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आसाराम : नाम भी अनेक और रूप तो एक से बढ़कर एक

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आसाराम बापू उर्फ आसाराम उर्फ आसुमल सिंधी ने बहुत दिनों पहले अपने भक्तों के बीच इच्छा जताई थी कि भई, कुछ दिन जेल हो आएं। भक्त ना गुरू जी… ना गुरू जी करने लगे। आसाराम मस्ती के मूड में थे बोले तिहाड़ जाऊं, साबरमती या भोपाल जेल जाऊं? खैर आसाराम फिलहाल लगभग 5 साल से जोधपुर जेल में थे। अदालत उन्हें दोषी ठहरा चुकी है और आजीवन कारावास की सजा भी सुना चुकी है। यह सब देखकर लगता है कि हंसी मजाक में भी इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए, क्या पता उसी समय आप पर भगवान मेहरबान हो जाएं।

जो भी हो … आसाराम हमेशा मौजी स्वभाव के रहे हैं सत्संग के दौरान अलग-अलग गेटअप में वे डांस करते रहे, होली और दूसरे त्योहार मनाते रहे। जानकार बताते हैं कि इन सारी लीलाओं के पीछे और भी गंभीर टाइप की लीलाएं चलती थीं जिनका विश्लेषण करने के बाद अदालत ने उन पर ताजीराते हिंद मतलब आईपीसी की तमाम दफाएं लगाकर अंदर कर दिया है।

लोग उन्हें बापू कहते थे … यानी आसाराम बापू… फिर भी उन्हें लोगों के मुंह से पिता सुनने का बड़ा शौक था। उनका एक और विडियो देखा गया था जिसमें वह चुहलबाजी में एक अंग्रेज से पूछ रहे थे कि मैं तुम्हारा कौन हूं? वह अंग्रेज बोलता था, ‘पापा‘। इसके बाद आसाराम समेत सभी जोर से हंसते हैं।

आसाराम काफी तुनक मिजाज भी हैं, एक बार उन्होंने एक बड़े न्यूज चैनल को बंद कराने की धमकी दी थी, इसी तरह एक एयरलाइंस कंपनी पर भी वह भड़क गए थे। बहरहाल, जितने मुंह उतनी बातें लेकिन आज के मौके पर हम लाए हैं उनके कुछ अलग-अलग अंदाज में फोटो। देखिए, मजा लीजिए, आनंद लीजिए बस दिल पर मत लीजिए :

आसाराम अपने सत्संग में खूब हंसी मजाक करते थे, बाबा का भी दिल लगा रहता था भक्तों का भी

 

आसाराम के बेटे नारायण साईं भी योग्य पिता के योग्य पुत्र साबित हुए, उन पर भी रेप का केस चल रहा है

 

आसाराम का यह रूप उस समय का है जब वह धर्मगुरू तो बन गए थे पर उनके पैर जमीन पर थे

 

जैसे—जैसे शोहरत बढ़ी आसाराम की ताकत में भी इजाफा हुआ और वह नए नाटक करने लगे

 

आसाराम को सजने संवरने का बड़ा शौक था, सजने के बाद खुद पर मोहित होते हुए आसाराम

 

आसाराम फूलों से श्रंगार करते और किसी अवतार की तरह सजधज कर मंच पर आते

 

भक्त उनकी एक झलक पाने को बेताब रहते, भक्तों के इसी संपूर्ण समर्पण को देख आसाराम का मन माया में फंस गया

 

आसाराम सतसंग के मंच से ही फिल्मी गाने गाते और नाचते, दर्शक इसका भी कोई आध्यात्मिक अर्थ लगा लेते

 

आसाराम भक्तों से चुहल, हंसी और मजाक के साथ—साथ उनके रूप की तारीफ भी करने लगे

 

सबकुछ आसाराम के मन मुताबिक चल रहा था, नेता, नौकरशाह, पब्लिक सब उनके कदमों में थे पर… समय बदला

 

कुछ ऐसी खबरें आने लगीं कि आसाराम के आश्रमों में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है लेकिन आसाराम सबको अंगूठा दिखाते रहे

 

अब लोग आसाराम से सवाल पूछने लगे तो आसाराम उन्हें जबरन चुप कराने लगे

 

मामला अदालत पहुंचा, तमाम गवाह मारे गए, धमकाए गए पर आखिर में जीत सच की हुई। आसाराम को उम्रकैद की सजा सुना दी गई।

नेशनल

अखिलेश यादव ने कन्नौज से दाखिल किया नामांकन, सुब्रत पाठक से होगी टक्कर

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कन्नौज। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया। अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से चौथी बार चुनावी मैदान में कदम रखा है। लोकसभा चुनाव को लेकर पहले अखिलेश यादव के चुनावी मैदान में न उतरने की घोषणा की गई थी। हालांकि, बाद में कार्यकर्ताओं के दबाव के कारण उन्हें अपने निर्णय को बदलना पड़ा। वे चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। वहीं, बीजेपी उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने भी अपना पर्चा दाखिल कर दिया है।

नामांकन भरने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी, नेता, कार्यकर्ता सभी की भावनाएं यह थी कि समाजवादी पार्टी की तरफ से मुझे यहां से चुनाव लड़ाया जाए। मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं। मुझे उम्मीद है कि मुझे यहां की जनता से आशीर्वाद मिलेगा।

सपा ने इससे पहले मैनपुरी से पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव को कन्नौज लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। अखिलेश ने नामांकन करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कन्नौज का चुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नकारात्मक राजनीति को खत्म करेगा। हम कन्नौज की पहचान को आगे बढ़ाएंगे। हम कन्नौज के लोगों के सम्मान और विकास के लिये काम करेंगे। भाजपा ने कन्नौज का विकास रोक कर नकारात्मक राजनीति की।

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