Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

भव्‍य स्‍वागत के बीच ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस में मोदी करेंगे डिनर

Published

on

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, व्हाइट हाउस, ट्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति

Loading

वाशिंगटन। व्हाइट हाउस में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच मुलाकात के लिए कम से कम पांच घंटे का समय रखा गया है। यह मुलाकात दोनों नेताओं के लिए खास है।

दोनों नेता आपसी संबंधों को मजबूत करने के साथ भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे। सोमवार को 3.30 बजे शाम को मुलाकात होगी। इसके बाद मीडिया के लिए एक संक्षिप्त फोटो अप कार्यक्रम होगा और फिर दोनों नेता प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत के लिए आगे बढ़ेंगे। इसके बाद एक कॉकटेल रिसेप्शन भी होगा।

दिन का अंत व्हाइट हाउस डिनर के साथ होगा। यह पहली बार होगा जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक विदेशी नेता के दौरे पर डिनर की मेजबानी करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी के दौरे पर मीडिया को जानकारी देने वाले अधिकारी ने इस डिनर कार्यक्रम को बेहद महत्वपूर्ण बताया और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में व्हाइट हाउस रेड कारपेट बिछाने को उत्सुक है।

अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप का रुख एशिया-प्रशांत और वैश्विक मुद्दों पर काफी आलोचनात्मक हैं, लेकिन पीएम मोदी का दौरा भारत-अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने का अवसर प्रदान करेगा।

डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी तीन बार फोन पर बातचीत हो चुकी है। और यह पहली व्यक्तिगत मुलाकात होगी।

दोनों देशों के अधिकारियों ने दोनों नेताओं को बिजनेस केंद्रित व्यक्ति के रूप में रेखांकित किया है। साथ ही यह भी कहा है कि दोनों नेता सार्वजनिक रूप से काफी एक्टिव हैं। सोशल मीडिया पर दुनिया के सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले नेताओं में ट्रंप और मोदी ऊपरी क्रम में हैं। ट्विटर पर ट्रंप के 32.7 मिलियन फॉलोवर हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30.9 मिलियन फॉलोवर हैं।

व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि एक मजबूत संबंध भारत अमेरिका के हित में है। राष्ट्रपति ट्रंप इस मोमेंटम को बनाए रखना चाहते हैं।

बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बीच काफी घनिष्ठता देखी गई। इस दौरान कई मौकों पर ट्रंप ने भारत के साथ संबंधों को लेकर अपनी भावनाओं का खुलकर इजहार किया था।

अन्तर्राष्ट्रीय

हेलीकॉप्टर दुर्घटना में केन्या के रक्षा प्रमुख की मौत, राष्ट्रपति ने दिए जांच के आदेश

Published

on

Loading

नई दिल्ली। केन्या के आर्मी चीफ जनरल फ्रांसिस ओगोला की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है। उनके साथ हेलीकॉप्टर पर सवार 9 और लोगों की भी जान चली गई। केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो ने घटना के संबंध में जानकारी दी। राष्ट्रपति विलियम रुटो ने कहा कि केन्या के रक्षा प्रमुख और नौ अन्य शीर्ष अधिकारियों की गुरुवार को देश के एक दूरदराज के इलाके में एक सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई।

रुटो ने कहा, ‘मुझे केन्या रक्षा बलों के प्रमुख जनरल फ्रांसिस ओमोंडी ओगोला के निधन की घोषणा करते हुए गहरा दुख हो रहा है। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए एक जांच टीम गठित की गई है और उन्हें एल्गेयो मराकवेट काउंटी में दुर्घटना स्थल पर भेजा गया है।’

रूटो ने बताया कि जनरल ओगोला केन्या के उत्तरी रिफ्ट क्षेत्र में सैनिकों के साथ बैठक करने और वहां पर चल रहे स्कूल नवीकरण का निरीक्षण करने के लिए गुरुवार को नैरोबी से रवाना हुए थे। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए, केन्या रक्षा बलों के कमांडर-इन-चीफ के रूप में, यह केन्या रक्षा बलों की बिरादरी के लिए एक दुखद क्षण है और यह राष्ट्र के लिए सबसे दुर्भाग्यपूर्ण दिन है। हमारी मातृभूमि ने अपने सबसे बहादुर जनरलों में से एक को खो दिया है।’

राष्ट्रपति ने घोषणा की है कि केन्या में शुक्रवार से तीन दिनों का शोक मनाया जाएगा। केन्या के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, जनरल ओगोला 1984 में केन्याई रक्षा बलों में शामिल हुए और केन्या वायु सेना में तैनात होने से पहले 1985 में वो दूसरे लेफ्टिनेंट बने थे। राष्ट्रपति के प्रवक्ता हुसैन मोहम्मद के अनुसार, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद केन्याई राष्ट्रपति ने नैरोबी में देश की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक तत्काल बैठक बुलाई है।

Continue Reading

Trending