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प्रादेशिक

युवा इंजीनियर पंचायत चुनाव के मैदान में

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सिवनी| युवा पीढ़ी आमतौर पर उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद अच्छी नौकरी की चाह रखती है, लेकिन मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में जनजातीय वर्ग से ताल्लुक रखन ेवाली नेहा कुमरे एम.टेक करने के बाद नौकरी की जगह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए पंचायत चुनाव में हाथ आजमा रही हैं।

सिवनी जिले के घंसौर विकास खंड की नेहा ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र के एनआईटी कॉलेज से एम.टेक किया है। जबलपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज में संविदा पर प्राध्यापक रह चुकी हैं।

नेहा ने पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला क्यों किया? आईएएनएस से पूछे गए इस सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि एक बार घंसौर जनपद पंचायत कार्यालय में उसे कुछ बुजुर्ग परेशान नजर आए और उन्होंने बताया कि 500 रुपये देने पर उनका जाति प्रमाण पत्र बन पाया है और उनके पास अपने गांव जाने के पैसे नहीं थे।

प्रमाण पत्र के नाम पर घूस लेने की घटना का जिक्र उसने अपने शिक्षक माता-पिता से किया और उन्होंने कहा कि इस हालात को सिर्फ राजनीति में जाकर ही बदला जा सकता है, उसी दिन नेहा ने राजनीति में जाने का फैसला कर लिया था।

नेहा बताती है कि इन दिनों अध्यापन का काम नहीं कर रही हैं, इसलिए उसने सोचा क्यों न जिला पंचायत का चुनाव लड़ा जाए। उसने परिजनों के सामने अपनी इच्छा जाहिर की। माता पिता शुरुआती हिचकिचाहट के बाद इसकी मंजूरी दे दी।

जब उससे पूछा गया कि क्या जिला पंचायत सदस्य बनकर गरीबों को वह किस प्रकार उनका हक दिला पाएंगी? नेहा ने कहा, “इरादा बड़ा हो तो लोगों की अपेक्षा पूरी की जा सकती है। वह भले ही और कुछ न कर पाए लेकिन गरीबों को प्रमाण पत्र पाने के लिए रिश्वत देने की स्थिति नहीं आने देगी।”

अंग्रेजी, हिंदी और जनजातीय भाषा में दक्ष नेहा इस चुनाव में हर किसी के आकर्षण का केंद्र है, क्योंकि वह उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद नौकरी करने की जगह गांव के जरुरतमंदों को उनका हक दिलाने के लिए चुनाव लड़ रही हैं।

उत्तर प्रदेश

जौनपुर की चुनावी जंग हुई रोचक, बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को बनाया उम्मीदवार

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लखनऊ। बसपा ने उत्तर प्रदेश की जौनपुर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि दूसरी ओर सपा ने एक वक्त में मायावती के करीबी रहे बाबू सिंह कुशवाहा को यहां से टिकट दिया है। वहीं बीजेपी ने पूर्व कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री कृपाशंकर सिंह को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है।

मीडिया रिपोर्टस् के मुताबिक पहले बाहुबली धनंजय सिंह के सपा से चुनाव लड़ने की अफवाहों से सियासी गलियारों में सरगर्मी तेज हो गई थी। इसके बाद उन्हें सजा हो गई और उनका लोकसभा चुनाव लड़ना टल गया। इन सबके बीच सपा ने बाबू सिंह कुशवाहा को इस सीट से मैदान में उतार दिया। इसके बाद बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी को टिकट देकर यहां मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया है। उन्होंने बीएसपी के ऐलान के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘जय भीम जय जौनपुर’। उनके इस पोस्ट से सियासी हलचल बढ़ गई है।सूत्रों की मानें तो अब जौनपुरी सीट पर सियासी जंग काफी रोचक हो गई है।

इससे पहले उन्होंने धनंजय सिंह के जेल जाने के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट कर लिखा था, ‘आप सभी से एक अपील।हम आपकी भावनाओं की कद्र करते हैं लेकिन फैसला न्यायपालिका ने दिया है जिसका हमें सम्मान करना‌ चाहिए व साथ ही साथ अपने नेता श्री धनंजय जी का अनुसरण करते हुए किसी भी नेता अथवा दल के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आपके नेता के व्यक्तित्व पर दुष्प्रभाव पड़ेगा।

उन्होंने आगे कहा था, ‘कभी किसी भी दल अथवा नेता के लिए ग़लत शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया, कृपया आप भी संयम बनाएं, धैर्य से काम लें।आपके नेता को आपके सहानुभूति की जरूरत है। उम्मीद करती हूं कि आप मेरी बातों पर अमल करेंगे।बता दें कि जौनपुर सीट पर छठवें चरण में 25 मई को वोट डाले जाएंगे।

 

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