कृपालु महाराज
जेकेसी ने किया निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन
मनगढ़ (कुंडा, प्रतापगढ़)। जगद्गुरु कृपालु चिकित्सालय (जेकेसी), मनगढ़ द्वारा तिलगंगा इंस्टीट्यूट ऑफ ऑपथैलमोलोजी के सहयोग से दिनांक 4 मार्च 2017 से 7 मार्च 2017 तक चार दिवसीय निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
चिकित्सा शिविर का उद्घाटन जगद्गुरु कृपालु परिषत् की अध्यक्षा सुश्री डॉ. विशाखा त्रिपाठी, सुश्री डॉ. श्यामा त्रिपाठी एवं सुश्री डॉ. कृष्णा त्रिपाठी जी के कर-कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ।
तिलगंगा इंस्टीट्यूट ऑफ ऑपथैलमोलोजी के चिकित्सक डॉ. गोविन्द पॉड्याल और उनके सहयोगियों एवं मध्यप्रदेश कि डॉ. श्रीदेवी दास द्वारा 708 मोतियाबिन्द के रोगियों के एवं 8 अन्य आँख रोगियों के सफल ऑपरेशन किये गये।
इस प्रकार नेत्र चिकित्सा शिविर पूर्णरूपेण सफल रहा एवं निर्धन एवं अभावग्रस्त ग्रामवासियों को अपनी दृष्टि वापस मिल गई। चिकित्सा शिविर के दौरान रोगियों को दवाईयाँ, भोजन एवं रहने की सुविधा चिकित्सालय द्वारा निःशुल्क रूप से प्रदान की जाती है।
आध्यात्म
जगद्गुरु कृपालु परिषद द्वारा वृन्दावन क्षेत्र में वास करने वाली विधवा व निराश्रित महिलाओं को दिए गए उपहार
वृन्दावन। जगद्गुरु कृपालु परिषद श्यामा श्याम धाम समिति के तत्वावधान में वृन्दावन में वास कर भजन कीर्तन करने वाली लगभग चार हजार विधवा व निराश्रित महिलाओं को उपहार प्रदान किए गए। इन उपहारों में उनके वस्त्र, शाल व अन्य जीवनोपयोगी वस्तुएं शामिल हैं।
बता दें कि जगद्गुरु कृपालु परिषद श्यामा श्याम धाम समिति के तत्वावधान में हर वर्ष ब्रह्मलीन जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज की पुण्यतिथि के अवसर पर साधु भोज व निराश्रित महिलाओं को उपहार प्रदान किए जाते हैं।
इसी क्रम में पिछले दिनों भी वृन्दावन क्षेत्र के साधुओं को प्रेम मन्दिर में भोज के साथ साथ उपहार भी दिए गए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पधारे साधुओं को भोज के साथ साथ उपहार भी दिए गए थे।
साधू भोज कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जगद्गुरु कृपालु परिषद की चेयरपर्सन डॉ. विशाखा त्रिपाठी ने कहा कि इन धार्मिक आयोजनों का मार्ग निर्माण उनके पिता जगद्गुरु कृपालु जी महाराज ने किया था। आज उनकी बनाई हुई संस्था उनके पथ पर चलकर अपने दायित्वों का बाखूबी निर्वहन कर रही है।
इस अवसर जेकेपी श्यामाश्याम धाम समिति की अध्यक्षा डॉ श्यामा त्रिपाठी एवं अनुजा डॉ कृष्णा त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से कहा कि बड़ी दीदी के दिशा निर्देशन में हमारी संस्था को ब्रजवासियों की सेवा से आंनद अनुभूति होती है, बृजवासी स्वयं भगवान के स्वरूप होते है, और इनकी सेवा करने से अन्तःकरण शुध्द होता है। बताया गया कि करीब पांच हजार साधुओं को 15 प्रकार की दैनिक वस्तुएं दक्षिणा के साथ प्रदान की गई।
-
लाइफ स्टाइल3 days ago
तेजी से बढ़ रही है दिल की बीमारियों के चलते मौत, करें ये उपाय
-
नेशनल3 days ago
हैदराबाद से बीजेपी उम्मीदवार माधवी लता के खिलाफ FIR दर्ज, मस्जिद की तरफ काल्पनिक तीर छोड़ने का आरोप
-
नेशनल3 days ago
सपा ने कन्नौज से तेज प्रताप यादव को बनाया उम्मीदवार, अखिलेश नहीं लड़ेंगे चुनाव
-
नेशनल3 days ago
शिक्षक भर्ती घोटाला: कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले से गई 24000 शिक्षकों की नौकरी, बस एक महिला की बची जॉब
-
नेशनल3 days ago
राहुल गांधी की तबियत आज भी खराब, तमाम चुनावी कार्यक्रम हुए कैंसिल
-
नेशनल3 days ago
दूसरे चरण में धार्मिक ध्रुवीकरण के समीकरण का चक्रव्यूह भेद पाएंगे मोदी!
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
अमेरिका में पढ़ाई कर रहे दो भारतीय छात्रों की सड़क हादसे में मौत, कॉलेज से घर लौटते समय हुआ हादसा
-
नेशनल3 days ago
सुप्रीम कोर्ट ने रेप पीड़िता नाबालिग को 30 सप्ताह का गर्भ गिराने की दी इजाजत