Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

टाटा वैश्विक विश्वविद्यालयों संग विकसित करेगी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी

Published

on

टाटा

Loading

टाटामुंबई| टाटा समूह ने सोमवार को दुनिया के सर्वोच्च विश्वविद्यालयों में से कुछ में अनुसंधान और विकास निधि के लिए 2.5 करोड़ डॉलर वाली निधि की घोषणा की। टाटा सन्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), टाटा केमिकल्स, टाटा कम्युनिकेशन, टाटा स्टील और जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) जिन विश्वविद्यालयों के साथ भागीदारी करेंगे, उनमें हावर्ड, येल, रॉयल सोसाइटी (यूके) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी-मद्रास) शामिल हैं।

टाटा यह वित्तीय सहायता शोध कार्यक्रम, अध्ययन प्रोत्साहन अवकाश, फेलोशिप तथा विश्वविद्यालय में लंबी अवधि के अनुसंधान के लिए देगी।  टाटा सन्स समूह के मुख्य तकनीकी अधिकारी गोपीचंद कटरागड्डा ने बताया, “टाटा समूह का विजन दुनिया के 25 फीसदी लोगों के जीवन को प्रभावित करना है। इसके लिए हम दुनिया के सबसे अच्छे शोध संस्थानों से हाथ मिला रहे हैं, ताकि जिन क्षेत्रों में हम रहते हैं और काम करते हैं, वहां स्थायी बाजार विकसित किया जा सके।”

कटरागड्डा के मुताबिक, यह सहयोगी मंच टाटा कंपनियों को इन शीर्ष विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर काम करने का मौका देगी और यहां होनेवाले शोध टाटा समूह की बाजार समझ को मजबूती देगी, ताकि सार्थक परिणाम निकल सके।

टाटा सन्स, टाटा कम्युनिकेशन, टाटा स्टील और जेएलआर सॉफ्ट रोबोटिक्स, एडवांस मैटेरियल और सेंसर तकनीक के विकास के लिए हावर्ड यूनिवर्सिटी के साथ 6 वर्षो के लिए समझौता किया है। टाटा सन्स, टीसीएस और टाटा केमिकल्स नेटवर्क साइंस, कंज्यूमर बिहेवियर आदि क्षेत्रों में येल यूनिवर्सिटी के साथ अगले पांच साल के लिए समझौता करेंगे।

रॉयल सोसाइटी, ब्रिटेन के साथ भागीदारी की जून में घोषणा की गई और इसका लक्ष्य फिजिकल साइंस और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अगले दस साल के लिए टाटा यूनिवर्सिटी रिसर्च फेलोशिफ चलाना है। वहीं, आईआईटी मद्रास के साथ पांचवर्षीय भागीदारी एडवांस मटीरियल के क्षेत्र में रणनीतिक शोध के लिए की गई है। टाटा स्टील और टाटा सन्स इसे अतिरिक्त मदद मुहैया कराएंगे।

उत्तर प्रदेश

जौनपुर की चुनावी जंग हुई रोचक, बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को बनाया उम्मीदवार

Published

on

Loading

लखनऊ। बसपा ने उत्तर प्रदेश की जौनपुर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि दूसरी ओर सपा ने एक वक्त में मायावती के करीबी रहे बाबू सिंह कुशवाहा को यहां से टिकट दिया है। वहीं बीजेपी ने पूर्व कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री कृपाशंकर सिंह को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है।

मीडिया रिपोर्टस् के मुताबिक पहले बाहुबली धनंजय सिंह के सपा से चुनाव लड़ने की अफवाहों से सियासी गलियारों में सरगर्मी तेज हो गई थी। इसके बाद उन्हें सजा हो गई और उनका लोकसभा चुनाव लड़ना टल गया। इन सबके बीच सपा ने बाबू सिंह कुशवाहा को इस सीट से मैदान में उतार दिया। इसके बाद बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी को टिकट देकर यहां मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया है। उन्होंने बीएसपी के ऐलान के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘जय भीम जय जौनपुर’। उनके इस पोस्ट से सियासी हलचल बढ़ गई है।सूत्रों की मानें तो अब जौनपुरी सीट पर सियासी जंग काफी रोचक हो गई है।

इससे पहले उन्होंने धनंजय सिंह के जेल जाने के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट कर लिखा था, ‘आप सभी से एक अपील।हम आपकी भावनाओं की कद्र करते हैं लेकिन फैसला न्यायपालिका ने दिया है जिसका हमें सम्मान करना‌ चाहिए व साथ ही साथ अपने नेता श्री धनंजय जी का अनुसरण करते हुए किसी भी नेता अथवा दल के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आपके नेता के व्यक्तित्व पर दुष्प्रभाव पड़ेगा।

उन्होंने आगे कहा था, ‘कभी किसी भी दल अथवा नेता के लिए ग़लत शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया, कृपया आप भी संयम बनाएं, धैर्य से काम लें।आपके नेता को आपके सहानुभूति की जरूरत है। उम्मीद करती हूं कि आप मेरी बातों पर अमल करेंगे।बता दें कि जौनपुर सीट पर छठवें चरण में 25 मई को वोट डाले जाएंगे।

 

Continue Reading

Trending