Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

सीएपीएफ, खुफिया एंजेंसियों के वित्तीय अधिकार बढ़े

Published

on

Loading

नई दिल्ली| केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के महानिदेशकों और खुफिया एजेंसियों के निदेशकों के ‘बड़े और छोटे कार्यो, विशेष मरम्मतों, भूमि अधिग्रहण और भवनों/आवासों को किराए पर लेने’ जैसे कार्यो के लिए वित्तीय अधिकारों में बढ़ोतरी कर दी है। यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, सीपीडब्ल्यूडी और लोक कार्य संगठनों द्वारा किए जाने वाले बड़े कार्यो के लिए वित्तीय अधिकार पांच करोड़ रुपये से दोगुना बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये कर दिया गया है। इंजीनियरिंग विंग वाले संगठनों द्वारा शुरू किए जाने वाले बड़े विभागीय कार्यो की अधिकतम सीमा 60 लाख रुपये से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये और बिना इंजीनियरिंग वाले विभागों के लिए 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दी गई है।

बयान के अनुसार, आवासीय भवनों के लिए लघु कार्यो (छोटे कामों और मरम्मतों) के लिए अधिकतम सीमा 15 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये और गैर आवासीय भवनों के लिए 30 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दी गई है। बयान में कहा गया है कि भूमि अधिग्रहण के लिए इस प्रावधान के साथ कि प्रस्तावित भूमि का अधिग्रहण केवल राज्य सरकार के जरिए हो, ऐसे हर मामले में वित्तीय अधिकार 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 34 लाख रुपये कर दिए गए हैं। विशेष मरम्मतों और भवनों/इमारतों को किराए पर लेने के लिहाज से वित्तीय अधिकारों में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है।

सीएपीएफ में असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड और सशस्त्र सीमा बल शामिल हैं। इसके अतिरिक्त ये आदेश खुफिया ब्यूरो और राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी पर भी लागू होंगे। सीएपीएफ का आधुनिकीकरण और उन्नयन सरकार के लिए एक प्राथमिकता है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इससे पहले अक्तूबर में इसे विवेकपूर्ण बनाने और प्रक्रियाओं में तेजी लाने के लिए मशीनरी और उपकरणों तथा हथियारों तथा गोला बारूद की खरीद के लिए सीएपीएफ के वित्तीय अधिकारों को दोगुने से अधिक बढ़ाकर 20 करोड़ रुपये कर दिया था। सीएपीएफ के आधुनिकीकरण योजना -2 के पास मार्च 2017 तक कुल परियोजना लागत 11,009 करोड़ रुपये की है।

नेशनल

प्रियंका गांधी ने सहारनपुर में किया रोड शो, कहा- मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं

Published

on

Loading

सहारनपुर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 2024 लोकसभा चुनाव के तहत सहारनपुर में रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। प्रियंका ने कहा कि इस देश ने सत्ता को नहीं सत्य को पूजा है और मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं। रोड शो के दौरान प्रियंका गांधी ने रामनवमी पर कहा कि भगवान राम ने भी सत्य की लड़ाई लड़ी थी। जब उनके सामने रावण युद्ध करने के लिए आया तो सारी शक्ति रावण के पास थी, लेकिन भगवान राम ने नौ व्रत रखकर सारी शक्ति अपने पास ले ली थी। इसके बाद रावण से युद्ध किया और सत्य की जीत हुई।

यह रोड शो कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार इमरान मसूद के समर्थन में आयोजित किया गया था। प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं हर जगह यही कह रही हूं कि ये चुनाव जनता का होना चाहिए, जनता के मुद्दों पर होना चाहिए। मोदी जी और बीजेपी के नेता बेरोजगारी, महंगाई, किसानों, महिलाओं की बात नहीं कर रहे हैं। जो असली समस्याएं महिलाओं-किसानों की है, उनके बारे में बात ही नहीं हो रही है। बात इधर उधर की ध्यान भटकाने की हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि जो सत्ता में बैठे हैं, वह माता शक्ति और सत्य के उपासक नहीं हैं, ‘सत्ता’ के उपासक हैं। वो सत्ता के लिए किसी भी हद तक गिर जाएंगे। सत्ता के लिए सरकारें गिरा देंगे, विधायकों को खरीदेंगे, अमीरों को देश की संपत्ति दे देंगे। यह हमारे देश की परंपरा नहीं है। भगवान श्रीराम ‘सत्ता’ के लिए नहीं, ‘सत्य’ के लिए लड़े। इसलिए हम उनकी पूजा करते हैं। आज रामनवमी का शुभ दिन है, इसलिए मैं बहुत खुश हूं। वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि जब भगवान राम युद्ध भूमि में उतरे तो देखा कि माता की शक्तियां रावण के पास थीं। जिसके बाद उन्होंने नौ दिनों तक माता की आराधना की और 108 नील कमल मां के चरणों में अर्पण किए।

उन्होंने कहा कि जिसके बाद माता ने उनकी परीक्षा लेने को सोची और 108वां कमल छिपा दिया। लेकिन, भगवान राम के पास श्रद्धा की शक्ति थी, उन्हें याद आया कि उनकी मां उन्हें बचपन में ‘राजीव लोचन’ कहती थीं। यह बात याद आते ही भगवान राम अपने नयन निकालने ही जा रहे थे, तभी माता ने उन्हें रोकते हुए कहा कि मैं तुम्हारी श्रद्धा से प्रसन्न हुई। मेरी शक्ति तुम्हारे साथ है। हम भगवान राम को इसलिए पूजते हैं, क्योंकि उन्होंने सच्ची श्रद्धा के साथ यह लड़ाई लड़ी और जनता को सर्वोपरि रखा। जनता पर अन्याय करने वाली भाजपा की विदाई तय है।

Continue Reading

Trending