Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

आयरलैंड ने किया उलटफेर, जिम्बाब्वे पर 5 रनों से हराया

Published

on

ireland-zimbabwe-world-cup-match

Loading

होबार्ट। आयरलैंड क्रिकेट टीम ने बेलेरीव ओवल मैदान पर शनिवार को खेले गए आईसीसी विश्व कप-2015 के पूल-बी मुकाबले में जिम्बाब्वे को पांच रनों से हरा दिया। इस जीत ने आयरिश टीम को अंक तालिका में चौथे स्थान पर पहुंचा दिया है। वह अब क्वार्टर फाइनल में दौड़ में आ चुकी है। आयरलैंड ने मैन ऑफ द मैच चुने गए एड जॉयस (112) और एंडी बालबिर्नी (97) की तेज पारियों की बदौलत जिम्बाब्वे के सामने 332 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में जिम्बाब्वे की टीम 49.3 ओवरों में 326 रन बना सकी।

जिम्बाब्वे ने 74 रनों पर चार विकेट गंवाने के बाद ब्रेंडन टेलर (121) और सीन विलियम्स (96) के दम पर न सिर्फ मैच में वापसी की बल्कि जीत के काफी करीब पहुंचने में भी कामयाब रहा। टेलर अपने करियर का सातवां शतक लगाने के बाद 223 रनों के कुल योग पर आउट हुए। टेलर ने इस शतक के दौरान एकदिवसीय क्रिकेट में 5000 रन पूरे कर लिए। टेलर और विलियम्स के बीच पांचवें विकेट के लिए 149 रनों की साझेदारी हुई।

दूसरी ओर, केविन ओब्रायन की गेंद पर सीमा रेखा पर जान मूनी के हाथों कैच आउट होने से पहले 83 गेंदों का सामना कर सात चौके और दो छक्के लगाने वाले विलियम्स का विकेट 300 के कुल योग पर गिरा। इस विकेट के साथ जिम्बाब्वे की जीत की उम्मीदें खत्म हो गई थीं लेकिन तवांदा मुपारिवा (18) ने केविन ओब्रायन के एक ही ओवर में 19 रन लेकर अपनी टीम को फिर से जीत की स्थिति में ला दिया। जिम्बाब्वे को अंतिम ओवर में जीत के लिए सात रन चाहिए थे और उसके पास छह गेंदें तथा दो विकेट शेष थे। अंतिम ओवर एलेक्स कुसाक लेकर आए। पहली ही गेंद पर उन्होंने रेगिस चकाब्वा (17) को क्लीन बोल्ड कर दिया और फिर तीसरी गेंद पर मुपारिवा को विलियम पोर्टरफील्ड के हाथों कैच कराकर अपनी टीम को पांच रनों की रोमांचक जीत दिला दी।

इससे पहले, टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी आयरिश टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट पर 331 रन बनाए। जॉयस ने 103 गेंदों पर नौ चौके और तीन छक्के लगाए जबकि एंडी ने 79 गेंदों का सामना कर सात चौके और चार छक्के लगाने में सफल रहे। जॉयस आयरलैंड के लिए विश्व कप में शतक लगाने वाले चौथे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले जेपी ब्रे (115 नाबाद बनाम जिम्बाब्वे, 2007), केविन ओब्रायन (113 बनाम इंग्लैंड, 2011) और पीआर स्टर्लिग (101 बनाम नीदरलैंड्स, 2011) ने विश्व कप में शतक लगाए हैं।
जॉयस और एंडी ने 79 रन के कुल योग पर विलियम पोर्टरफील्ड (29) तथा स्टर्लिग (10) का विकेट गिरने के बाद तीसरे विकेट के लिए 138 रन जोड़े। यह इस मैच में आयरलैंड की सबसे बड़ी साझेदारी रही। जॉयस और पोर्टरफील्ड ने भी दूसरे विकेट के लिए 63 रन जोड़े थे। यह किसी भी सम्बद्ध टीम का एकदिवसीय क्रिकेट में तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है। केन्या ने 1997 में बांग्लादेश के खिलाफ तीन विकेट पर 347 रन बनाए थे, जो सबसे बड़ा स्कोर है। इसके अलावा स्काटलैंड ने बीते साल कनाडा के खिलाफ नौ विकेट पर 341 रन बनाए थे।

जिम्बाब्वे की ओर से सीन विलियम्स और तेंदाई चातारा ने तीन-तीन विकेट लिए। जिम्बाब्वे का यह पांचवां मैच था। अब तक के सफर में उसे केवल एक जीत मिली है और उसके दो अंक है। टीम को आखिरी मैच विश्व चैम्पियन भारत के खिलाफ खेलना है। ऐसे में जिम्बाब्वे के नॉकआउट में पहुंचने की संभावना नहीं के बराबर है।

दूसरी ओर, आयरलैंड को चार मैचों में से तीन में जीत मिली है और उसके छह अंक हैं। यह टीम अब वेस्टइंडीज से ऊपर तालिका में चौथे स्थान पर है। उसे अपने अंतिम मैच में पाकिस्तान से भिड़ना है।

नेशनल

दूसरे चरण में धार्मिक ध्रुवीकरण के समीकरण का चक्रव्यूह भेद पाएंगे मोदी!

Published

on

Loading

सच्चिदा नन्द द्विवेदी एडिटर-इन-चीफ

लखनऊ। राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आती है, तो वह लोगों की संपत्ति लेकर मुसलमानों को बांट देगी. इसके बाद ही विकास की रफ्तार पर चलने वाला चुनाव दूसरे चरण के पहले हिन्दू मुस्लिम के बीच बंट गया है। दरअसल मोदी का ये बयान यूं ही नहीं आया है, दूसरे चरण में जहां जहां मतदान होना है वहाँ की बहुतायत सीटों पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक स्थिति में है… इसमें राहुल गांधी की वायनाड सीट भी है जहां मुस्लिम वोटर करीब 50 फीसदी है।

26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान होना है। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को हो चुका है जिसमें कम मतदान प्रतिशत ने सत्तारूढ़ बीजेपी के केन्द्रीय नेतृत्व को चिंता में डाल दिया है। दूसरे चरण में 88 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हैं। केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर इसी चरण में मतदान हो जाएगा। कर्नाटक की 14 और राजस्थान की 13 लोकसभा सीटों पर भी मतदान होगा।

इसके पहले कि मोदी के बयान के गूढ़ार्थ को समझा जाए एक बार दूसरे चरण की सीटों का गणित समझना जरूरी हो जाता है। इसमें सबसे ज्यादा जरूरी है केरल राज्य जहां पर चल रहे लव जिहाद के किस्से और धार्मिक ध्रुवीकरण के समीकरण का चक्रव्यूह आज तक बीजेपी नहीं भेद पाई है। केरल में हिन्दू आबादी करीब 54 फीसदी है तो मुस्लिम आबादी करीब 26 फीसदी तो ईसाई वहां 18 फीसदी हैं। जबकि सिख बौद्ध और जैन महज 1 फीसदी हैं। यही वो धार्मिक समीकरण का तिलिस्म हैं जिसे बीजेपी इस बार तोड़ने का प्रयास कर रही हैं।

इतना ही नहीं केरल में करीब 15 लोकसभा सीट ऐसी हैं मुस्लिम बहुतायत में हैं। वहीं वायनाड में तो मुस्लिम आबादी करीब 50 फीसदी है जहां से राहुल गांधी पिछले बार जीत कर सांसद चुने गए थे और इस बार भी वायनाड़ के रास्ते दिल्ली पहुंचना चाहते हैं। राज्यवार नजर डालें तो पिक्चर काफी हद तक साफ हो जाती है। आखिर शब्दों पर संयम रखने वाले मोदी ने चुनावी फिजा बदलने वाला ये बयान क्यों दिया? इसके लिए इन सीटों पर नजर डालिए।

इन सीटों पर दूसरे चरण में मतदान

असम: दर्रांग-उदालगुरी, डिफू, करीमगंज, सिलचर और नौगांव।
बिहार: किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका।
छत्तीसगढ़: राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर।
जम्मू-कश्मीर: जम्मू लोकसभा ।
कर्नाटक: उडुपी-चिकमगलूर, हासन, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्ग, तुमकुर, मांड्या, मैसूर, चामराजनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु उत्तर, बेंगलुरु केंद्रीय, बेंगलुरु दक्षिण,चिकबल्लापुर और कोलार।
केरल: कासरगोड, कन्नूर, वडकरा, वायनाड, कोझिकोड, मलप्पुरम, पोन्नानी, पलक्कड़, अलाथुर, त्रिशूर, चलाकुडी, एर्णाकुलम, इडुक्की, कोट्टायम, अलाप्पुझा, मवेलिक्कारा, पथानमथिट्टा, कोल्लम, अट्टिंगल और तिरुअनंतपुरम।
मध्य प्रदेश: टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा और होशंगाबाद।
महाराष्ट्र: बुलढाणा, अकोला, अमरावती, वर्धा, यवतमाल- वाशिम, हिंगोली, नांदेड़ और परभणी।
राजस्थान: टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारा।
त्रिपुरा: त्रिपुरा पूर्व।
उत्तर प्रदेश: अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा।
पश्चिम बंगाल: दार्जिलिंग, रायगंज और बालूरघाट।

दरअसल देश की 543 लोकसभा सीटों में से 65 सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम वोटर जीत और हार में बड़ी भूमिका निभाते हैं। ये वो सीटें हैं जहां मुस्लिम वोटरों की संख्या 30 फीसदी से लेकर 80 फीसदी तक है। वहीं, करीब 35-40 लोकसभा सीटें ऐसी हैं जहां इनकी मुस्लिम समुदाय के वोटरों की अच्छी खासी संख्या है। यानि करीब 100 लोकसभा सीट ऐसी हैं जहां अगर वोटों का ध्रुवीकरण हो गया तो भाजपा के लिए उसके लक्ष्य 400 के आंकड़े को हासिल करना आसान हो जाएगा। ऐसे में एक बार फिर ये साफ हो गया विपक्षी कितनी भी कोशिश कर लें वो चुनाव बीजेपी की पिच पर ही लड़ने को मजबूर हैं।

Continue Reading

Trending