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7 बेटियां, 7 शादियाँ, 7 कहानियां: जब लालू ने दामाद के स्वागत के लिए 50 कारें और 100 सोफे गन पॉइंट पर उठवा लिए थे

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पटना। आख़िरकार लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव की शादी बिहार वेटरेनरी कॉलेज ग्राउंड में हो गई। शादी के बाद जो खबरें आईं उसने पहले से सुनियोजित इंतज़ामों पर पानी फेर दिया। लोगों के लिए अच्छा और पर्याप्त खाना होने के बावजूद लोग खाना, कोल्ड्रिंक, आइस क्रीम लूटते नज़र आए। ये बेटों का दौर है। एक दौर था लालू प्रसाद यादव का, कैसे उन्होंने अपनी सातों बेटियों की शादी एक से एक बढ़कर आलिशान तरीके से की। न कोई अवव्स्था, न कोई भगदड़, शायद इसलिए अपनी एक बेटी की शादी में वो एक लाख लोगों को बुला पाए, शायद इसलिए उनकी एक बेटी की शादी में अब्दुल कलाम भी शरीक हुए थे। आज आपको बताएंगे कि कैसे लालू की सातों की बेटियों की शादी क्रमानुसार एक से एक बढ़कर होती गई।

पहली शादी:

जब लालू ने 10 लाख रूपए खर्च किये थे- लालू की सबसे बड़ी बेटी मीसा की शादी 10 दिसंबर 1999 को हुई थी। सारे इंतजाम लालू और ने अपने सरकारी घर 1, अनेय मार्ग, पटना से किए थे। मीसा की शादी में सजावट के लिए फूल कोलकाता से मंगवाए गए थे। शादी में 10 हजार से ज्यादा मेहमान शामिल हुए थे। शादी के बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने लालू को नोटिस भी भेजा था। जिसके जवाब में उन्होंने शादी का बजट कुल 10 लाख रुपए बताया था।

दूसरी शादी:

जब लालू ने सीधे शोरूम से ही 50 कारें गन पॉइंट पर उठवा ली थीं- दूसरी बेटी रोहिणी की शादी जून 2002 में हुई। इस बार लालू को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का कोई डर नहीं था क्योंकि इस बार खुद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी ही उनके समधी बने थे। लालू ने समधी और दामाद के स्वागत के लिए शहर के शोरूमों से 50 नई कारें गन प्वाइंट पर उठावाई, राबड़ी देवी के भाई ने 6 पंडालों को सजाने के लिए फर्नीचर की दुकानों से 100 नए सोफा सेट उठवाए, दूल्हे के गांव में रातों-रात टेलिफोन और बिजली कनेक्शन लगवाए गए, इलेट्रिसिटी बोर्ड को 25 लाख रुपय का नुकसान हुआ, बैंगकॉक से फूल आई।

तीसरी शादी:

जब कलाम साहब बने थे लालू के मेहमान- लालू की तीसरी बेटी चंदा यादव की शादी 30 अप्रैल 2006 को हुई थी। तब लालू प्रसाद यूपीए सरकार में रेलवे मिनिस्टर थे। शादी दिल्ली के अशोका होटल में हुई थी, जहां कुल एक हजार गेस्ट शामिल हुए थे। उस शादी में एपीजे कलाम भी मेहमान थे। मेहमानों को दिल्ली बुलाने के लिए लालू ने एक स्पेशल ट्रेन चलवा दी थी।

चौथी, पांचवी और छठी शादी सिर्फ 4 महीने में:

जब पूरे साल लालू शादी ही करते रहे- साल 2012 लालू की फैमिली के लिए जैसे वेडिंग ईयर रहा था। उस साल चार महीने में उन्होंने अपनी तीन बेटियों (हेमा, रागिनी और अनुष्का) की शादी की थी। ये सभी शादियां दिल्ली से हुई थीं।

सातवीं शादी:

जब शादी में आए थे एक लाख मेहमान- लालू की सबसे छोटी बेटी राजलक्ष्मी की शादी 2015 में यूपी की पॉलिटिकल फैमिली यादव के घर हुई थी। शादी दिल्ली में ही हुई, लेकिन दूल्हे का तिलक लेकर लालू अपने परिवार के साथ सैफई गए थे। शादी के लिए गुजरात, यूपी और बिहार से शेफ बुलवाए गए थे। सैफई के जिस मैदान में हुई तिलक सेरेमनी हुई थी, वहां 550 स्विस कॉटेज और 250 साधारण कॉटेज बनाए गए थे। दिल्ली में हुई शादी के लिए 1 लाख इनविटेशन कार्ड्स भेजे गए थे।

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सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज

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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।

केजरीवाल को सीएम पद से हटाने के लिए याचिका दिल्ली के रहने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दी है, जो खुद किसान और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं। सुरजीत सिंह यादव का कहना था कि वित्तीय घोटाले के आरोपी मुख्यमंत्री को सार्वजनिक पद पर बने रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। याचिकाकर्ता सुरजीत ने अपनी याचिका में कहा था कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में दिक्कत आएगी, बल्कि न्याय प्रक्रिया भी बाधित होगी और राज्य में कांस्टीट्यूशनल सिस्टम भी ध्वस्त हो जाएगा।

याचिका में कहा गया था कि सीएम ने गिरफ्तार होने के कारण एक तरह से मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया है, चूंकि वह हिरासत में भी हैं, इसलिए उन्होंने एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद को अक्षम साबित कर लिया है, अब उन्हें इस मुख्यमंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहिए।

 

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