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प्रादेशिक

सतना में इनामी डकैत गिरफ्तार

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सतना| मध्य प्रदेश के सतना जिले की पुलिस ने सुदेश पटेल अर्फ बलखडिया गिरोह के सदस्य डकैत रम्मू कोल को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। कोल पर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में कई प्रकरण दर्ज हैं और उस पर 65 हजार रुपये का इनाम घोषित है। रामपुर के थाना प्रभारी अनिवेश द्विवेदी ने बुधवार को बताया कि सरभंगा के जंगल में पुलिस दल के तलाशी अभियान के दौरान एक व्यक्ति कट्टा व कारतूस के साथ पकड़ा गया तो उसकी पहचान डकैत रम्मू कोल के तौर पर हुई।

द्विवेदी ने बताया कि डकैत कोल पर कुल 65 हजार रुपये का इनाम घोषित है, जिसमें उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक द्वारा 50 हजार रुपये और रीवा परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक द्वारा 15 हजार रुपये का इनाम शामिल है। इस पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में कई मामले दर्ज हैं। बताया गया है कि लगभग दो वर्ष पूर्व रम्मू कोल उत्तर प्रदेश के बांदा से फरार हुआ था और तभी से पुलिस को उसकी तलाश थी।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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