Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

रोहिंग्याओं के शिविर में प्रियंका, ट्रोलर्स बोले- शरणार्थी से शादी करने की है तैयारी

Published

on

Loading

यूनिसेफ की गुडविल एम्बेसडर बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने हाल ही में बांग्लादेश स्थित रोहिंग्या शरणार्थियों के कैंपों का दौरा किया। मगर प्रियंका का यह दौरा कुछ लोगों को पसंद नहीं आया और उन्होंने प्रियंका के रोहिंग्याओं के शिविर में जाने पर तंज कसते हुए उन्हें खूब ट्रोल किया।

दरअसल प्रियंका ने इस दौरे की एक फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की जिसमें वह एक एयरक्राफ्ट में बैठी हैं और बाहर देख रही हैं। इस फोटो के कैप्शन में प्रियंका ने लिखा, ‘मैं यूनिसेफ फील्ड विजिट के तहत रोहिंग्या शरणार्थियों के दौरे पर हूं। यहां बच्चे बेघर हो गए हैं, दुनिया को उनका ख्याल करने की जरूरत है। हमें उनका ख्याल करने की जरूरत है।’


इस दौरे के लिए प्रियंका लंदन से ढाका गईं मगर ट्रोलर्स को यह रास नहीं आया। एक ट्रोलर ने लिखा, ‘चैरिटी की शुरुआत घर से होती है। तो प्रियंका आप रोहिंग्या शरणार्थियों के कितने बच्चों को गोद ले रही हैं/’ वहीं दूसरे ने लिखा, ‘प्रियंका ने उनमें से एक रोहिंग्या शरणार्थी से शादी करने का फैसला कर लिया है। बस एक यही तरीका है जिससे वह उनकी मदद कर सकती हैं।’

एक अन्य ने लिखा, ‘यही समस्या हमारे देश में भी है। देश छोड़िए, केवल मुंबई में ही कई बेघर बच्चे हैं, लेकिन कितनी बार आप उनके घर गई हैं और उनकी समस्याओं के बारे में सोचा है। अगर आप अपने घर के पास के बच्चों के बारे में भी सोचेंगी, तो हमें अच्छा लगेगा।’ वहीं एक यूजर ने इसे प्रियंका का पॉलिटिकल स्टंट करार दिया। उन्होंने लिखा, ‘यह केवल राजनीतिक स्टंट और निजी विकास है।’

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

Published

on

Loading

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

Continue Reading

Trending