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लालू को देखते ही शरद ने लगाया गले, अटकलों का बाजार गर्म

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रांची। शरद यादव ने जेल में बंद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद से सोमवार को झारखंड के रांची में बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में मुलाकात की है। इस अवसर पर लालू यादव काफी भावुक थे।

इतना ही नहीं शरद यादव ने लालू को देखते ही गले से लगा लिया। उनके इस कदम के बाद बिहार में सियासी माहौल काफी तेज हो गया है। इसके बाद सियासी अटकलें लगायी जा रही है कि शरद यादव शायद राजद का हिस्सा बन सकते हैं।

lalu yadav sharad yadav के लिए इमेज परिणाम

शरद के साथ लालू यादव से मिलने बाबूलाल मरांडी और झारखंड विमुक्ति मोर्चा के विधायक दल के नेता प्रदीप यादव खास तौर में यहां पर मौजूद थे।

लालू प्रसाद और शरद यादव के साथ करीब 10 मिनट की इस मुलाकात के दौरान कुछ मुद्दों पर चर्चा होने की बात कही जा रही है। मुलाकात के बाद लालू यादव ने कहा कि हमारी विपक्षी एकता को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश को मजबूत किया जाएगा।

देश में माहौल सही नहीं चल रहा है। गौरतलब हो कि लालू प्रसाद को इससे पहले चारा घोटाले के तीन अन्य मामले में दोषी ठहराया जा चुका है। इससे पहले 24 जनवरी को उन्हें चारा घोटाले के एक मामले में दोषी ठहराया गया था और तीन वर्षो की सजा सुनाई गई थी।

नेशनल

सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज

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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।

केजरीवाल को सीएम पद से हटाने के लिए याचिका दिल्ली के रहने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दी है, जो खुद किसान और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं। सुरजीत सिंह यादव का कहना था कि वित्तीय घोटाले के आरोपी मुख्यमंत्री को सार्वजनिक पद पर बने रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। याचिकाकर्ता सुरजीत ने अपनी याचिका में कहा था कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में दिक्कत आएगी, बल्कि न्याय प्रक्रिया भी बाधित होगी और राज्य में कांस्टीट्यूशनल सिस्टम भी ध्वस्त हो जाएगा।

याचिका में कहा गया था कि सीएम ने गिरफ्तार होने के कारण एक तरह से मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया है, चूंकि वह हिरासत में भी हैं, इसलिए उन्होंने एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद को अक्षम साबित कर लिया है, अब उन्हें इस मुख्यमंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहिए।

 

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