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नेशनल

फिल्मी स्टाइल में दीवार तोडक़र बाहर निकली दिल्ली मेट्रो

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अगले सप्ताह पीएम मोदी को करना है इस लाइन का उद्घाटन

नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो की नई लाइन पर परीक्षण के दौरान मंगलवार की शाम एक मेट्रो ट्रेन एक दीवार से टकरा गई। यह हादसा ब्रेक फेल होने की वजह से हुआ। इस नई लाइन का उद्घाटन अगले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाना है। हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है। दिल्ली मेट्रो ने कहा कि यह घटना नोएडा व कालकाजी के बीच नए रेल खंड पर कालिंदी कुंज मेट्रो डिपो पर दोपहर बाद 3.40 बजे हुआ। यह ब्रेक फेल होने की वजह से हुआ।

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी)ने बयान में कहा, “परीक्षण की जा रही ट्रेन को कार्यशाला से बिना ब्रेक प्रणाली की जांच के रवाना कर दिया गया। जब ट्रेन धुलाई के लिए रैप पर जा रही तो पास की दीवार से जा टकराई।”

इस घटना का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें ट्रेन डिपो के दूसरी तरफ दीवार तोडक़र से बाहर आती दिख रही है। इस घटना को मानवीय त्रुटि करार देते हुए डीएमआरसी ने कहा कि ऐसा लगता है कि ट्रेन के प्रभारी द्वारा इसे सिग्नल सिस्टम से हटाए जाने के बाद इसका ब्रेक की जांच नहीं की गई, जिस वजह से यह हादसा हुआ।

यह कहा गया कि ट्रेन के कार्यशाला में प्रवेश करने पर सिग्नल प्रणाली को हटाया जाता है और इसके संचालन में वापस लौटने पर इसके ब्रेक की जांच की जाती है। डीएमआरसी ने कहा कि मजेंटा लाइन पर आने वाली ट्रेन चालक रहित संचालन के लिए सक्षम होंगी। कार्यशाला के दौरान हुए हादसे में सिग्नल प्रणाली को बंद कर दिया गया था और इसे मानव द्वारा चलाया जा रहा था।

इसमें कहा गया, “डीएमआरसी तीन अधिकारियों की एक कमेटी से मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए है। प्रथम दृष्टया यह मानव त्रुटि व लापरवाही का मामला लगता है व मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।”

दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन का 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किया जाना है। यह नोएडा के बॉटिनकल गार्डन को दक्षिण दिल्ली के कालकाजी से जोड़ेगी।

नेशनल

सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज

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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।

केजरीवाल को सीएम पद से हटाने के लिए याचिका दिल्ली के रहने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दी है, जो खुद किसान और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं। सुरजीत सिंह यादव का कहना था कि वित्तीय घोटाले के आरोपी मुख्यमंत्री को सार्वजनिक पद पर बने रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। याचिकाकर्ता सुरजीत ने अपनी याचिका में कहा था कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में दिक्कत आएगी, बल्कि न्याय प्रक्रिया भी बाधित होगी और राज्य में कांस्टीट्यूशनल सिस्टम भी ध्वस्त हो जाएगा।

याचिका में कहा गया था कि सीएम ने गिरफ्तार होने के कारण एक तरह से मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया है, चूंकि वह हिरासत में भी हैं, इसलिए उन्होंने एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद को अक्षम साबित कर लिया है, अब उन्हें इस मुख्यमंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहिए।

 

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