Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

गैजेट्स

पुराना डेटा अपने स्मार्टफोन में सेव करने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके

Published

on

Loading

 

पुराना डेटा अपने स्मार्टफोन में सेव करने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके

स्मार्टफोन में हर कोई पर्सनल डेटा सेव करके रखता है। पर बहुत लोगों की नजर आपके फोन पर होती है। कभी चोर उसे चुराने की फिराक में रहते है तो कभी ऑनलाइन फोन में सेब जानकारी को हासिल करने के चक्कर में रहते है। कई बार तो फोन खराब होने पर भी सारा डेटा उड़ जाता है।

इन सब चीजों से बचने का आसान और सरल तरीका है कि स्मार्टफोन पर जितना कम हो सके पर्सनल और फाइनांशियल जानकारी रखें।

आज के समय में जब सभी बैंक, म्यूच्यूअल फंड, शेयर बाज़ार और बीमा कंपनिया स्मार्टफोन पर जानकारी देना चाहती हैं तो शायद ये करना मुश्किल है।

लेकिन अपने स्मार्टफोन पर जानकारी का अगर आप बैक अप रखते हैं तो ये बहुत आसान है।

अपने आप स्मार्टफोन पर रखे डेटा का अगर आप बैक अप समय समय पर लेते रहेंगे तो जानकारी चोरी होने का डर नहीं होगा।

टाइटेनियम बैक अप को कई सालों से इसे बैक अप का बादशाह माना जाता रहा है इसमें कई ऐसी सुविधाएं हैं जो दूसरे बैक अप ऐप में नहीं मिलती हैं लेकिन टाइटेनियम को लेकर कई परेशानियां भी हैं, जैसे देखने में बहुत पुराना दिखता है और इसके लिए रूट एक्सेस की जरूरत पड़ती है। ये फ्री नहीं है और इस्तेमाल के लिए करीब 400 रुपये खर्च करने पड़ेंगे।

चीता का ऐप सीएम बैक अप आपके ये कॉन्टैक्ट, एसएमएस, कॉल लॉग, कैलेंडर और फोटो को सुरक्षित रखता है। इस ऐप को अगर आप डाउनलोड करेंगे तो उसके साथ में पांच गीगाबाइट का क्लाउड स्टोरेज फ्री मिलेगा।

जी क्लाउड बैकअप खुद के क्लाउड स्टोरेज का इस्तेमाल करता है और आप एक गीगाबाइट स्टोरेज के साथ भी शुरुआत कर सकते हैं. बाद में इसे 10 जीबी तक भी किया जा सकता है. ये ऐप बिलकुल फ्री है लेकिन इसमें समय समय पर विज्ञापन दिखाई देंगे। बैकअप सिर्फ वाई-फाई कनेक्शन पर होगा इसलिए आपका मोबाइल डेटा इस्तेमाल नहीं होता है।

ईजी बैकअप एंड रिस्टोर र हो जाता है। इस ऐप में भी कॉन्टैक्ट, एसएमएस, एमएमएस, कॉल लॉग, कैलेंडर, डिक्शनरी और फोटो और बुकमार्क को सुरक्षित रखा जा सकता है।

हांलाकि ऐप को सेफ रखने के लिए रूटिंग की जरूरत पड़ती है. अगर आपके पास ड्राप बॉक्स, गूगल ड्राइव, वन ड्राइव जैसे स्टोरेज के विकल्प हैं तो इन सभी पर आप अपने बैकअप रख सकते हैं. अगर एसडी कार्ड पर स्टोर करके रखना है तो वो भी संभव है।

सुपर बैकअप भी दूसरों की तरह कॉल लॉग, एसएमएस, कॉन्टैक्ट वगैरह बैकअप कर देता है लेकिन फ्री वर्जन में विज्ञापन दिखाई देंगे और करीब 150 रुपये देकर ये ऐप आप शायद खरीदना न चाहें.

गैजेट्स

केंद्र सरकार का बड़ा एक्शन, 70 लाख मोबाइल नंबर हुए सस्पेंड; जानें क्या है कारण 

Published

on

70 lakh mobile numbers suspended in INDIA

Loading

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक बड़ा एक्शन लेते हुए 70 लाख मोबाइल नंबर को सस्पेंड कर दिया है। यानी इन मोबाइल नंबर का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अब आपके जेहन में ही यही सवाल आ रहा होगा कि आखिर सरकार की ओर से यह कदम क्यों उठाया गया है। दरअसल, यह कदम बढ़ते डिजिटल फ्रॉड को देखते हुए उठाया गया है।

इस वजह से हुए मोबाइल नंबर सस्पेंड

सस्पेंड किए गए ये वे मोबाइल नंबर थे जो किसी तरह के संदिग्ध लेन-देन से जुड़े थे। दरअसल, इस मामले को लेकर वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने मंगलवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के समय में डिजिटल पेमेंट को लेकर हो रही धोखाधड़ी को देखते हुए ऐसा किया गया है। बता दें, वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने यह जानकारी डिजिटल पेमेंट को लेकर धोखाधड़ी और इससे जुड़े मुद्दों पर बैठक के बाद दी है।

जनवरी में होगी अगली बैठक

जोशी ने कहा है कि डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए बैंकों को भी निर्देश दिए गए हैं। बैंकों को उनकी प्रक्रियाओं और प्रणालियों को पहले से मजबूत बनाने को कहा गया है। उन्होंने बैठक को लेकर जानकारी देते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर आगे भी बैठकें होती रहेंगी। इसी के साथ मामले पर अगली बैठक अगले साल जनवरी में रखी गई है।

वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AEPS) धोखाधड़ी को लेकर कहा है कि राज्यों को इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है। इसी के साथ राज्य सरकारों को डेटा सुरक्षा को भी मजबूत बनाने पर गौर देना चाहिए।

फ्रॉड के मामले कैसे होंगे कम

विवेक जोशी ने कहा है कि डिजिटल धोखाधड़ी को लेकर जागरुकता बेहद जरूरी है। इस तरह की धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए जरूरी है कि समाज को इन मामलों से अवगत करवाया जाए और जागरुक किया जाए। मालूम हो कि हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी साइबर धोखाधड़ी को लेकर समाज को जागरुक करने की बात पर जोर दिया था।

Continue Reading

Trending