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करियर

नवाचार से शिक्षा में आ रही ताजगी

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रटंत प्रणालीX विकास -संस्थापक राकेश कुमार - प्रयोगशालाएं- इन्नोवेटिव - स्टार्टअप कंपनी ज्ञान लैब- भारत श्रम रिपोर्ट

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नई दिल्ली| रटंत प्रणाली जहां लंबे समय से देश में शिक्षा के विकास की बड़ी बाधा रही है, वहीं कई समूह इस समस्या का निदान करने में जुटे हुए हैं।

एक्सपेरीफन के संस्थापक राकेश कुमार ने कहा, “हमारी प्रयोगशालाएं बच्चों को किताब में लिखी बातों को साबित करने के लिए प्रेरित करती हैं, न कि अपनी ओर से कुछ खोजने के लिए या पुरानी धारणाओं को चुनौती देने के लिए।”

एक्सपेरीफन की स्थापना 2012 में हुई थी। यह संस्था विभिन्न पाठ्यक्रमों के तहत विज्ञान की अवधारणाओं को सीखने के लिए इन्नोवेटिव उत्पाद उपलब्ध कराती है।

12वीं कक्षा के स्तर पर काम करने वाली स्टार्टअप कंपनी ज्ञान लैब की संस्थापक प्रियादीप सिन्हा ने कहा कि आज की शिक्षा अधिक से अधिक उपयोग आधारित होनी चाहिए।

सिन्हा ने कहा, “परीक्षा में 90 फीसदी अंक हासिल करना उद्देश्य नहीं होना चाहिए, क्योंकि आप यदि पढ़ी हुई बातों का उपयोग नहीं कर सकते, तो आप उनसे पिछड़ जाएंगे, जिन्होंने उतने अच्छे अंक हासिल नहीं किए हों, लकिन जो अपने ज्ञान का बेहतर उपयोग कर सकते हैं।”

टीमलीज सर्विसेज द्वारा 2007 के लिए तैयार भारत श्रम रिपोर्ट के मुताबिक, 90 फीसदी रोजगार अवसरों में व्यावसायिक कुशलता की जरूरत होती है, जबकि कॉलेज और स्कूल से निकलने वाले 90 फीसदी विद्यार्थियों के पास सिर्फ किताबी ज्ञान होते हैं और 57 फीसदी भारतीय युवा किसी न किसी स्तर पर बेरोजगारी से प्रभावित रहते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है, “व्यावहारिक नजरिया अपनाया जाना चाहिए, जिसका झुकाव समस्या समाधान पर अधिक होना चाहिए न कि बिना समझे रटने पर।”

ज्ञान लैब और एक्सपेरीफन की तरह दूसरे संस्थान भी हैं, जो बच्चों को ज्ञान का उपयोग करने का प्रशिक्षण देते हैं। नई दिशा और थिंकलैब्स ऐसे ही कुछ अन्य संस्थान हैं।

हैदराबाद के सीड स्कूल्स के संस्थापक और निदेशक मनीष कुमार ने आईएएनएस से कहा, “पिछले एक साल से हम एक्सपेरीफन के विज्ञान किट का अपने स्कूल में उपयोग कर रहे हैं। विज्ञान विषय में विद्यार्थियों में रुचि और समझ में सुधार हुआ है, क्योंकि वे किताबी ज्ञान का वास्तविक जीवन में उपयोग से संबंध स्थापित कर सकते हैं।”

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केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, ऐसे करें आवेदन

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नई दिल्ली। केंद्रीय विद्यालय संगठन ने शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। अगर आप भी अपने बच्चा का पहली से लेकर 12वीं तक किसी भी क्लास में एडमिशन कराना चाहते हैं तो प्रवेश के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा कर लें। केवीएस ने हाल ही में कक्षा 1 प्रवेश 2024 के लिए आवेदन करने के लिए विशेष रूप से एक नया पोर्टल लॉन्य किया है। जिसपर जाकर आप रजिस्ट्रेशन पूरा कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के लिए केवीएस के पॉर्टल kvsonlineadmission.kvs.gov.in पर विजिट करें। यहां से आप अपने बच्चे का आवेदन पत्र भरकर जमा कर सकते हैं।

केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 1 के लिए आवेदन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख 15 अप्रैल 2024 रखी गई है जबकि कक्षा 2 और उससे ऊपर की कक्षाओं में प्रवेश के लिए 10 अप्रैल 2024 तक रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। वहीं कक्षा 11 के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 10वीं का रिजल्ट आने के 10 दिन बाद शुरू होगी। वहीं केवीएस कक्षा 1 की पहली चयन सूची 19 अप्रैल को जारी की जाएगी।

अगर सीटें खाली रहीं तो दूसरी सूची 29 अप्रैल को जारी की जाएगी। बता दें कि केवीएस ने फरवरी तक सभी नए खुले केंद्रीय विद्यालयों को कक्षा 1 में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन ओएलए पोर्टल के माध्यम करने के निर्देश दिए थे जबकि अन्य कक्षाओं के लिए ऑफलाइन मोड में आवेदन करने के निर्देश दिए थे।

अगर आप भी अपने बच्चे का प्रवेश केंद्रीय विद्यालय में कराना चाहते हैं तो रजिस्ट्रेशन के लिए आपके पास कुछ जरूरी दस्तावेज होना आवश्यक है. इसमें भारतीय सिम कार्ड के साथ एक वैध मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है। इसके साथ ही एक वैध ईमेल आईडी, बच्चे की एक डिजिटल तस्वीर या स्कैन की गई फोटो, जिसका आकार 256KB होना चाहिए। फोटो JPEG फॉर्मेट में होना जरूरी है. इसका अधिकतम फाइल आकार 256KB की JPEG या PDF प्रारूप में बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र की स्कैन की गई एक प्रति भी जरूरी है. इसके अलावा ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र, माता-पिता का पूरा विवरण होना आवश्यक है।

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