हुए। हवाईअड्डे पर उनका स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया ने किया।

यहां वह संत कबीर के निर्वाण स्थल का दौरा भी करेंगे और कबीर के नाम पर बनने वाले अंतर्राष्ट्रीय शोध अकादमी का शिलान्यास करेंगे।

इस मौके पर मुख्य सचिव राजीव कुमार, लखनऊ परिक्षेत्र के आईजी सुजीत पांडेय भी उपस्थित हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संत कबीर की मजार पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करने के दौरान पहनी जानी वाली काराकुल टोपी नहीं पहनी।

मगहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक जनसभा को सम्बोधित किया। (इनपुट आईएएनएस)

उत्तर प्रदेश

रामनवमी पर भगवान सूर्य ने किया रामलला के ललाट पर ‘सूर्य तिलक’

Published

on

Loading

अयोध्या। देशभर में आज रामनवी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार रामनवमी के मौके पर अयोध्या में खास आयोजन किया जा रहा है। 500 साल बाद अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम का सूर्य तिलक किया गया।

वैज्ञानिक दर्पण के जरिए सूर्य की किरण को भगवान रामलला के मस्तक पर पहुंचाया गया। इस दौरान सूर्य की किरणों ने लगभग 4 मिनट तक रामलला के ललाट की शोभा बढ़ाई। शंखों की ध्वनि, मंत्रोच्चारण और पुजारियों की मौजूदगी में सूर्य तिलक के अवसर को और भी शानदार बना दिया। दूसरी ओर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि श्री रामनवमी की पावन बेला में आज, श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्री रामलला सरकार का दिव्य अभिषेक किया गया।

भगवान राम के सूर्याभिषेक के बाद लोगों ने दिव्य दर्शन किए। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद रामलला की ये पहली रामनवमी है। अयोध्या में रामनवमी की अद्भुत और विह्गम छटा दिखने को मिल रही है। इस दौरान रामलला की विशेष पूजा-अर्चना हुई। इस मौके पर राम मंदिर को फूलों और लाइटिंग से सजाया गया है। राम मंदिर के कपाट भक्तों के लिए सुबह 3.30 बजे खोल दिए गए हैं। यहां पर रात 11 बजे तक भक्त रामलला के दर्शन कर सकेंगे। यहां पर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। दोपहर 12.16 बजे रामलला का सूर्यतिलक के भव्य दर्शन हुए।

इससे पहले श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने जानकारी दी थी कि सूर्य के तिलक का सफल परीक्षण पूरा कर लिया गया है। वैज्ञानिकों ने जिस तरह से प्रयास किया है, वह बहुत सराहनीय और वह बहुत अद्भुत है, क्योंकि सूर्य की किरणें भगवान रामलला के ठीक ललाट पर पड़ी है। जैसे ही सूर्य की किरणें प्रभु राम के माथे पर पड़ी, वैसे ही पता चल रहा है कि भगवान सूर्य उदय कर रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा था कि इतना ही नहीं, त्रेता युग में भी जब प्रभु राम ने अवतार लिया था तो उस दौरान सूर्य देव एक महीने तक अयोध्या में रुके थे। त्रेता युग का वह दृश्य अब कलयुग में भी साकार हो रहा है। जब हम प्रभु राम का आरती उतार रहे थे और सूर्य देव उनके माथे पर राजतिलक कर रहे थे तो वह दृश्य बहुत अद्भुत दिख रहा था।

Continue Reading

Trending