Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

हेडली को 1971 से ही भारत, भारतीयों से नफरत

Published

on

हेडली को 1971 से ही भारत, भारतीयों से नफरत

Loading

हेडली को 1971 से ही भारत, भारतीयों से नफरत

मुंबई| मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को हुए आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं में शामिल पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने शुक्रवार को खुलासा किया कि वह दिसंबर 1971 से ही भारत तथा भारतीयों से नफरत करता था, जब भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान उसके स्कूल पर भारत की ओर से बम गिराया गया था और जिसमें कई लोगों की मौत हुई थी। हेडली ने विशेष न्यायाधीश जी.ए. सनाप की अदालत में शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हो रही पूछताछ में बताया, “मुझे भारत तथा भारतीयों से सात दिसंबर, 1971 को ही नफरत हो गई थी, जब भारतीय विमानों ने मेरे स्कूल पर बमबारी की थी। इस हवाई हमले ने मेरे स्कूल को नष्ट कर दिया था। स्कूल में उस दौरान काम कर रहे कई लोग इस हमले में मारे गए थे।”

वह 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक जैबुद्दीन अंसारी उर्फ अबु जुंदाल के वकील अब्दुल वहाब खान के सवालों के जवाब दे रहा था।

हेडली के अनुसार, भारत ने भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान जब पाकिस्तानी स्कूल पर बमबारी की थी, उस वक्त उसकी उम्र केवल 10 साल थी। इस घटना ने उसके मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव डाला था। इसका बदला लेने के लिए ही उसने आगे चलकर आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ने का फैसला लिया था।

एक अन्य खुलासे में हेडली (56) ने कहा कि उसने शिवसेना के लिए धन जुटाने के उद्देश्य से एक कार्यक्रम (फंड रेजिंग प्रोग्राम) आयोजित करने की भी कोशिश की, जिसके लिए वह इसके संस्थापक-संरक्षक दिवंगत बाल ठाकरे को अमेरिका आमंत्रित करना चाहता था। हालांकि उसकी योजना वहां उन्हें मारने की नहीं थी।

हेडली ने हालांकि 12 फरवरी को दिवंगत ठाकरे को मारने की साजिश का खुलासा किया था और 24 मार्च (गुरुवार) को यह भी बताया कि उन पर (ठाकरे) हमला करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन वह पुलिस की हिरासत से भागने में सफल रहा।

हेडली ने कहा कि वह दिवंगत ठाकरे की अमेरिका यात्रा को लेकर शिवसेना के जन संपर्क पदाधिकारी राजाराम रेगे के संपर्क में था।

हालांकि हेडली की दिवंगत ठाकरे से कभी मुलाकात नहीं हुई और रेगे ने जब उसे बताया कि ठाकरे की अधिक उम्र व अस्वस्थता के कारण उनका अमेरिका जाना मुश्किल है तो वह शिवसेना के अन्य नेताओं को भी अमेरिका आमंत्रित करने के लिए तैयार था।

अधिवक्ता खान हेडली से वीडियो-कांफ्रेंसिंग के जरिये पूछताछ कर रहे हैं। उससे अमेरिका के किसी अज्ञात स्थान से पूछताछ की जा रही है, जहां उसे 26/11 के आतंकवादी हमले और डेनमार्क आतंकवादी हमले में 35 साल कैद की सजा सुनाई गई है।

नेशनल

कर्नाटक के मंत्री बोले- मोदी-मोदी के नारे लगाने वालों को थप्पड़ मारे जाने चाहिए

Published

on

Loading

बेंगलुरु। कर्नाटक के मंत्री शिवराज तंगाडागी ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाने वाले युवकों और छात्रों को थप्पड़ मारे जाने चाहिए। मंत्री ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। कन्नड़ एवं संस्कृति मंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में वोट मांगने के लिए शर्म आनी चाहिए, क्योंकि वह विकास के मोर्चे पर भी विफल रही है।

“दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था”

तंगाडागी ने कहा, “उन्हें शर्म आनी चाहिए। वे विकास का एक काम तक नहीं कर पाए, फिर किस मुंह से वोट मांग रहे हैं। उन्होंने दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था। क्या उन्होंने किसी को नौकरी दी। जब नौकरियों के बारे में पूछो तो वे कहते हैं- पकौड़े बेचो, उन्हें शर्म आनी चाहिए।” कोप्पल जिले के करातागी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, अगर कोई छात्र या युवक अब भी ‘मोदी-मोदी’ कहे तो उन्हें थप्पड़ मारे जाने चाहिए

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि ने मंत्री की टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस के बहुत बुरी तरह से हारने को भांपकर वे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं और वे प्रधानमंत्री मोदी को तानाशाह कहते हैं!” भाजपा ने निर्वाचन आयोग को याचिका देकर मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

Continue Reading

Trending