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अन्तर्राष्ट्रीय

व्हाइट हाउस में दिवाली की धूम, ट्रंप ने बेटी इवांका संग रोशन किए दीये

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वाशिंगटन। दिवाली की धूम सात समंदर पार अमेरिका तक पहुंच गई है और इस जश्न में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल हो गए हैं। ट्रंप ने ओवल ऑफिस में दिवाली मनाई।

ओवल हाउस में दिवाली सेलिब्रेशन के दौरान संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की प्रतिनिधि निक्की हेली, एडमिनिस्ट्रेटर ऑफ सेंटर्स फॉर मेडिकेयर सीमा वर्मा समेत कई अफसर शामिल हुए। सबसे खास बात इस जश्न की ये रही कि इस प्रोग्राम में ट्रंप की बेटी इवांका भी शामिल रहीं।

पिछले वर्ष भी इवांका दिवाली के अवसर पर वर्जीनिया और फ्लोरिडा स्थित मंदिरों में गई थीं तब ट्रंप राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार थे और उन्होंने न्यूजर्सी में पारंपरिक तरीके से दीप प्रज्ज्वलितकर भारतीय अमेरिकी समुदाय को संबोधित किया था। दिवाली सेलिब्रेशन में यूएस फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन के चेयरमैन अजीत पई, प्रिंसिपल डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी राज शाह भी शरीक हुए।

बता दें कि दिवाली समारोह के आयोजन की परंपरा व्हाइट हाउस में पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने शुरू की थी। उनके बाद व्हाइट हाउस में आए बराक ओबामा और उनके परिवार ने भी दिवाली मनाई। ओबामा व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम में दीप जलाते थे। बहरहाल, ट्रंप जिस समय दिवाली मना रहे थे, तब मीडिया को व्हाइट हाउस में प्रवेश नहीं किया गया है। इसको लेकर कुछ देर विवाद की स्थिति बनी।

अन्तर्राष्ट्रीय

सरबजीत सिंह के हत्यारे की लाहौर में हत्या, अज्ञात हमलावरों ने घर में घुसकर मारी गोली

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नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेल में सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले शख्स अमीर सरफराज तांबा अज्ञात बंदूकधारियों ने घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी है। जानकारी के मुताबिक, अमीर सरफराज तांबा लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में रहता था, जहां मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने उसके घर में घुसकर उसे मौत के घाट उतार दिया।

सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले अमीर सरफराज को लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का करीबी माना जाता था। सरफराज को ‘लाहौर के असली डॉन’ के नाम से जाना जाता था। सरफराज पाकिस्तान में कई संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त था और और सरकार और प्रशासन का संरक्षण प्राप्त था। FIR में सरफराज के भाई जुनैद ने पूरे घटनाक्रम का सिलसिलेवार जिक्र किया है।

जुनैद ने बताया कि जिस समय अज्ञात बंदूकधारी घर में घुसे, तब वह अपने भाई सरफराज के साथ घर में मौजूद था। जुनैद ने बताया कि वो ग्राउंड फ्लोर पर था, जबकि अमीर सरफराज ऊपर वाले फ्लोर पर था। दोपहर में करीब 12.40 बजे पर 2 अज्ञात लोग मोटरसाइकिल पर सवार होकर उसके घर पहुंचे। इसमें से एक व्यक्ति ने हेलमेट पहना था और दूसरे व्यक्ति ने मास्क लगाया था। दोनों ने घर में घुसते ही अमीर सरफराज पर 3 गोलियां चलाई और फरार हो गए।

गौरतलब है कि भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह को पाकिस्तान ने जासूसी का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया था। सरबजीत 30 अगस्त 1990 को गलती से पाक सीमा में चला गया था। तब पाक पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और इस्लामाबाद में हुए बम धमाकों के मामले में गिरफ्तार किया था। पाक पुलिस का दावा था कि भारत के तरनतारन के गांव भिखीविंड निवासी सरबजीत सिंह भारतीय एजेंसियों का जासूस है। कई सालों तक पाक जेल में बंद रखने के बाद पाक खुफिया एजेंसी ISI के इशारों पर अमीर सरफराज ने साल 2013 में जेल में सरबजीत की हत्या कर दी थी।

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