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बनते-बनते फिर बिगड़ी बात, ट्रंप ने दे डाली किम-जोंग-उन को चेतावनी

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दो कट्टर दुश्मनों के अचानक हुए हृदय परिवर्तन से बने रिश्ते एक बार फिर हिचकोले खाने लगे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की मुलाकात का वक्त और जगह तय हो चुकी है लेकिन इसी बीच कुछ ऐसे संकेत दिख रहे हैं जिनसे बात बिगडऩे का भी अंदेशा है।

अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच दो जून को सिंगापुर में होने वाली ऐतिहासिक मुलाकात की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद व्हाइट हाउस ने उत्तर कोरिया को किसी तरह के उकसावे की हरकत न करने की चेतावनी दी। राष्ट्रपति ट्रंप के एक प्रवक्ता ने कहा कि ऐसी कोई भी हरकत अमेरिका को इस मुलाकात को टालने पर मजबूर कर देगी।

व्हाइट हाउस के उप प्रेस सचिव राज शाह ने कहा, ‘हमारी नीति कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण और स्थिर परमाणु निरस्त्रीकरण को सुनिश्चित करना है। ट्रंप इसी मकसद से प्रयास करेंगे।’ भारतवंशी शाह ने उत्तर कोरिया को आगाह करते हुए कहा, ‘हमारे पास अभी एक माह का वक्त है। इस दौरान कई चीजों मसलन उत्तर कोरिया की उकसावे वाली किसी भी तरह की हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं इतना ही कह सकता हूं कि मुलाकात पर सहमति भले ही बन गई हो लेकिन जाहिर है कि कई कारणों से इसे स्थगित भी किया जा सकता है।’

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पाकिस्तान में अपने नागरिकों की मौत से भड़का चीन, घटना की गहन जांच की मांग की

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अपने चार नागरिकों की हत्या के बाद चीन भड़का हुआ है। गृह मंत्री मोहसिन नकवी हमले के तुरंत बाद चीन के दूतावास पहुंचे और राजदूत जियांग जैदोंग से मुलाकात की। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी हमले की कड़ी निंदा की, उन्होंने हमले को पाक चीन की दोस्ती को नुकसान पहुंचाने की साजिश बताया।

चीनी नागरिकों पर हुए हमले पर सिंघुआ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय रणनीति संस्थान के अनुसंधान विभाग के निदेशक कियान फेंग ने कहा है कि यह हमला पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी की तरह है। ये बताता है कि पाकिस्तान को अभी सुरक्षा क्षेत्र में बहुत काम करने की जरूरत है। ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित लेख में उन्होंने इस हमले को उस हमले की कॉपी बताया जो 2021 में किया गया था, जिसमें 9 चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी। इस लेख में ये भी कहा गया है कि इस तरह के हमले बताते हैं कि आतंकी ताकतें चीन और पाकिस्तन के आर्थिक गलियारे की सफलता नहीं देखना चाहती हैं और लगातार इसे विफल करने की साजिश रच रही हैं।

उधर अपने नागरिकों की मौत के बाद चीन ने घटना की गहन जांच की मांग भी कर डाली है। पाकिस्तान स्थित चीनी दूतावास ने एक बयान में कहा, “पाकिस्तान में चीनी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने आपात कार्य शुरू कर दिया है और पाकिस्तानी पक्ष से हमले की गहन जांच करने, दोषियों को कठोर सजा देने तथा चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए व्यावहारिक और प्रभावी उपाय करने की मांग की है।”

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