प्रादेशिक
सीएमएस राजाजीपुरम् कैम्पस में 140.8 किलोवाट के सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन
लखनऊ के सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) में 140.8 किलोवाट क्षमता वाले रुफ टाॅप सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन किया गया। कैंपस की छत पर लगाए गए इस पावर प्लांट का उद्घाटन सीएमएस के डायरेक्टर आॅफ स्ट्रेटजी रोशन गांधी ने किया।
स्कूल की प्रधानाचार्या निशा पांडे ने रोशन गांधी व अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा,” पृथ्वी का दोहन रोकने के लिए हम छात्रों में शुरू से ही पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करते हैं। सौर ऊर्जा का यह प्रोजेक्ट भी इसी दिशा में एक कदम है।”
इस अवसर पर मैसर्स केमिकल्स सोलर प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स सनरेज़ इन्फ्राटेक, मुम्बई व मैसर्स नाॅगिन्हाउस ऐनर्जी इण्डिया लिमिटेड, दिल्ली व लखनऊ के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। इन विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में ही इस प्रोजेक्ट को पूरा किया गया। यह सूचना सीएमएस के जन-सम्पर्क अधिकारी ऋषि खन्ना ने दी।
जन-सम्पर्क अधिकारी, सीएमएस ऋषि खन्ना ने बताया, ” सौर ऊर्जा पर आधारित प्रोजेक्ट अपने में अनूठा है क्योंकि इसके द्वारा हम कम खर्चे में ही काफी बिजली पैदा कर सकेंगे व बच्चों को पर्यावरण की शिक्षा भी प्राप्त होगी।”
विद्यालय के डायरेक्टर आॅफ स्ट्रेटजी रोशन गांधी ने प्रधानाचार्या निशा पांडेय व सीएमएस राजाजीपुरम (प्रथम कैंपस) के शिक्षक व छात्रों को इस सौर पावर प्लांट के लिए भरपूर बधाई दी और उम्मीद जताई की छात्र इसे साइंस और पर्यावरण की शिक्षा का ही एक हिस्सा समझकर इसे गहराई से समझेंगे और आगे इसमें और नई खोज करेंगे।
उत्तर प्रदेश
जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।
अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,अस्पताल ले जाते समय ,अस्पताल में इलाज के दौरान ,झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,झूठी आत्महत्या दिखाकर ,किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।
सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं। उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।
-
लाइफ स्टाइल2 days ago
पोषक तत्वों से भरपूर चुकंदर इन लोगों के लिए है नुकसानदेह, जानें कैसे
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अमेरिकी की टिप्पणी से भारत नाराज, कहा- ये हमारा आंतरिक मामला
-
नेशनल1 day ago
सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज
-
नेशनल1 day ago
शिवसेना-शिंदे गुट के स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी, मोदी-शाह समेत कई बड़े नाम शामिल
-
नेशनल2 days ago
बीजेपी ने तीन राज्यों के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट की जारी, PM मोदी, शाह और योगी के नाम शामिल
-
नेशनल1 day ago
ईडी ने सुनीता केजरीवाल के रिश्तेदार के घर पर मारा छापा, जानें क्या है मामला
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
पाकिस्तान में अपने नागरिकों की मौत से भड़का चीन, घटना की गहन जांच की मांग की
-
नेशनल2 days ago
ईडी की कस्टडी में केजरीवाल की तबीयत बिगड़ी, शुगल लेवल 46 तक गिरा