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अन्तर्राष्ट्रीय

मोदी का श्रीलंका में स्वागत

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कोलंबो | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के आखिरी पड़ाव में शुक्रवार को कोलंबो पहुंचे। यह पिछले 28 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का श्रीलंका का पहला द्विपक्षीय दौरा है। मोदी मॉरीशस के पोर्टलुईस से सुबह 5.25 बजे विशेष विमान से कोलंबो हवाईअड्डा पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने उनका स्वागत किया।
इसके बाद राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने पारंपरिक रूप से उनका स्वागत किया। वह सिरिसेना, विक्रमसिंघे, पूर्व राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगे, विपक्ष के नेला निर्मल श्रीपाला डी सिल्वा और अन्य राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे। पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे भी मोदी से मुलाकात कर सकते हैं। मोदी अपराह्न् में श्रीलंकाई संसद को संबोधित करेंगे। इससे पहले फरवरी 1979 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई, 1962 में जवाहर लाल नेहरू और 1973 में इंदिरा गांधी ने श्रीलंकाई संसद को संबोधित किया था। मोदी की यात्रा के मद्देनजर सिरिसेना सरकार ने शहरभर में सुरक्षा कड़ी कर दी है। शीर्ष कमांडो सहित 1,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। मोदी के दौरे के मद्देनजर श्रीलंका के राष्ट्रपति ने सद्भावना दर्शाते हुए बुधवार को 86 भारतीय मछुआरों को रिहा करने के आदेश दिए थे।

भारत ने भी इसके जवाब में 22 श्रीलंकाई मछुआरों को उनकी नाव के साथ रिहा करने की घोषणा की थी, जिन्हें हाल ही में हिरासत में लिया गया था। दोनों पक्षों के बीच होने वाली बातचीत में मछुआरों का मुद्दा शीर्ष में रहने वाला है। मोदी गृह युद्ध प्रभावित जाफना का दौरा करने वाले ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के बाद दूसरे विदेशी नेता होंगे, जहां वह भारत के सहयोग से बनाए गए घरों को सौंपेंगे। मोदी जाफना में तमिल नेताओं से मुलाकात करेंगे। उनकी इस यात्रा में अनुराधापुरा शहर का दौरा भी शामिल है।

अन्तर्राष्ट्रीय

हेलीकॉप्टर दुर्घटना में केन्या के रक्षा प्रमुख की मौत, राष्ट्रपति ने दिए जांच के आदेश

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नई दिल्ली। केन्या के आर्मी चीफ जनरल फ्रांसिस ओगोला की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है। उनके साथ हेलीकॉप्टर पर सवार 9 और लोगों की भी जान चली गई। केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो ने घटना के संबंध में जानकारी दी। राष्ट्रपति विलियम रुटो ने कहा कि केन्या के रक्षा प्रमुख और नौ अन्य शीर्ष अधिकारियों की गुरुवार को देश के एक दूरदराज के इलाके में एक सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई।

रुटो ने कहा, ‘मुझे केन्या रक्षा बलों के प्रमुख जनरल फ्रांसिस ओमोंडी ओगोला के निधन की घोषणा करते हुए गहरा दुख हो रहा है। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए एक जांच टीम गठित की गई है और उन्हें एल्गेयो मराकवेट काउंटी में दुर्घटना स्थल पर भेजा गया है।’

रूटो ने बताया कि जनरल ओगोला केन्या के उत्तरी रिफ्ट क्षेत्र में सैनिकों के साथ बैठक करने और वहां पर चल रहे स्कूल नवीकरण का निरीक्षण करने के लिए गुरुवार को नैरोबी से रवाना हुए थे। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए, केन्या रक्षा बलों के कमांडर-इन-चीफ के रूप में, यह केन्या रक्षा बलों की बिरादरी के लिए एक दुखद क्षण है और यह राष्ट्र के लिए सबसे दुर्भाग्यपूर्ण दिन है। हमारी मातृभूमि ने अपने सबसे बहादुर जनरलों में से एक को खो दिया है।’

राष्ट्रपति ने घोषणा की है कि केन्या में शुक्रवार से तीन दिनों का शोक मनाया जाएगा। केन्या के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, जनरल ओगोला 1984 में केन्याई रक्षा बलों में शामिल हुए और केन्या वायु सेना में तैनात होने से पहले 1985 में वो दूसरे लेफ्टिनेंट बने थे। राष्ट्रपति के प्रवक्ता हुसैन मोहम्मद के अनुसार, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद केन्याई राष्ट्रपति ने नैरोबी में देश की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक तत्काल बैठक बुलाई है।

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