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उत्तराखंड

हज़ारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने किए बाबा केदारनाथ के दर्शन

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उत्तराखंड में केदारनाथ मंदिर के कपाट रविवार सुबह 6:15 बजे पूरे विधि-विधान के साथ खोले गए। गर्भगृह के कपाट खुलने पर राज्यपाल केके पॉल और विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए। इसके बाद आम जनता के लिए कपाट खोले गए।

राज्यपाल केके पॉल और विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने किए दर्शन। ( फोटो- एएनआई)

केदारपुरी में रविवार सुबह चार बजे से ही कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। सबसे पहले डोली को मंदिर के अंदर प्रवेश कराया गया। इसी बीच बाबा का जलाभिषेक, रुद्राभिषेक जैसे अनुष्ठान पूरे किए गए।

फूल, बेलपत्री, आम और पीपल के पत्तों की माला से सजाया गया बाबा का धाम। ( फोटो- एएनआई)

इस वर्ष भगवान केदारनाथ के मंदिर को 20 कुंतल गेंदे के फूलों से सजाया गया है। फूलों के साथ बेलपत्री, आम और पीपल के पत्तों की माला भी प्रयोग की गई है। बाबा केदारनाथ अब अगले छह महीने तक केदारपुरी में विराजेंगे।

सात दिनों तक लें लेज़र शो का मज़ा

इस बार केदारनाथ धाम पर आए लोग लेज़र शो का मज़ा ले पाएंगे। इस लेज़र शो के ज़रिए श्रद्धालु भगवान शिव की महिमा भी देख सकेंगे। यह लेज़र शो 28 अप्रैल से 7 दिनों तक जारी रहेगा।

लेज़र शो के ज़रिए श्रद्धालु देख सकेंगे भगवान शिव की महिमा।

हांगकांग में बना यह लेज़र शो को 5 मई तक रोजाना 25-25 मिनट के लिए दिखाया जाएगा। लेज़र शो को लेकर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी काफी उत्साहित हैं। इस खास आयोजन के बारे में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया, ”  इस लेज़र शो में केदारनाथ जी के प्रादुर्भाव से लेकर 2013 तक के इतिहास को 20-25 मिनट में दिखाया जाएगा। हांगकांग में तैयार इस शो को धार्मिक रूप से जानकार लोगों को दिखाकर पास किया गया है।”

चारधाम यात्रियों की सुविधाओं के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार ने इस बार गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य और सुरक्षा जैसे ज़रूरी इंतजाम किए गए हैं।

उत्तराखंड

हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक समेत नौ आरोपियों की संपत्ति होगी कुर्क

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हल्द्वानी। हल्द्वानी के बनभूलपुरा में 8 फरवरी को हुई हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक फरार है। अब अब्दुल मलिक को पुलिस ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। उधर, हल्द्वानी सिविल कोर्ट ने अब्दुल मलिक समेत नौ आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी कर दिया है। नैनीताल पुलिस और प्रशासन की ओर से आदेश के अनुपालन की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। नैनीताल पुलिस का कहना है कि आज से इस मामले में आरोपियों की संपत्ति को चिन्हित किए जाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।

अब्दुल मलिक पर धार्मिक भावनाएं भड़काकर पुलिस और प्रशासन टीम पर हमला करने के संगीन आरोप के साथ ही सरकारी जमीनों को खुर्द-बुर्द कर मस्जिद और मदरसा बनाने का भी आरोप है। हल्द्वानी हिंसा में 6 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ है। जिसकी भरपाई अब्दुल मलिक से की जाएगी। पुलिस मलिक की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी में जुट गई है।

बता दें कि हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी, जिला प्रशासन के लोग, निगमकर्मी और मीडियाकर्मी घायल हुए थे। जबकि, छह लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने 31 दंगाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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