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नेशनल

अभी अभी: ईद के अवसर पर लहराए पाकिस्तानी झंडे, एक जवान शहीद

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कश्मीर में कई दिनों से लगातार जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। आज ईद के अवसर पर भी कश्मीर में भारी तनाव का माहौल रहा। ईद के दौरान कश्मीर में पाकिस्तानी झंडे तक लहराए गए। पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा और ईद के इस पाक अवसर पर भी अपने नापाक मंसूबो के चलते सीजफायर का उल्लंघन किया।

कश्मीर में जारी इस घटना के बाद एक लड़के की जान चली गई वहीं एक लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई है। वहीं आज सुबह पाकिस्तान की तरफ से नियंत्रण रेखा के पास हुई फायरिंग में भारतीय सैनिक बिकास गुरंग शहीद हो गया है। इससे पहले गुरुवार को सीआरपीएफ के काफिले की एक बस पर उपद्रवियों द्वारा पथराव का एक विडियो सामने आया था। वहीं हाल ही में भारतीय सैनिक औरंगजेब को भी आतंकियों ने किडनैप कर मार डाला।

हालांकि रमजान और ईद को देखते हुए जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने राजनाथ सिंह के साथ बैठक कर सर्च ऑपरेशन और बाकी कार्यवाहियों पर रोक लगवाई थी। लेकिन आतंकियों को वो भी रास नहीं आया और लगातार हमले होते रहे है। ईद के दो दिन पहले ही कश्मीर के मशहूर पत्रकार और द राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या कर दी गई।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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