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खेल-कूद

ऑस्ट्रेलिया की जबरदस्त बल्लेबाजी, श्रीलंका को दिया 377 रनों का लक्ष्य

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सिडनी। ग्लेन मैक्सवेल (102) के नेतृत्व में अपने बल्लेबाजों के धारदार प्रदर्शन की बदौलत आस्ट्रेलिया ने सिडनी क्रिकेट मैदान (एससीजी) पर रविवार को जारी आईसीसी विश्व कप-2015 के पूल-ए मुकाबले में श्रीलंका के सामने 377 रनों का लक्ष्य रखा है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए मेजबान टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में नौ विकेट पर 376 रन बनाए। मैक्सवेल ने विश्व कप इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक लगाया। यह उनके करियर का पहला शतक है। मैक्सवेल ने 53 गेंदों का सामना कर 10 चौके और चार छक्के लगाए। उन्होंने 51 गेंदों पर सैकड़ा पूरा किया।

मैक्सवेल के अलावा स्टीवन स्मिथ ने 72, कप्तान माइकल क्लार्क ने 68 और शेन वॉटसन ने 67 रनों का योगदान दिया। 41 रन के कुल योग पर एरॉन फिंच (24) और डेविड वार्नर (9) का विकेट गिरने के बाद स्मिथ और क्लार्क ने तीसरे विकेट के लिए 134 रनों की साझेदारी की। क्लार्क का विकेट 175 के कुल योग पर गिरा। क्लार्क ने 68 गेदों पर छह चौके लगाए। स्मिथ 177 के कुल योग पर आउट हुए। स्मिथ ने 88 गेंदों का सामना कर सात चौके और एक छक्का लगाया। इसके बाद मैक्सवेल और वॉटसन ने पांचवें विकेट के लिए 160 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी 13.4 ओवरों का नतीजा रही। दोनों ने 11.70 के औसत से रन बटोरे।

मैक्सवेल ने पहले 26 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया और फिर 51 गेंदों पर शतक लगाया। यह विश्व कप इतिहास में दूसरा सबसे तेज शतक है। आयरलैंड के केविन ओब्रायन के नाम 50 गेंदों पर शतक लगाने का रिकार्ड है। ओब्रायन ने 2011 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ यह कारनामा किया था। मैक्सवेल का विकेट 337 के कुल योग पर गिरा। एक रन जुड़ने के बाद जेम्स फॉल्कनर (0) भी रन आउट हो गए लेकिन इसके बाद वॉटसन ने ब्रैड हेडिन (25) के साथ सातवें विकेट के लिए 30 रन जोड़े। वॉटसन 41 गेंदों का सामना करने के बाद छह चौके और दो छक्के लगाकर आउट हुए। यह विकेट 368 के कुल योग पर गिरा। पारी के अंतिम ओवर की तीसरी गेंद पर थिसिरा परेरा ने हेडिन को एंजेलो मैथ्यूज के हाथों कैच कराया। हेडिन ने नौ गेंदों पर चार चौके और एक छक्का लगाया। फिर अगली ही गेंद पर मिशेल स्टार्क (0) रन आउट हो गए।

अंतिम पांच ओवरों में आस्ट्रेलिया ने 56 रन बनाए और पांच विकेट गंवाए। श्रीलंका की ओर से लसिथ मलिंगा और परेरा ने 2-2 विकेट लिए जबकि मैथ्यूज, सेकुगे प्रसन्ना और तिलकरत्ने दिलशान को एक-एक सफलता मिली।

दोनों टीमों का यह पांचवां मैच है। श्रीलंका के फिलहाल चार मैचों से छह जबकि आस्ट्रेलिया के इतने ही मैचों से पांच अंक हैं। दोनों ही टीमें अकतालिका में न्यूजीलैंड (8 अंक) से नीचे क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर मौजूद हैं। श्रीलंका 1996 के फाइनल के बाद से आस्ट्रेलिया को विश्व कप में कभी नहीं हरा सका है। श्रीलंकाई टीम के लिए हालांकि सिडनी का अनुभव पूर्व में अच्छा साबित हुआ है और उसे यहां खेले अंतिम आठ एकदिवसीय मुकाबलों में छह में जीत मिली है।

खेल-कूद

कंधे की चोट के कारण 7-10 दिनों तक एक्शन में नहीं दिखेंगे शिखर धवन, कोच ने की पुष्टि

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नई दिल्ली। पंजाब किंग्स के कप्तान शिखर धवन कंधे की चोट की वजह से अगले सात से 10 दिनों तक एक्शन से बाहर रह सकते हैं। धवन शनिवार को मोहाली में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेले गए मैच में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थे। उनकी जगह पर सैम करन ने टीम की कप्तानी की थी। पंजाब को इस मैच में तीन विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।

मैच के बाद टीम के कोच संजय बांगर ने रेगुलर कप्तान शिखर धवन के कंधे की चोट की जानकारी देते हुए कहा कि हमने उन्हें मिस किया क्योंकि उन्हें कंधे में चोट थी। इसलिए, मैं कहूंगा कि वह अगले कुछ मैचों में बाहर ही रह सकते हैं। हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि वह ट्रीटमेंट पर कैसा रिएक्ट करते हैं, लेकिन अभी तो ऐसा ही लग रहा है कि वह अगले 7 से 10 दिन तक बाहर रह सकते हैं।

बांगर ने किंग्स की तीन विकेट से हार के बाद कहा, हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि वह उपचार के प्रति कैसी प्रतिक्रिया देता है, लेकिन फिलहाल ऐसा लगता है कि वह कम से कम सात से 10 दिनों के लिए मैदान से बाहर हो सकता है।

धवन की अनुपस्थिति में राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ पंजाब की टीम की कमान सैम करन के पास थी। जब करन टॉस करने आए तो यह थोड़ा सा चौंकाने वाला फ़ैसला लगा था, क्योंकि जितेश शर्मा ने सीज़न की शुरुआत से पहले चेन्नई में कप्तानों के सम्मेलन में भाग लिया था।

इस संदर्भ में सवाल पूछे जाने पर संजय ने कहा, नहीं.. नहीं..वह (जितेश) उप-कप्तान नहीं हैं। उन्होंने आईपीएल की शुरुआत में कप्तानों के सम्मेलन में भाग लिया था। इसी कारण से लोग उन्हें टीम का उपकप्तान मानने लगे थे। सैम ने पिछले वर्ष भी टीम का नेतृत्व किया था। लेकिन इस सीज़न उन्हें भारत आने में देरी हो गई थी। इसी वजह से हम उन्हें चेन्नई नहीं भेज सके और उनकी जगह पर जितेश को भेजा गया।

ऐसा नहीं था कि जितेश कार्यवाहक कप्तान थे। हम बहुत स्पष्ट थे कि अगर ज़रूरत पड़ी तो सैम करन कप्तानी करेंगे। आईपीएल 2023 के दौरान इसी तरह की स्थिति में, जब धवन को मैदान पर चोट के कारण अस्थायी रूप से बाहर कर दिया गया था। सैम करन ने पीबीकेएस की कमान संभाली थी, और 2 जीत और 1 हार के रिकॉर्ड के साथ तीन मैचों में उनका नेतृत्व किया था।

आईपीएल 2024 में धवन का बल्ले से प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, उन्होंने पांच पारियों में 30.40 की औसत और 125.61 की स्ट्राइक रेट से 152 रन बनाए। पीबीकेएस वर्तमान में छह मैचों में चार जीत के साथ अंक तालिका में आठवें स्थान पर है।

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