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प्रादेशिक

उप्र : लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस की शुरुआत रविवार से

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लखनऊ | लखनऊ से छपरा के बीच एक्सप्रेस रेलगाड़ी चलाने की घोषणा मोदी सरकार के पहले रेल बजट में ही हुई थी, लेकिन देर से ही सही दूसरे रेल बजट के दो दिन बाद एक मार्च को इस रेलगाड़ी की शुरुआत होने जा रही है। रेलगाड़ी संख्या 15053 व 15054 का संचालन हफ्ते में तीन दिया किया जाएगा। रेलगाड़ी में वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी, शयनयान व सामान्य कोच लगाए जाएंगे।

पूवरेत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी आलोक कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक, एक मार्च को लखनऊ जंक्शन से रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाई जाएगी, लेकिन रेलगाड़ी का नियमित रूप से संचालन चार व पांच मार्च से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रेलगाड़ी हर सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को रात नौ बजे लखनऊ जंक्शन से चलेगी जो बादशाहनगर, गोमती नगर, फैजाबाद, अयोध्या, शाहगंज, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया होते हुए छपरा दूसरे दिन दोपहर 12़15 बजे पहुंचेगी। छपरा से पांच मार्च को रेलगाड़ी प्रत्येक मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को शाम 7़ 35 बजे चलेगी, जो लखनऊ जंक्शन सुबह नौ बजे पहुंचेगी। मंडुआडीह-नई दिल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12581-12582) भी रविवार से ही चलेगी। मडुआडीह स्टेशन पर एक समारोह में रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा नई रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाएंगे।

नई रेलगाड़ी मडुआडीड-नई दिल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस में वातानुकूलित प्रथम, द्वितीय व तृतीय के अलावा शयनयान डिब्बे होंगे। साधारण कोच भी लगाए जाएंगे। यह गाड़ी प्रतिदिन मडुआडीह से रात 10़ 30 बजे रवाना होगी, रात 1़ 20 बजे इलाहाबाद, सुबह 4़15 बजे कानपुर सेंट्रल, सुबह 11़ 30 बजे गाजियाबाद और अपराह्न् 12़15 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। इसी तरह वापसी में नई दिल्ली से रात 10़ 25 बजे रवाना होकर रात 23़ 03 बजे गाजियाबाद, सुबह 4़ 55 बजे कानुपर, सुबह 7़ 45 बजे इलाहाबाद व सुबह 11़ 20 बजे मंडुआडीह पहुंचेगी।

उत्तर प्रदेश

रामनवमी पर भगवान सूर्य ने किया रामलला के ललाट पर ‘सूर्य तिलक’

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अयोध्या। देशभर में आज रामनवी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार रामनवमी के मौके पर अयोध्या में खास आयोजन किया जा रहा है। 500 साल बाद अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम का सूर्य तिलक किया गया।

वैज्ञानिक दर्पण के जरिए सूर्य की किरण को भगवान रामलला के मस्तक पर पहुंचाया गया। इस दौरान सूर्य की किरणों ने लगभग 4 मिनट तक रामलला के ललाट की शोभा बढ़ाई। शंखों की ध्वनि, मंत्रोच्चारण और पुजारियों की मौजूदगी में सूर्य तिलक के अवसर को और भी शानदार बना दिया। दूसरी ओर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि श्री रामनवमी की पावन बेला में आज, श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्री रामलला सरकार का दिव्य अभिषेक किया गया।

भगवान राम के सूर्याभिषेक के बाद लोगों ने दिव्य दर्शन किए। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद रामलला की ये पहली रामनवमी है। अयोध्या में रामनवमी की अद्भुत और विह्गम छटा दिखने को मिल रही है। इस दौरान रामलला की विशेष पूजा-अर्चना हुई। इस मौके पर राम मंदिर को फूलों और लाइटिंग से सजाया गया है। राम मंदिर के कपाट भक्तों के लिए सुबह 3.30 बजे खोल दिए गए हैं। यहां पर रात 11 बजे तक भक्त रामलला के दर्शन कर सकेंगे। यहां पर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। दोपहर 12.16 बजे रामलला का सूर्यतिलक के भव्य दर्शन हुए।

इससे पहले श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने जानकारी दी थी कि सूर्य के तिलक का सफल परीक्षण पूरा कर लिया गया है। वैज्ञानिकों ने जिस तरह से प्रयास किया है, वह बहुत सराहनीय और वह बहुत अद्भुत है, क्योंकि सूर्य की किरणें भगवान रामलला के ठीक ललाट पर पड़ी है। जैसे ही सूर्य की किरणें प्रभु राम के माथे पर पड़ी, वैसे ही पता चल रहा है कि भगवान सूर्य उदय कर रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा था कि इतना ही नहीं, त्रेता युग में भी जब प्रभु राम ने अवतार लिया था तो उस दौरान सूर्य देव एक महीने तक अयोध्या में रुके थे। त्रेता युग का वह दृश्य अब कलयुग में भी साकार हो रहा है। जब हम प्रभु राम का आरती उतार रहे थे और सूर्य देव उनके माथे पर राजतिलक कर रहे थे तो वह दृश्य बहुत अद्भुत दिख रहा था।

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