मुख्य समाचार
मुख्यमंत्री उम्मीदवार का फैसला सोनिया करेंगी : अमरिंदर
पटियाला | पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि उनके मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार होने के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है और यह तय करने का दायित्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी पर है। आगामी चार फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए अपने गृहनगर पटियाला में पटियाला शहरी विधानसभा सीट से अपना नामांकन पत्र भरने से पहले सिंह संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने क्रिकेट से राजनीति में आए नवजोत सिंह सिद्धू के कांग्रेस में शामिल होने के वक्त राष्ट्रीय राजधानी में अपनी अनुपस्थिति के बारे में स्पष्टीकरण दिया।
सिंह ने कहा, “मुझे दिल्ली में रहना चाहिए या पंजाब में प्रचार करना चाहिए? चुनाव प्रचार के लिए मेरे पास केवल 12-14 दिन बचे हैं।”
उन्होंने कहा, “पूरे चुनाव प्रचार का दायित्व मेरे ऊपर है, आप यह सवाल क्यों पूछ रहे हैं?”
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने पूर्व क्रिकेटर के साथ किसी तरह की सौदेबाजी से इनकार किया। उन्होंने कहा कि सिद्धू के साथ कुछ दिनों से बातचीत चल रही थी।
सिंह ने कहा, “सिद्धू के साथ कोई सौदेबाजी नहीं हुई है। नवजोत कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे। कुछ दिनों से बातचीत चल रही थी। मैंने भी उनसे तीन-चार बार मुलाकात की थी।”
सिंह की तरह सिद्धू भी पटियाला के रहने वाले हैं। हालांकि वह भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर अमृतसर से तीन बार लोकसभा के लिए चुने गए थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “सिद्धू के पिता भगवंत सिंह कांग्रेसी थे। वह पटियाला जिला कांग्रेस के महासचिव थे, जब मेरी मां जिला कांग्रेस की अध्यक्ष थीं।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “सिद्धू ने कभी नहीं कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर उन्हें कोई महत्वपूर्ण दायित्व मिलेगा। उन्होंने कहा था कि यह उनकी घर वापसी है।”
सिंह ने कहा कि वह पटियाला शहरी और लांबी दोनों विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हैं, क्योंकि उन्होंने पटियाला से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी और इस सफर को वहीं खत्म करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “यह मेरा अंतिम चुनाव है। लांबी में मैं मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को चुनौती दे रहा हूं। मैं उन लोगों (बादल परिवार) को एक सबक सिखाना चाहता हूं, जिन्होंने पंजाब को लूटा है।”
उन्होंने एक बार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पटियाला से चुनाव लड़ने की चुनौती दी।
नेशनल
गृहमंत्री अमित शाह ने वाराणसी में काल भैरव मंदिर में की पूजा-अर्चना, बीजेपी की जीत का मांगा आशीर्वाद
वाराणसी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी की जीत का आशीर्वाद मांगा।
बता दें कि गृह मंत्री बुधवार की शाम काशी दौरे पर पहुंचे थे। वे महमूरगंज के मोतीझील में पीएम नरेंद्र मोदी और वाराणसी से भाजपा प्रत्याशी के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया। फिर मोतीझील मैदान में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने काशी के कार्यकर्ताओं में लोकसभा चुनाव को लेकर जोश भरने का काम किया। उसके बाद उन्होंने काशी में ही रात्रि विश्राम किया था। गुरुवार सुबह अचानक से दर्शन पूजन का प्लान तैयार किया गया था। इसके क्रम में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में गृहमंत्री ने सबसे पहले काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन किया.
काशी के कोतवाल का दर्शन करने के बाद उन्हें विश्वनाथ मंदिर भी जाना था लेकिन अचानक से उनके कार्यक्रम में हुए बदलाव के बाद वह सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए, जहां से वह अगले कार्यक्रम के लिए जाएंगे। फिलहाल गृहमंत्री ने काल भैरव मंदिर में विशेष पूजन किया है। काल भैरव मंदिर के महंत नवीन गिरी का कहना है कि काल भैरव अष्टक के साथ उनका विशेष पूजन करवाया गया है ताकि सुख, शांति व समृद्धि के साथ उन्हें बड़ी जीत मिल सके।
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