Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

युग निर्माण योजना एक समग्र कर्मयोग: डॉ पण्ड्या

Published

on

युग निर्माण योजना एक समग्र कर्मयोग, गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या, ईश्वरीय योजनाओं में भागीदारी, युग निर्माण योजना-कर्मयोग

Loading

युग निर्माण योजना एक समग्र कर्मयोग, गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या, ईश्वरीय योजनाओं में भागीदारी, युग निर्माण योजना-कर्मयोग

हरिद्वार। गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि ईश्वरीय योजनाओं में भागीदारी से बड़े से बड़ा कार्य सहज पूरा हो जाता है। रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, महर्षि अरविन्द, महर्षि रमण ने जिस ईश्वरीय योजनाओं को किया, उसे ही गायत्री परिवार ‘युग निर्माण योजना-कर्मयोग’ के साथ आगे बढ़ा रहा है। डॉ. पण्ड्या शनिवार को गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के मुख्य सभागार में स्वाध्याय संदोह-कर्मफल का सिद्धांत शिविर को सम्बोधित कर रहे थे। शिविर में महाराष्ट्र, उप्र, मप्र, उत्तराखण्ड, छत्तीसगढ़ सहित अनेक प्रांतों से आये प्रतिभागी शामिल थे। उन्होंने गीता के विभिन्न सूत्रों का जिक्र करते हुए युग निर्माण योजना को एक समग्र कर्मयोग बताया। उन्होंने कहा कि युग निर्माण एक ऐसा कर्म है, जिसमें स्वयंसेवक ईश्वरीय संकल्प के साथ जुड़कर कार्य कर रहे हैं। युगऋषि पं० श्रीराम शर्मा आचार्य की पुस्तक ‘महाकाल और उनकी युग प्रत्यावर्तन प्रक्रिया’ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह इस पुस्तक में परिवर्तन की घटनाओं का जिक्र है, उनको आज हम सब घटित होते देख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे देश में कई प्रकार की रुढिवादिता चली आ रही है, कुप्रथाएँ हैं। स्वामी विवेकानंद ने कुछ रुढि़वादिता को समाज के दबाव के वावजूद तोड़ा। इस युग में युगऋषि पं० श्रीराम शर्मा ने कई कुप्रथाओं, रुढिवादिताओं, पुरानी परंपराओं को तोड़ने का अभियान चलाया और इसी अभियान का नाम है युग निर्माण योजना। उन्होंने कहा समाज में व्याप्त कुरीतियों के कारण ही विकास की गति धीमी पड़ रही है। इन्हें तोड़ते हुए वर्तमान समयानुसार नई परंपरा विकसित करने का कार्य गायत्री परिवार कर रहा है। युगऋषि पं० श्रीराम शर्मा आचार्य के सूत्रों को याद करते हुए कहा कि यही नई परंपरा एवं विधा व्यक्ति, समाज व राष्ट्र की उन्नति में सहायक होगी। वर्तमान समय में शादी व अन्य पार्टियों में हो रहे अपव्यय पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए कहा कि जहाँ तक संभव हो ऐसे समारोहों में दिखावटीपन बंद होना चाहिए।  इस अवसर पर डॉ. पण्ड्या ने प्रतिभागियों की विभिन्न जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।

 

 

उत्तराखंड

10 मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, पहले ही दिन हुए 2 लाख से ज्यादा पंजीकरण

Published

on

Loading

नई दिल्ली। इस बार 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। इसके लिए सोमवार से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले ही दिन चार धाम के लिए दो लाख से अधिक पंजीकरण हो गए हैं। सबसे अधिक 69 हजार पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं।

रजिस्ट्रेशन की सुविधा मोबाइल ऐप, वॉट्सऐप और टोल फ्री नंबर पर भी है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा। इस बार चारधाम यात्रा शुरू होने से 25 दिन पहले यात्रियों को रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी जा रही है, जिससे प्रदेश के बाहर से आने वाले यात्री अपना प्लान बनाकर आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकें।

रजिस्ट्रेशन के लिए नाम, मोबाइल नंबर के साथ यात्रा करने वाले सदस्यों का ब्योरा, निवास स्थान के पते के लिए आईडी देनी होगी। पर्यटन विभाग की वेबसाइट रजिस्ट्रेशन एंड टूरिस्ट केअर डॉट यूके डॉट जीओवी डॉट इन पर लॉगिन कर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसके अलावा वॉट्सऐप नंबर-8394833833 पर यात्रा लिखकर मैसेज करके भी पंजीकरण कर सकते हैं। पर्यटन विभाग ने टोल फ्री नंबर-0135-1364 पर कॉल करके पंजीकरण की सुविधा दी है। स्मार्ट फोन पर टूरिस्टकेअरउत्तराखंड मोबाइल ऐप से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

Continue Reading

Trending