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अन्तर्राष्ट्रीय

दुनिया का इंतजार खत्म, गर्मजोशी से मिलाए डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन ने 12 सेकंड तक हाथ

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दुनिया के लोगों का इंतजार खत्म हुआ। मंगलवार को सिंगापुर के सेंटोसा द्वीप के कैपेला होटल में समयानुसार सुबह नौ बजे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (71 वर्ष) और उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन (34 वर्ष) की वार्ता शुरू हुई। दोनों नेताओं के गर्मजोशी से मिलाए गए हाथ ने दोनों देशों के बीच नए शानदार संबंधों का आगाज किया। दोनों नेताओं ने लगभग 12 सेकंड तक हाथ मिलाए।

फोटोग्राफर्स के सामने डोनाल्ड ट्रंप ने अपना हाथ किम जोंग उन के कंधे पर रख लिया। इसके बाद दोनों नेता उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को सुलझाने के प्रयास के तहत मुलाकात के लिए भीतर चले गए।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। यह बेहतरीन चर्चा होगी और मुझे लगता है कि यह सफल रहेगी। यह बहुत सफल होगी और हमारे बीच संबंध बेहतरीन होंगे, इसमें कोई संदेह नहीं है।”

किम जोंग उन ने कोरियाई भाषा में कहा कि पुरानी धारणाएं हमारे मार्ग में बाधा बनी लेकिन हमने इन बाधाओं को पार कर लिया है और आज हम यहां मौजूद हैं।” किम जोंग उन को अंग्रेजी भाषा का ज्ञान नहीं है।

वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, दोनों नेताओं के सिंगापुर से रवाना होने से पहले इस बैठक का संयुक्त बयान जारी किया जाएगा। दोनों नेताओं के बीच यह बैठक लगभग 45 मिनट तक चली। इस दौरान दोनों पक्षों के वरिष्ठ सहयोगी भी थे।

अमेरिका की ओर से ट्रंप के प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री माइक पोम्पियो, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन, व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ जॉन केली और फिलीपींस में अमेरिका के राजदूत सुंग किम भी हैं।

वहीं, उत्तर कोरियाई प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री री योंग हो, उपविदेश मंत्री चो सोन हुई और सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की केंद्रीय समिति के उपाध्यक्ष किम योंग चोल मौजूद हैं।

उत्तर कोरिया के चो और अमेरिकी राजदूत सुंग किम के बीच सोमवार को बैठक को अंतिम रूप देने को लेकर र्कायकारी बैठक हुई थी। दोनों नेता रविवार को ही सिंगापुर पहुंच गए थे और दोनों ने ही सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियन लूंग से अलग-अलग मुलाकातें कीं।

किम जोंग, ट्रंप ने संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने मंगलवार को संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए। द स्ट्रेट्स टाइम्स ने ट्रंप के हवाले से कहा, “हम बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर रहे हैं, यह समग्र दस्तावेज है और हमने साथ में बेहतरीन समय बिताया। एक बेहतरीन संबंध। संवाददाता सम्मेलन में जल्द ही इस चर्चा होगी।”

ट्रंप ने कहा, “हमने विशेष बॉन्ड विकसित किया है। यह बैठक किसी के भी अनुमान से बहुत बेहतर रही।” इसके जवाब में किम जोंग ने कहा, “दुनिया एक बड़ा बदलाव देगी।” किम जोंग और ट्रंप यह ऐतिहासिक बैठक करने वाले अपने देशों के पहले नेता बन गए हैं। दोनों नेताओं ने सेंटोसा द्वीप के कैपेला होटल में मुलाकात की।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने उत्तर कोरिया और अमेरिका के नेताओं के राजनयिक संबंध सुधारने की दिशा में उनके प्रयासों की सराहना की। गुटेरेस ने सोमवार को कहा, “सिंगापुर में जो हो रहा है, उसे पूरी दुनिया देख रही है।”  (इनपुट आईएएनएस)

अन्तर्राष्ट्रीय

हेलीकॉप्टर दुर्घटना में केन्या के रक्षा प्रमुख की मौत, राष्ट्रपति ने दिए जांच के आदेश

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नई दिल्ली। केन्या के आर्मी चीफ जनरल फ्रांसिस ओगोला की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है। उनके साथ हेलीकॉप्टर पर सवार 9 और लोगों की भी जान चली गई। केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो ने घटना के संबंध में जानकारी दी। राष्ट्रपति विलियम रुटो ने कहा कि केन्या के रक्षा प्रमुख और नौ अन्य शीर्ष अधिकारियों की गुरुवार को देश के एक दूरदराज के इलाके में एक सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई।

रुटो ने कहा, ‘मुझे केन्या रक्षा बलों के प्रमुख जनरल फ्रांसिस ओमोंडी ओगोला के निधन की घोषणा करते हुए गहरा दुख हो रहा है। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए एक जांच टीम गठित की गई है और उन्हें एल्गेयो मराकवेट काउंटी में दुर्घटना स्थल पर भेजा गया है।’

रूटो ने बताया कि जनरल ओगोला केन्या के उत्तरी रिफ्ट क्षेत्र में सैनिकों के साथ बैठक करने और वहां पर चल रहे स्कूल नवीकरण का निरीक्षण करने के लिए गुरुवार को नैरोबी से रवाना हुए थे। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए, केन्या रक्षा बलों के कमांडर-इन-चीफ के रूप में, यह केन्या रक्षा बलों की बिरादरी के लिए एक दुखद क्षण है और यह राष्ट्र के लिए सबसे दुर्भाग्यपूर्ण दिन है। हमारी मातृभूमि ने अपने सबसे बहादुर जनरलों में से एक को खो दिया है।’

राष्ट्रपति ने घोषणा की है कि केन्या में शुक्रवार से तीन दिनों का शोक मनाया जाएगा। केन्या के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, जनरल ओगोला 1984 में केन्याई रक्षा बलों में शामिल हुए और केन्या वायु सेना में तैनात होने से पहले 1985 में वो दूसरे लेफ्टिनेंट बने थे। राष्ट्रपति के प्रवक्ता हुसैन मोहम्मद के अनुसार, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद केन्याई राष्ट्रपति ने नैरोबी में देश की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक तत्काल बैठक बुलाई है।

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