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अन्तर्राष्ट्रीय

मानवाधिकार संबंधी समस्याओं से निपटे श्रीलंका : एच.आर.डब्लू

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न्यूयॉर्क | लंदन स्थित ह्यूमन राइट्स वॉच ने शुक्रवार को कहा कि श्रीलंका की नई सरकार को मानवाधिकार संबंधी पूर्व एवं वर्तमान समस्याओं से निपटने के लिए एक सुधार एजेंडा पेश करना चाहिए। सरकार पहले ही आतंकवाद निरोधक अधिनियम के तहत कैद किए गए कैदियों के मामलों की समीक्षा करने, मीडिया रिपोर्टिग पर लगे प्रतिबंध हटाने, इंटरनेट सेंसरशिप खत्म करने और एनजीओं को रक्षा मंत्रालय की निगरानी से मुक्त करने जैसी नई पहल कर रही है।

अमेरिका स्थित ह्यूमन राइट्स वॉच ने नए राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना को लिखे गए एक पत्र में कहा कि अभी मानवाधिकार संबंधी बहुत से मुद्दों पर काम करने की जरूरत है। पत्र में कहा गया, इनमें पुलिस द्वारा अत्याचार करने, अल्पसंख्यक समुदायों को सुरक्षा, सरकारी निगरानी संस्थाओं की आजादी और आतंकवाद निरोधक अधिनियम (पीटीए) को भंग करने जैसे मुद्दे शामिल हैं। इसमें आगे कहा गया, “राष्ट्रपति सिरिसेना के पास अपने पूर्ववर्ती राष्ट्रपति की गलतियों को सुधारने का महत्पूर्ण अवसर है।” ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा, “सरकार का प्रारंभिक कदम श्रीलंका को एक अधिकारों का आदर करने वाले लोकतंत्र के तौर पर पुर्नस्थापित करने के स्थायी उपाय करना होना चाहिए।”

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान में अपने नागरिकों की मौत से भड़का चीन, घटना की गहन जांच की मांग की

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अपने चार नागरिकों की हत्या के बाद चीन भड़का हुआ है। गृह मंत्री मोहसिन नकवी हमले के तुरंत बाद चीन के दूतावास पहुंचे और राजदूत जियांग जैदोंग से मुलाकात की। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी हमले की कड़ी निंदा की, उन्होंने हमले को पाक चीन की दोस्ती को नुकसान पहुंचाने की साजिश बताया।

चीनी नागरिकों पर हुए हमले पर सिंघुआ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय रणनीति संस्थान के अनुसंधान विभाग के निदेशक कियान फेंग ने कहा है कि यह हमला पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी की तरह है। ये बताता है कि पाकिस्तान को अभी सुरक्षा क्षेत्र में बहुत काम करने की जरूरत है। ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित लेख में उन्होंने इस हमले को उस हमले की कॉपी बताया जो 2021 में किया गया था, जिसमें 9 चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी। इस लेख में ये भी कहा गया है कि इस तरह के हमले बताते हैं कि आतंकी ताकतें चीन और पाकिस्तन के आर्थिक गलियारे की सफलता नहीं देखना चाहती हैं और लगातार इसे विफल करने की साजिश रच रही हैं।

उधर अपने नागरिकों की मौत के बाद चीन ने घटना की गहन जांच की मांग भी कर डाली है। पाकिस्तान स्थित चीनी दूतावास ने एक बयान में कहा, “पाकिस्तान में चीनी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने आपात कार्य शुरू कर दिया है और पाकिस्तानी पक्ष से हमले की गहन जांच करने, दोषियों को कठोर सजा देने तथा चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए व्यावहारिक और प्रभावी उपाय करने की मांग की है।”

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