नेशनल
बेटी के पिता है तो आज ही खुलवाएं ये बैंक अकाउंट, करोड़पति बनने की है 100% गारंटी
हर पिता की यह ख्वाहिश होती है कि उसकी बेटी की शादी धूमधाम से करे। पिता पर बेटी की पढ़ाई से लेकर शादी की अहम जिम्मेदारी होती है जिसके लिए वह पहले से ही पैसे बचाना शुरु कर देता है। अगर आप भी बेटी के पिता हैं तो यह खबर आपके लिए है। आपको यह जानकार हैरानी होगी कि महज एक बैंक अकाउंट खुलवाकर आप करोड़पति बन सकते हैं।
दरअसल, बैंक में एक विशेष प्रकार का अकाउंट खुलवाने से आप कुछ सालों में ही करोड़पति बन सकते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि यह कैसे संभव है। मोदी सरकार द्वारा बेटियों के लिए एक स्कीम चलाई जा रही है। जनवरी 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की थी। अब इसी स्कीम के तहत आप करोड़पति बन सकते हैं।
क्या है ये स्कीम?
सुकन्या समृद्धि योजना में एफडी और सेविंग अकाउंट से ज्यादा ब्याज तो मिलता ही है साथ ही साथ इसपर टैक्स भी नहीं लगता। इस स्कीम के तहत, बेटी की उम्र 10 साल या उससे कम हो तो यह खाता खुलेगा। इसके अलावा, एक बेटी के नाम पर एक ही खाता खुलेगा। इस खाते को खुलवाते समय आपको कम से कम 1000 रुपये जमा करने होंगे।
इसके अलावा, इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको इस खाते में हर साल कम से कम पांच सौ रुपए जमा करने होंगे। इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए आपको एक वित्त वर्ष में 1.50 लाख रुपये तक का निवेश 14 सालों तक करना होगा और यह स्कीम 21 साल में मैच्योर हो जाएगी। इस पैसे से आप अपनी बेटी की शादी और पढ़ाई का खर्च संभाल सकते हैं।
कैसे खुलवाएं खाता?
योजना के अनुसार खाता आप यह अकाइंट किसी भी पोस्ट ऑफिस या बैंकों की शाखा में खुलवा सकते हैं। पीपीएफ खाता खोलने वाले बैंक सुकन्या समृद्धि योजना का खाता भी खोलते हैं। खाता खुलवाने के लिए इसका फॉर्म, बच्ची का जन्म प्रमाणपत्र, जमाकर्ता (माता-पिता या अभिभावक) का पहचान पत्र की जरुरत होती है। इसके अलावा, जमाकर्ता के पते का प्रमाणपत्र भी आवश्यक होता है। सुकन्या समृद्धि योजना का फॉर्म पोस्ट ऑफिस या बैंक में मिल जाएगा।
कौन खुलवा सकता है ये अकाउंट?
अगर आप किसी बेटी के पिता हैं या उसके प्राकृतिक या कानूनन गार्जियन हैं तो आप खाता खुलवा सकते हैं। दो बेटियों के नाम पर दो खाते भी खुलवा सकते हैं। आपको इस फायदे बताये तो इस पैसे से आप अपनी बेटी की पढ़ाई व शादी कर सकते हैं। यह स्कीम बच्ची के जन्म से लेकर शादी करने तक के खर्चों को पूरा करती है। आपको बता दें कि मोदी सरकार द्वारा यह योजना घटते लिंगानुपात के बीच कन्या जन्म दर को प्रोत्साहन देने के लिए शुरु की गई है।
किन चीजों की होगी जरूरत?
खाता खुलवाने के लिए खाता खुलवाने के लिए बच्ची का जन्म प्रमाणपत्र, जमाकर्ता (माता-पिता या अभिभावक) का पहचान पत्र की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, जमाकर्ता के पते का प्रमाणपत्र भी आवश्यक होता है। सुकन्या समृद्धि योजना का फॉर्म पोस्ट ऑफिस या बैंक में मिल जाएगा। अगर किसी दुर्धटनावश बच्ची की मौत हो जाती है तो डेथ सर्टिफिकेट जमाकर खाते को बंद कराया जा सकता है। इसके बाद बैंक ब्याज सहित पैसा अभिभावक को दे देता है।
नेशनल
प्रियंका गांधी ने सहारनपुर में किया रोड शो, कहा- मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं
सहारनपुर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 2024 लोकसभा चुनाव के तहत सहारनपुर में रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। प्रियंका ने कहा कि इस देश ने सत्ता को नहीं सत्य को पूजा है और मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं। रोड शो के दौरान प्रियंका गांधी ने रामनवमी पर कहा कि भगवान राम ने भी सत्य की लड़ाई लड़ी थी। जब उनके सामने रावण युद्ध करने के लिए आया तो सारी शक्ति रावण के पास थी, लेकिन भगवान राम ने नौ व्रत रखकर सारी शक्ति अपने पास ले ली थी। इसके बाद रावण से युद्ध किया और सत्य की जीत हुई।
यह रोड शो कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार इमरान मसूद के समर्थन में आयोजित किया गया था। प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं हर जगह यही कह रही हूं कि ये चुनाव जनता का होना चाहिए, जनता के मुद्दों पर होना चाहिए। मोदी जी और बीजेपी के नेता बेरोजगारी, महंगाई, किसानों, महिलाओं की बात नहीं कर रहे हैं। जो असली समस्याएं महिलाओं-किसानों की है, उनके बारे में बात ही नहीं हो रही है। बात इधर उधर की ध्यान भटकाने की हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि जो सत्ता में बैठे हैं, वह माता शक्ति और सत्य के उपासक नहीं हैं, ‘सत्ता’ के उपासक हैं। वो सत्ता के लिए किसी भी हद तक गिर जाएंगे। सत्ता के लिए सरकारें गिरा देंगे, विधायकों को खरीदेंगे, अमीरों को देश की संपत्ति दे देंगे। यह हमारे देश की परंपरा नहीं है। भगवान श्रीराम ‘सत्ता’ के लिए नहीं, ‘सत्य’ के लिए लड़े। इसलिए हम उनकी पूजा करते हैं। आज रामनवमी का शुभ दिन है, इसलिए मैं बहुत खुश हूं। वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि जब भगवान राम युद्ध भूमि में उतरे तो देखा कि माता की शक्तियां रावण के पास थीं। जिसके बाद उन्होंने नौ दिनों तक माता की आराधना की और 108 नील कमल मां के चरणों में अर्पण किए।
उन्होंने कहा कि जिसके बाद माता ने उनकी परीक्षा लेने को सोची और 108वां कमल छिपा दिया। लेकिन, भगवान राम के पास श्रद्धा की शक्ति थी, उन्हें याद आया कि उनकी मां उन्हें बचपन में ‘राजीव लोचन’ कहती थीं। यह बात याद आते ही भगवान राम अपने नयन निकालने ही जा रहे थे, तभी माता ने उन्हें रोकते हुए कहा कि मैं तुम्हारी श्रद्धा से प्रसन्न हुई। मेरी शक्ति तुम्हारे साथ है। हम भगवान राम को इसलिए पूजते हैं, क्योंकि उन्होंने सच्ची श्रद्धा के साथ यह लड़ाई लड़ी और जनता को सर्वोपरि रखा। जनता पर अन्याय करने वाली भाजपा की विदाई तय है।
-
आध्यात्म3 days ago
आज होगी मां दुर्गा के अष्टम रूवरूप महागौरी की पूजा-अर्चना, इन बातों का रखें ख्याल, मिलेगी विशेष कृपा
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
जौनपुर की चुनावी जंग हुई रोचक, बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को बनाया उम्मीदवार
-
प्रादेशिक3 days ago
सलमान के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों शूटर गुजरात से गिरफ्तार, लाया जा रहा मुंबई
-
नेशनल2 days ago
असम के नलबाड़ी में बोले पीएम, आज पूरे देश में मोदी की गारंटी चल रही है
-
उत्तराखंड3 days ago
10 मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, पहले ही दिन हुए 2 लाख से ज्यादा पंजीकरण
-
नेशनल2 days ago
प्रियंका गांधी ने सहारनपुर में किया रोड शो, कहा- मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
अखिलेश के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेस में राहुल का वादा- ‘गरीब परिवार की एक महिला को 1 लाख रुपये सालाना देंगे’
-
आध्यात्म2 days ago
आज पूरा देश मना रहा रामनवमी, जानिए इसके पीछे की पूरी पौराणिक कहानी