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प्रादेशिक

बीआरडी केस: सीएम योगी, राहुल गांधी आज गोरखपुर पहुंचेंगे

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लखनऊ/गोरखपुर| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को गोरखपुर पहुंचेंगे। इन दो बड़ी राजनीतिक हस्तियों के दौरे के मद्देनजर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में 36 बच्चों की मौत के बाद पहली बार राहुल गांधी यहां पहुंच रहे हैं।

कार्यक्रम के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ आज गोरखपुर आएंगे। वह अंधियारीबाग दलित बस्ती में ‘स्वच्छ उत्तर प्रदेश, स्वस्थ उत्तर प्रदेश’ का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद हेलीकॉप्टर से कैम्पियरगंज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेंगे। मुख्यमंत्री गोरखपुर मंडल के अन्य जिलों में बाढ़ की स्थिति का भी जायजा लेंगे।

कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह के मुताबिक, राहुल गांधी भी शनिवार को चार्टर्ड विमान से गोरखपुर आएंगे और बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से मरने वाले बच्चों के परिजनों से मिलेंगे। उसके बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज का दौरा करेंगे।

गौरतलब है कि गोरखपुर में बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी की वजह से 36 बच्चों की मौत हो गई थी।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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