Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

मेरे पास बंगला है, गाड़ी है, बैंक बैलेंस है, तुम्हारे पास क्या है…

Published

on

Loading

मुंबई। लगभग तीन दशक से अपने गीतों से संगीत जगत को सराबोर करने वाले महान शायर और गीतकार जावेद अख्तर की रूमानी नज्में आज भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं जिन्हें सुनकर श्रोताओं के दिल से बस एक ही आवाज निकलती है। जब छाये तेरा जादू कोई बच ना पाए। आज उनके जन्मदिन के अवसर पर आइए एक नजर डाली जाए उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्सों पर।
जावेद अख्तर के गीतों की यह खूबी रही है कि वह अपनी बात बड़ी आसानी से दूसरों को समझाते हैं। उनके जन्म के कुछ समय के बाद उनका परिवार लखनऊ आ गया। उन्होंने अपनी शुरूआती शिक्षा लखनऊ से पूरी की। कुछ समय तक वहां रहने के बाद वह अलीगढ़ आ गये जहां वह अपनी खाला के साथ रहने लगे। जावेद अख्तर ने अपनी मैट्रिक की पढ़ाई अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पूरी की। इसके बाद उन्होंने अपनी स्नातक की शिक्षा भोपाल के साफिया कॉलेज से पूरी की लेकिन कुछ दिनों के बाद उनका मन वहां नहीं लगा और वह अपने सपनों को नया रूप देने के लिये वर्ष 1964 मे मुंबई आ गये।
मुंबई पहुंचने पर जावेद अख्तर को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। मुंबई मे कुछ दिनों तक वह महज 100 रुपये के वेतन पर फिल्मों मे डॉयलाग लिखने का काम करने लगे। इस दौरान उन्होंने कई फिल्मों के लिये डॉयलाग लिखे लेकिन इनमें से कोई फिल्म बॉक्स आफिस पर सफल नहीं हुई।
मुंबई में जावेद अख्तर की मुलाकात सलीम खान से हुई जो फिल्म इंडस्ट्री में बतौर संवाद लेखक अपनी पहचान बनाना चाह रहे थे। इसके बाद वह और सलीम खान संयुक्त रूप से काम करने लगे। वर्ष 1970 में प्रदर्शित फिल्म अंदाज की कामयाबी के बाद जावेद अख्तर कुछ हद तक बतौर डॉयलाग रायटर फिल्म इंडस्ट्री मे अपनी पहचान बनाने मे सफल हो गये।
बॉलीवुड की मशहूर लेखक जोड़ी सलीम-जावेद ने एक साथ कई हिट फिल्में दी हैं। सलीम खान से जावेद अख्तर की पहली मुलाकात 1966 में हुई थी। जावेद फिल्म ‘सरहदी लुटेरा’ की स्क्रीनिंग पर सलीम खान से मिले थे। इस फिल्म में सलीम बतौर एक्टर नजर आए थे। इस सुपरहिट जोड़ी ने एक साथ करीब 24 फिल्में की जिनमें 22 हिट फिल्में थी, लेकिन आपसी मतभेदों के चलते वर्ष 1982 में ये जोड़ी टूट गई।
वर्ष 1999 मे साहित्य के जगत मे जावेद अख्तर के बहुमूल्य योगदान को देखते हुये उन्हें पद्मश्री से नवाजा गया। वर्ष 2007 में उनको पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया। उनको उनके गीत के लिये साज, बार्डर, गॉडमदर, रिफ्यूजी और लगान के लिये नेशनल अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। जावेद अख्तर आज भी गीतकार के तौर पर फिल्म जगत को सुशोभित कर रहे है।

मनोरंजन

शिंदे की शिवसेना में शामिल हुए गोविंदा, मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

Published

on

Loading

मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति से बड़ी खबर सामने आई है। बॉलीवुड एक्टर गोविंदा ने शिवसेना शिंदे गुट का दामन थाम लिया है। बालासाहब ठाकरे भवन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी ज्वॉइन की। बताया जा रहा है कि वे मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।

इस अवसर पर गोविंदा ने कहा कि एकनाथ शिंदे जी का धन्यवाद, आज के दिन शिवसेना जॉइन करने का मतलब भगवान से मिली प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि 2004 से 2009 तक कांग्रेस पार्टी का सांसद रहा। अब चौदह बरस के बनवास के बाद शिवसेना में शामिल हुआ हूं। गोविंदा ने कहा मुंबई अब पहले सुंदर और विकसित दिखाई पड़ रही है। यहां विकास के काम हो रहे हैं ।

इससे पहले शिंदे गुट के नेता कृष्णा हेगड़े ने गोविंदा से उनके आवास पर मुलाकात की थी, तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि वे शिवसेना शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। सीएम एकनाथ शिंदे की ओर से गोविंदा को लोकसभा चुनाव लड़ाया जा रहा है। वे मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से ताल ठोक सकते हैं। शिवसेना यूटीबी ने अमोल कीर्तिकर को इस सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। अगर शिवसेना शिंदे गुट ने टिकट दिया तो गोविंदा मुंबई ईस्ट वेस्ट पर अमोल कीर्तिकर को कड़ी चुनौती दे सकते हैं।

Continue Reading

Trending