गैजेट्स
धांसू गैजेट्स : गूगल जुलाई में ला रहा है स्मार्ट डिस्प्ले स्पीकर, जानिए खासियत
जुलाई से आप गूगल के बेहतरीन डिस्प्ले के साथ साथ स्मार्ट स्पीकर का भी मज़ा ले पाएंगे। गूगल ने अपने सालाना डेवेलपर कॉन्फ्रेंस I/O 2018 में स्मार्ट डिस्प्ले की बिक्री का ऐलान कर दिया है। यह गूगल का एक स्मार्ट डिस्प्ले रहेगा, जिसमें स्पीकर भी शामिल रहेगा। इसे आप स्मार्ट स्पीकर का दूसरा वर्जन कह सकते हैं।
गूगल के इस नए अवतार को कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक शो 2018 के दौरान इसे दिखाया गया था और अब इसकी बिक्री जुलाई में होगी। इसके लिए गूगल ने एलजी, लेनोवो, सोनी और जेबीएल जैसी बड़ी म्यूज़िक कंपनियों से समझौता भी किया है।
डिस्प्ले वाले इस स्पीकर में आप यू-ट्यूब टीवी देख सकेंगे और गूगल की ओवर द टॉप लाइव टीवी सर्विस का भी मज़ा ले पाएंगे। इसके अलावा इस स्पीकर में गूगल असिस्टेंट है यानि कि आप इससे वो काम करा सकते हैं, जो गूगल होम से संभव है। गूगल ने इसमें यूट्यूब की सर्विस भी दी है।
इसके अलावा गूगल ने ऐमेज़ॉन के प्रोडक्ट्स से यू-ट्यूब का सपोर्ट भी हटा लिया है और शायद इसी वजह से अब खबर है कि ऐमेजॉन अपने प्रोडक्ट्स में वीडियोज़ सर्विस के लिए नया प्लेटफॉर्म लाने की तैयारी में है। भारत में गूगल द्वारा डेवेलप किया गया यह डिस्प्ले वाला स्मार्ट स्पीकर कब से मिलेगा इसकी कोई जानकारी नहीं है।
गैजेट्स
केंद्र सरकार का बड़ा एक्शन, 70 लाख मोबाइल नंबर हुए सस्पेंड; जानें क्या है कारण
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक बड़ा एक्शन लेते हुए 70 लाख मोबाइल नंबर को सस्पेंड कर दिया है। यानी इन मोबाइल नंबर का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अब आपके जेहन में ही यही सवाल आ रहा होगा कि आखिर सरकार की ओर से यह कदम क्यों उठाया गया है। दरअसल, यह कदम बढ़ते डिजिटल फ्रॉड को देखते हुए उठाया गया है।
इस वजह से हुए मोबाइल नंबर सस्पेंड
सस्पेंड किए गए ये वे मोबाइल नंबर थे जो किसी तरह के संदिग्ध लेन-देन से जुड़े थे। दरअसल, इस मामले को लेकर वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने मंगलवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के समय में डिजिटल पेमेंट को लेकर हो रही धोखाधड़ी को देखते हुए ऐसा किया गया है। बता दें, वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने यह जानकारी डिजिटल पेमेंट को लेकर धोखाधड़ी और इससे जुड़े मुद्दों पर बैठक के बाद दी है।
जनवरी में होगी अगली बैठक
जोशी ने कहा है कि डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए बैंकों को भी निर्देश दिए गए हैं। बैंकों को उनकी प्रक्रियाओं और प्रणालियों को पहले से मजबूत बनाने को कहा गया है। उन्होंने बैठक को लेकर जानकारी देते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर आगे भी बैठकें होती रहेंगी। इसी के साथ मामले पर अगली बैठक अगले साल जनवरी में रखी गई है।
वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AEPS) धोखाधड़ी को लेकर कहा है कि राज्यों को इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है। इसी के साथ राज्य सरकारों को डेटा सुरक्षा को भी मजबूत बनाने पर गौर देना चाहिए।
फ्रॉड के मामले कैसे होंगे कम
विवेक जोशी ने कहा है कि डिजिटल धोखाधड़ी को लेकर जागरुकता बेहद जरूरी है। इस तरह की धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए जरूरी है कि समाज को इन मामलों से अवगत करवाया जाए और जागरुक किया जाए। मालूम हो कि हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी साइबर धोखाधड़ी को लेकर समाज को जागरुक करने की बात पर जोर दिया था।
-
लाइफ स्टाइल3 days ago
तेजी से बढ़ रही है दिल की बीमारियों के चलते मौत, करें ये उपाय
-
नेशनल3 days ago
हैदराबाद से बीजेपी उम्मीदवार माधवी लता के खिलाफ FIR दर्ज, मस्जिद की तरफ काल्पनिक तीर छोड़ने का आरोप
-
नेशनल3 days ago
सपा ने कन्नौज से तेज प्रताप यादव को बनाया उम्मीदवार, अखिलेश नहीं लड़ेंगे चुनाव
-
नेशनल3 days ago
शिक्षक भर्ती घोटाला: कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले से गई 24000 शिक्षकों की नौकरी, बस एक महिला की बची जॉब
-
नेशनल3 days ago
राहुल गांधी की तबियत आज भी खराब, तमाम चुनावी कार्यक्रम हुए कैंसिल
-
नेशनल3 days ago
दूसरे चरण में धार्मिक ध्रुवीकरण के समीकरण का चक्रव्यूह भेद पाएंगे मोदी!
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
अमेरिका में पढ़ाई कर रहे दो भारतीय छात्रों की सड़क हादसे में मौत, कॉलेज से घर लौटते समय हुआ हादसा
-
नेशनल3 days ago
सुप्रीम कोर्ट ने रेप पीड़िता नाबालिग को 30 सप्ताह का गर्भ गिराने की दी इजाजत