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अन्तर्राष्ट्रीय

अफगानियों ने पाकिस्तानी ध्वज जलाया, सीमा सील

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अफगानिस्तानी प्रदर्शनकारियों, चमन स्थित मैत्री द्वार, पाकिस्तानी ध्वज जलाया, बलूचिस्तान, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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अफगानिस्तानी प्रदर्शनकारियों, चमन स्थित मैत्री द्वार, पाकिस्तानी ध्वज जलाया, बलूचिस्तान, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

pakistan flag fire by afghanistan

इस्लामाबाद| अफगानिस्तानी प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने चमन स्थित मैत्री द्वार पर हमला कर दिया और पाकिस्तानी ध्वज जला दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ सटी अपनी सीमा अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी है। घटना गुरुवार शाम की है। इसके परिणास्वरूप दोनों देशों के बीच व्यापार लदान में शामिल और अफगानिस्तान में नाटो बलों को जरूरी सामान की आपूर्ति करने वाले ट्रकों की आवाजाही रुक गई है।

सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि अपने देश का 97वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे अफगानी नागरिक बड़ी संख्या में सीमा पार स्पिन बोल्दक शहर की सड़कों पर मार्च करने के बाद मैत्री द्वार के पास एकत्रित हुए थे। उनके हाथों में बैनर और तख्तियां थीं, जिन पर पाकिस्तान विरोधी नारे लिखे थे।

अफगानी प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मैत्री द्वार पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए और इमारत की खिड़कियां तोड़ दीं। बलूचिस्तान को लेकर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के बाद लौट रहे पाकिस्तानियों को देखकर अफगान प्रदर्शनकारियों ने गेट पर हमला कर दिया।

फ्रंटियर कॉर्प्स के कर्मियों ने संयम बरतते हुए अफगान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की। अफगानी प्रदर्शनकारियों ने मैत्री द्वार के पास खड़े एक पाकिस्तानी प्रदर्शनकारी से राष्ट्रीय ध्वज छीन कर उसमें आग लगा दी। अफगानी प्रदर्शनकारियों ने द्वार से जबरन घुसने की भी कोशिश की, जिसे अफगानियों की रैली के कारण पहले ही बंद कर दिया गया था।

मैत्री द्वार पर तैनात सुरक्षा अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा, “अफगानिस्तान के साथ सटी सीमा अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेगी। हम तब तक गेट नहीं खोलेंगे, जब तक हमें हाई कमान से ऐसा आदेश नहीं मिलेगा।” हर रोज 10,000 से 15,000 पाकिस्तानी और अफगानी व्यापारी चमन और वेश मंडी पार कर व्यापार के सिलसिले में सीमावर्ती शहरों में जाते हैं। सूत्रों के मुताबिक, घटना के बाद से सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

अन्तर्राष्ट्रीय

सरबजीत सिंह के हत्यारे की लाहौर में हत्या, अज्ञात हमलावरों ने घर में घुसकर मारी गोली

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नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेल में सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले शख्स अमीर सरफराज तांबा अज्ञात बंदूकधारियों ने घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी है। जानकारी के मुताबिक, अमीर सरफराज तांबा लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में रहता था, जहां मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने उसके घर में घुसकर उसे मौत के घाट उतार दिया।

सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले अमीर सरफराज को लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का करीबी माना जाता था। सरफराज को ‘लाहौर के असली डॉन’ के नाम से जाना जाता था। सरफराज पाकिस्तान में कई संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त था और और सरकार और प्रशासन का संरक्षण प्राप्त था। FIR में सरफराज के भाई जुनैद ने पूरे घटनाक्रम का सिलसिलेवार जिक्र किया है।

जुनैद ने बताया कि जिस समय अज्ञात बंदूकधारी घर में घुसे, तब वह अपने भाई सरफराज के साथ घर में मौजूद था। जुनैद ने बताया कि वो ग्राउंड फ्लोर पर था, जबकि अमीर सरफराज ऊपर वाले फ्लोर पर था। दोपहर में करीब 12.40 बजे पर 2 अज्ञात लोग मोटरसाइकिल पर सवार होकर उसके घर पहुंचे। इसमें से एक व्यक्ति ने हेलमेट पहना था और दूसरे व्यक्ति ने मास्क लगाया था। दोनों ने घर में घुसते ही अमीर सरफराज पर 3 गोलियां चलाई और फरार हो गए।

गौरतलब है कि भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह को पाकिस्तान ने जासूसी का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया था। सरबजीत 30 अगस्त 1990 को गलती से पाक सीमा में चला गया था। तब पाक पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और इस्लामाबाद में हुए बम धमाकों के मामले में गिरफ्तार किया था। पाक पुलिस का दावा था कि भारत के तरनतारन के गांव भिखीविंड निवासी सरबजीत सिंह भारतीय एजेंसियों का जासूस है। कई सालों तक पाक जेल में बंद रखने के बाद पाक खुफिया एजेंसी ISI के इशारों पर अमीर सरफराज ने साल 2013 में जेल में सरबजीत की हत्या कर दी थी।

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