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प्रादेशिक

बिहार : पेड़ पर लटका मिला प्रेमी युगल का शव

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शव

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शवसीवान| बिहार में सीवान जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह पुलिस ने एक पेड़ पर लटका प्रेमी-प्रेमिका का शव बरामद किया। पुलिस के अनुसार, स्थानीय लोगों ने सुबह धोवबलिया गांव स्थित रेलवे लाइन के किनारे एक पेड़ पर युवक-युवती का शव लटका देखा, जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी।

महाराजगंज के थाना प्रभारी संजीव कुमार रंजन ने बताया कि मृतकों की पहचान धोवबलिया गांव निवासी जितेंद्र साह (25) और बबीता कुमारी (22) के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया कि ग्रामीणों के मुताबिक दोनों एक-दूसरे से प्रेम करते थे, लेकिन अलग-अलग जाति से होने के कारण दोनों के परिजन इस रिश्ते के खिलाफ थे।

थाना प्रभारी ने बताया कि संभवत: इसी कारण दोनों ने पेड़ से लटक कर जान दे दी। शवों को पोस्टमार्टम के लिए सीवान सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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