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बिजनेस

पेट्रोल, डीजल पर उत्पाद शुल्क 2 रुपये घटा

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नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)| सरकार ने मंगलवार को परिवहन ईंधन -पेट्रोल और डीजल- पर उत्पाद शुल्क दो रुपये प्रति लीटर घटा दिया।

वित्त मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया, भारत सरकार ने डीजल और पेट्रोल पर मूल उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर कमी करने का फैसला किया है, जो चार अक्टूबर यानी बुधवार से लागू होगा।

बयान के अनुसार, सरकार ने यह कदम आम लोगों के हितों का ध्यान रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में वृद्धि के बाद उठाया है।

बयान के अनुसार, इस निर्णय से पूरे वर्ष के लिए उत्पाद शुल्क में 26,000 करोड़ रुपये का घाटा होगा और इस वित्तीय वर्ष के बचे हुए समय में 13,000 करोड़ रुपये का घाटा होगा।

इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि होने के बाद भारत में पेट्रोल और डीजल के खुदरा मूल्य क्रमश: 70.83 प्रति लीटर और 59.04 प्रति लीटर पहुंच गए थे, जिसके बाद वीपीआई मुद्रास्फीति में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही थी। इसी वजह से और इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों के जोरदार विरोध के बाद सरकार को यह कदम तत्काल उठाना पड़ा।

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बिजनेस

मुंबई बना एशिया के अरबपतियों की राजधानी, बीजिंग को पीछे छोड़ा

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मुंबई। मुंबई में अरबपतियों की संख्या बीजिंग से अधिक हो गई है। हुरुन रिसर्च की 2024 ग्लोबल रिच लिस्ट के अनुसार, मुंबई में 92 अरबपति हैं, जबकि बीजिंग में 91 अरबपति हैं। हालांकि चीन में भारत के 271 की तुलना में कुल मिलाकर 814 अरबपति हैं। ग्लोबल लेवल पर, मुंबई अब न्यूयॉर्क के बाद अरबपतियों के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है, न्यूयार्क में अरबपतियों की संख्या 119 है। लिस्ट के मुताबिक, सात साल बाद लंदन 97 के साथ दूसरे स्थान पर है।

रिपोर्ट में कहा गया है, “मुंबई दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते अरबपतियों की राजधानी है, इस साल इसमें 26 अरबपति शामिल हुए और यह दुनिया में तीसरा व एशिया में अरबपतियों की राजधानी बन गया है। नई दिल्ली पहली बार शीर्ष 10 में शामिल हुई।” भारत की आर्थिक शक्ति उसकी अरबपति आबादी में उल्लेखनीय वृद्धि से और भी अधिक रेखांकित हुई। देश में आश्चर्यजनक रूप से 94 नए अरबपति जुड़े, जो संयुक्त राज्य अमेरिका को छोड़कर किसी भी देश में सबसे अधिक है। कुल मिलाकर यहां 271 अरबपति हो गए। यह उछाल 2013 के बाद से सबसे ज्‍यादा है और भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ते आत्मविश्‍वास का प्रमाण है।

2024 हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय अरबपतियों की संचयी संपत्ति चीन की प्रति अरबपति औसत संपत्ति (3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर बनाम 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर) को पार करते हुए 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई।

रिपोर्ट में बताया गया है कि उद्योग के लिहाज से फार्मास्युटिकल क्षेत्र 39 अरबपतियों के साथ सबसे आगे है, इसके बाद ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग (27) और रसायन क्षेत्र (24) का स्थान है। सामूहिक रूप से भारतीय अरबपतियों की संपत्ति 1 खरब डॉलर के बराबर है, जो वैश्विक अरबपतियों की संपत्ति का 7 फीसदी है, जो देश के पर्याप्त आर्थिक प्रभाव को दर्शाता है।

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