Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

लालू के लाल के बंगले पर विवाद, मोदी बोले- अच्छी हालत में करें वापस

Published

on

Loading

पटना। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव को आवंटित बंगले को आगे भी जारी रखे जाने की गुहार को राज्य सरकार ने खारिज कर दिया है। इसके बाद वर्तमान उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बिना कोई क्षति पहुंचाए बंगला जल्द खाली करने को कहा है।

तेजस्वी ने सरकार से अपील की थी कि उन्हें बतौर डेप्युटी सीएम 5, देशरत्न मार्ग पर मिले बंगले में ही रहने की छूट दी जाए। नीतीश सरकार ने उनकी इस अपील को खारिज कर दिया। अब सुशील मोदी का कहना है, ‘राज्य सरकार ने उनकी अपील नामंजूर कर दी है। तेजस्वी यादव जल्द से जल्द बंगला खाली कर दें। मुझे अपने कामकाज में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।’

सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया कि इससे पहले आरजेडी के कुछ मंत्रियों से जो बंगले खाली करवाए गए उनके पंखे, बिजली के तार और टॉयलेट्स के साथ तोडफ़ोड़ की गई थी। मोदी ने तेजस्वी से यह भी कहा कि सरकारी प्रोपर्टी से इतना मोह रखना ठीक नहीं है।

हालांकि राजद अध्यक्ष लालू यादव का कहना है कि ये बातें उनके लिए प्राथमिकता नहीं हैं और सुशील मोदी अगर इस बंगले में रहना चाहते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।

वहीं, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव को भी तीन देशरत्न मार्ग स्थित सरकारी बंगला छोडऩा होगा। अब यह सरकारी बंगला बिहार विधान परिषद के सभापति को अलॉट किया गया है। भवन निर्माण विभाग ने नीतीश मंत्रिमंडल के मंत्रियों को सरकारी बंगला आवंटित कर दिया।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

Published

on

Loading

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

Continue Reading

Trending