Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

असम में बड़ा फर्जीवाड़ा, पैसे लेकर नौकरी बांटने वाले 14 अफसर गिरफ्तार

Published

on

Loading

गुवाहाटी। असम पुलिस ने बुधवार को पैसे के बदले नौकरी मामले में 14 अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। असम लोक सेवा आयोग (एपीएससी) द्वारा नियुक्त इन 14 अधिकारियों के अलावा इस मामले में संलिप्त 11 अन्य अधिकारियों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

पुलिस ने कहा कि ये 14 अधिकारी विभिन्न जिलों में असम पुलिस सेवा (एपीएस), असम लोक सेवा (एसीएस) और अन्य सेवा संबंधी पदों पर नियुक्त किए गए थे। इन सभी को बुधवार को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया। मुख्यमंत्री सर्बानंदा सोनोवाल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मिली इस उपलब्धि पर पुलिस की प्रशंसा की और कहा कि रिश्वत देकर नौकरी पाने वाले किसी भी अधिकारी को छोड़ा नहीं किया जाएगा।

सोनोवाल ने कहा, “हमने पिछले साल एपीएससी कार्यालय से कुछ उम्मीदवारों की फर्जी उत्तर पुस्तिकाएं बरामद की थी। इस साल जून में हमने एपीएसी के जरिए चुने गए 25 अधिकारियों को समन भेजा, ताकि वे इन उत्तर पुस्तिकाओं से अपनी लिखावट को मिला सकें।”

फोरेंसिक लैबरोटरी में इन पुस्तिकाओं को जब मिलाया गया, तो वे नकली निकलीं। पुलिस महानिदेशक मुकेश सहाय ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अभी तक इस मामले में 14 अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 11 अन्य अधिकारियों को गिरफ्तार करना बाकी है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

Published

on

Loading

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

Continue Reading

Trending