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प्रादेशिक

आलोक रंजन को मुख्यमंत्री का मुख्य सलाहकार बनाया जाएगा

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आलोक रंजन को मुख्यमंत्री का मुख्य सलाहकार बनाया जाएगा

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आलोक रंजन को मुख्यमंत्री का मुख्य सलाहकार बनाया जाएगालखनऊ| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर काफी सजग हैं। राज्य में चल जा रही योजनाओं की बेहतर निगरानी के लिए उन्होंने मुख्य सचिव आलोक रंजन को सेवानिवृत्ति के बाद अपना मुख्य सलाहकार बनाने का फैसला किया है। रंजन को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त होगा। कर्मिक विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन 30 जून को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। रंजन को उनकी विदाई पर अनोखा तोहफा देने की तैयारी है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने लिए एक मुख्य सलाहकार नियुक्त करने का फैसला किया है। मुख्य सलाहकार को कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया जाएगा। कार्मिक विभाग उनकी नियुक्ति से जुड़ी प्रक्रिया पूरी करने की कार्यवाही कर रहा है।

मुख्य सचिव रंजन लंबी प्रशासनिक सेवा पूरी कर 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सख्त निगरानी व नियमित समीक्षा की बदौलत वह न सिर्फ प्रशासनिक कामकाज का माहौल बदलने में, बल्कि तमाम विकास परियोजनाओं को तय समय सीमा में पूरा कराने की स्थिति में लाने में सफल रहे हैं।

सरकार विधानसभा चुनाव के पहले तक विकास की इस गति को बनाए रखने के लिए उन्हें लगातार दूसरी बार सेवा विस्तार दिलाना चाहती थी, मगर एक और सेवा विस्तार लेने से रंजन के मना करने बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें अपने साथ बनाए रखने का रास्ता निकाल लिया है।

मुख्यमंत्री इस प्रस्ताव को पहले ही मंजूरी दे चुके हैं। इस प्रस्ताव को कार्मिक व वित्त विभाग से हरी झंडी भी मिल चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, रंजन 30 जून को सेवानिवृत्त होंगे। उन्हें एक जुलाई से ही अगले पद पर तैनाती दिए जाने की तैयारी है।

उत्तर प्रदेश

रामनवमी पर भगवान सूर्य ने किया रामलला के ललाट पर ‘सूर्य तिलक’

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अयोध्या। देशभर में आज रामनवी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार रामनवमी के मौके पर अयोध्या में खास आयोजन किया जा रहा है। 500 साल बाद अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम का सूर्य तिलक किया गया।

वैज्ञानिक दर्पण के जरिए सूर्य की किरण को भगवान रामलला के मस्तक पर पहुंचाया गया। इस दौरान सूर्य की किरणों ने लगभग 4 मिनट तक रामलला के ललाट की शोभा बढ़ाई। शंखों की ध्वनि, मंत्रोच्चारण और पुजारियों की मौजूदगी में सूर्य तिलक के अवसर को और भी शानदार बना दिया। दूसरी ओर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि श्री रामनवमी की पावन बेला में आज, श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्री रामलला सरकार का दिव्य अभिषेक किया गया।

भगवान राम के सूर्याभिषेक के बाद लोगों ने दिव्य दर्शन किए। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद रामलला की ये पहली रामनवमी है। अयोध्या में रामनवमी की अद्भुत और विह्गम छटा दिखने को मिल रही है। इस दौरान रामलला की विशेष पूजा-अर्चना हुई। इस मौके पर राम मंदिर को फूलों और लाइटिंग से सजाया गया है। राम मंदिर के कपाट भक्तों के लिए सुबह 3.30 बजे खोल दिए गए हैं। यहां पर रात 11 बजे तक भक्त रामलला के दर्शन कर सकेंगे। यहां पर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। दोपहर 12.16 बजे रामलला का सूर्यतिलक के भव्य दर्शन हुए।

इससे पहले श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने जानकारी दी थी कि सूर्य के तिलक का सफल परीक्षण पूरा कर लिया गया है। वैज्ञानिकों ने जिस तरह से प्रयास किया है, वह बहुत सराहनीय और वह बहुत अद्भुत है, क्योंकि सूर्य की किरणें भगवान रामलला के ठीक ललाट पर पड़ी है। जैसे ही सूर्य की किरणें प्रभु राम के माथे पर पड़ी, वैसे ही पता चल रहा है कि भगवान सूर्य उदय कर रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा था कि इतना ही नहीं, त्रेता युग में भी जब प्रभु राम ने अवतार लिया था तो उस दौरान सूर्य देव एक महीने तक अयोध्या में रुके थे। त्रेता युग का वह दृश्य अब कलयुग में भी साकार हो रहा है। जब हम प्रभु राम का आरती उतार रहे थे और सूर्य देव उनके माथे पर राजतिलक कर रहे थे तो वह दृश्य बहुत अद्भुत दिख रहा था।

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