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नेशनल

नोटबंदी देशहित में उठाया गया बड़ा कदम : शाहनवाज

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नोटबंदी देशहित में उठाया गया बड़ा कदम : शाहनवाज

मुजफ्फरपुर | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने यहां गुरुवार को कहा कि नोटबंदी देश हित में है, और इससे देश का काला धन समाप्त होगा। उन्होंने नोटबंदी के समर्थन के लिए जहां नीतीश कुमार की तरीफ की, वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। हुसैन ने मुजफ्फरपुर में संवाददाताओं से कहा, “नीतीश कुमार ने देशहित में नोटबंदी का समर्थन किया है। इसके पीछे किसी को राजनीति नहीं देखनी चाहिए। नोटबंदी के माध्यम से देश का काला धन खत्म होगा। जब काला पैसा नहीं होगा तो काले कारनामे भी बंद हो जाएंगे।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार को नोटबंदी से लोगों को हो रही परेशानियों का अंदाजा है और उन परेशानियों को दूर करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

नोटबंदी को लेकर ममता बनर्जी के विरोध पर हुसैन ने सवालिया लहजे में कहा, “आखिर ममता इतना बेचैन क्यों हैं? यह देश की जनता जानना चाहती है। अपना राज्य छोड़कर अन्य राज्यों में घूम रही हैं। यह अलग बात है कि उनको समर्थन नहीं मिल रहा है।”

जम्मू-कश्मीर में हिंसा की घटनाओं में कमी आने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे वहां की स्थिति सामान्य हो रही है। हाल की आतंकी घटनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश को इसकी कीमत चुकानी होगी और देश के जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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