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बिजनेस

कोल इंडिया बनाएगी संयुक्त उपक्रम कंपनी

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कोलकाता| सरकारी कंपनी कोल इंडिया ने मंगलवार को कहा कि ओडिशा के तलचर कोल फील्ड को पुनर्जीवित करने के लिए वह दो संयुक्त उपक्रम कंपनी गठित करेगी। पहली संयुक्त उपक्रम कंपनी गेल के साथ कोल गैसीफिकेशन परियोजना के लिए गठित की जाएगी। दूसरी संयुक्त उपक्रम कंपनी राष्ट्रीय केमिकल एंड फर्टिलाइजर लिमिटेड के साथ गठित की जाएगी।

गत सप्ताह बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान, केंद्रीय कोयला और बिजली राज्य मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय रसायन और ऊर्वरक मंत्री अनंत कुमार की बैठक के बाद कोल गैसीफिकेशन परियोजना का फैसला किया गया। इस बैठक में तलचर कोल फील्ड को पुनर्जीवित करने के अलावा गोरखपुर की भारतीय ऊर्वरक निगम की बंद पड़ी इकाई और हिंदुस्तान फर्टिलाइजर कारपोरेशन लिमिटेड की बरौनी इकाई को पुनर्जीवित करने के मुद्दे पर भी विस्तार से बात हुई।

पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि मंत्रालय ने गोरखपुर ऊर्वरक इकाई को अविलंब पुनर्जीवित करने के लिए गैस देने का फैसला किया है। उन्होंने यह भी बताया कि बरौनी संयंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए गैस पाइपलाइन स्थापित करने की भी तैयारी की जाएगी। तलचर कोलफील्ड में देश में सर्वाधिक 38.65 अरब टन कोयला भंडार होने का अनुमान है। हालांकि यह कोयला निम्न किस्म का है। तलचर कोलफील्ड में 1837 में कोयला मिला था।

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मुंबई बना एशिया के अरबपतियों की राजधानी, बीजिंग को पीछे छोड़ा

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मुंबई। मुंबई में अरबपतियों की संख्या बीजिंग से अधिक हो गई है। हुरुन रिसर्च की 2024 ग्लोबल रिच लिस्ट के अनुसार, मुंबई में 92 अरबपति हैं, जबकि बीजिंग में 91 अरबपति हैं। हालांकि चीन में भारत के 271 की तुलना में कुल मिलाकर 814 अरबपति हैं। ग्लोबल लेवल पर, मुंबई अब न्यूयॉर्क के बाद अरबपतियों के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है, न्यूयार्क में अरबपतियों की संख्या 119 है। लिस्ट के मुताबिक, सात साल बाद लंदन 97 के साथ दूसरे स्थान पर है।

रिपोर्ट में कहा गया है, “मुंबई दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते अरबपतियों की राजधानी है, इस साल इसमें 26 अरबपति शामिल हुए और यह दुनिया में तीसरा व एशिया में अरबपतियों की राजधानी बन गया है। नई दिल्ली पहली बार शीर्ष 10 में शामिल हुई।” भारत की आर्थिक शक्ति उसकी अरबपति आबादी में उल्लेखनीय वृद्धि से और भी अधिक रेखांकित हुई। देश में आश्चर्यजनक रूप से 94 नए अरबपति जुड़े, जो संयुक्त राज्य अमेरिका को छोड़कर किसी भी देश में सबसे अधिक है। कुल मिलाकर यहां 271 अरबपति हो गए। यह उछाल 2013 के बाद से सबसे ज्‍यादा है और भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ते आत्मविश्‍वास का प्रमाण है।

2024 हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय अरबपतियों की संचयी संपत्ति चीन की प्रति अरबपति औसत संपत्ति (3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर बनाम 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर) को पार करते हुए 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई।

रिपोर्ट में बताया गया है कि उद्योग के लिहाज से फार्मास्युटिकल क्षेत्र 39 अरबपतियों के साथ सबसे आगे है, इसके बाद ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग (27) और रसायन क्षेत्र (24) का स्थान है। सामूहिक रूप से भारतीय अरबपतियों की संपत्ति 1 खरब डॉलर के बराबर है, जो वैश्विक अरबपतियों की संपत्ति का 7 फीसदी है, जो देश के पर्याप्त आर्थिक प्रभाव को दर्शाता है।

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