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Karnataka Election : सोनिया के एक फोन से हार मान चुकी कांग्रेस शामिल हुई सत्ता की दौड़ में, बीजेपी में खलबली
बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब रुझानों के बीच कांग्रेस ने मंगलवार सुबह हार मान ली थी, लेकिन दोपहर बाद कुछ ऐसा हुआ कि शर्मनाक हार के अंदेशे से मुंह छिपा रहे कांग्रेस के नेता अचानक बाहर आ गए और कर्नाटक में सत्ता हासिल करने की दौड़ में शामिल हो गए।
मतगणना के बदलते रुझानों के बीच राजनीति के भी समीकरण बदलने लग गए। ऐसी खबर है कि रूझानों में जैसे ही ये क्लीयर हुआ कि भाजपा बहुमत से दूर रह गई है, यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी एक्टिव हो गईं। उन्होंने कर्नाटक में मौजूद कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद से फोनकर कहा कि वह तुरंत एचडी देवगौडा़ से मिलें और बात करें।
इस फोन का नतीजा ये हुआ कि कांग्रेस का टॉप लीडरशिप एक्टिव हुआ और कुछ देर बाद ही कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया। पार्टी के नेता जी. परमेश्वर ने कहा है कि हम जनादेश को स्वीकार करते हैं। उसके समक्ष नतमस्तक हैं।सरकार बनाने के लिए हमारे पास आंकड़े नहीं है। ऐसे में कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए जेडीएस को समर्थन देने की पेशकश की है।
इसके बाद आजाद ने मीडिया में बयान दिया कि उन्होंने देवगौड़ा और कुमारस्वामी से बात कर ली है। उन्होंने हमारे ऑफर को स्वीकार कर लिया है। उम्मीद है कि हम साथ होंगे। पूरे नतीजे आने से पहले ही कर्नाटक में सियासी समीकरण तेजी से बदल रहे हैं।
उधर, कांग्रेस के नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि हम (कांग्रेस और जेडीएस) संयुक्त रूप से आज शाम को गवर्नर से मुलाकात करेंगे। हालांकि अभी देवगौड़ा खेमे से कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है।
बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा की कुल 225 सीटें हैं। इनमें से 224 पर विधायकों का निर्वाचन होता है, जबकि एक सीट पर सदस्य का मनोनयन किया जाता है। राज्य के 224 विधानसभा सीटों में से 222 विधानसभा सीट पर मतदान हुआ। किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 112 विधायकों की जरूरत होगी।
नेशनल
गृहमंत्री अमित शाह ने वाराणसी में काल भैरव मंदिर में की पूजा-अर्चना, बीजेपी की जीत का मांगा आशीर्वाद
वाराणसी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी की जीत का आशीर्वाद मांगा।
बता दें कि गृह मंत्री बुधवार की शाम काशी दौरे पर पहुंचे थे। वे महमूरगंज के मोतीझील में पीएम नरेंद्र मोदी और वाराणसी से भाजपा प्रत्याशी के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया। फिर मोतीझील मैदान में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने काशी के कार्यकर्ताओं में लोकसभा चुनाव को लेकर जोश भरने का काम किया। उसके बाद उन्होंने काशी में ही रात्रि विश्राम किया था। गुरुवार सुबह अचानक से दर्शन पूजन का प्लान तैयार किया गया था। इसके क्रम में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में गृहमंत्री ने सबसे पहले काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन किया.
काशी के कोतवाल का दर्शन करने के बाद उन्हें विश्वनाथ मंदिर भी जाना था लेकिन अचानक से उनके कार्यक्रम में हुए बदलाव के बाद वह सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए, जहां से वह अगले कार्यक्रम के लिए जाएंगे। फिलहाल गृहमंत्री ने काल भैरव मंदिर में विशेष पूजन किया है। काल भैरव मंदिर के महंत नवीन गिरी का कहना है कि काल भैरव अष्टक के साथ उनका विशेष पूजन करवाया गया है ताकि सुख, शांति व समृद्धि के साथ उन्हें बड़ी जीत मिल सके।
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