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नेशनल

भाजपा ने लोगों का भरोसा खो दिया : शिवसेना

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मुंबई| शिवसेना ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत तो जीत गई, लेकिन उसने लोगों का भरोसा खो दिया है। शिवसेना ने महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को सरकार के ध्वनिमत से विश्वास मत जीत लेने को स्वीकारने से इंकार कर दिया और कहा कि भाजपा ने पहले ही दिन सरकार के ऊपर से लोगों का विश्वास खत्म कर दिया है।

शिवसेना ने गुरुवार को अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा, “उन्होंने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है। यह एक पाप है, जिसका कोई प्रायश्चित नहीं है। जिस पार्टी ने सत्ता में आने के लिए सारे नीति-नियमों की धज्जियां उड़ा दी हों, कम से कम उसे तो अब कुशासन के बारे में नहीं बोलना चाहिए।”

शिवसेना ने कहा कि पार्टी को इस बात की आशंका है कि जिस पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत जीतने के लिए सारे लोकतांत्रिक नियमों और परंपराओं को कुचल दिया, वह पार्टी कभी लोगों का विश्वास जीत पाएगी। उसने कहा कि ‘देशवासी इस सरकार को नकार देंगे।’

 

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नेशनल

सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज

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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके पद से हटाने की मांग वाली जनहित याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि अरविंद केजरीवाल अपने पद पर बने नहीं रह सकते हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि ये कार्यपालिका से जुड़ा मामला है। दिल्ली के उपराज्यपाल इस मामले को देखेंगे और फिर वह राष्ट्रपति को इस भेजेंगे। इस मामले में कोर्ट की कोई भूमिका नहीं है।

केजरीवाल को सीएम पद से हटाने के लिए याचिका दिल्ली के रहने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दी है, जो खुद किसान और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं। सुरजीत सिंह यादव का कहना था कि वित्तीय घोटाले के आरोपी मुख्यमंत्री को सार्वजनिक पद पर बने रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। याचिकाकर्ता सुरजीत ने अपनी याचिका में कहा था कि केजरीवाल के पद पर बने रहने से न केवल कानून की उचित प्रक्रिया में दिक्कत आएगी, बल्कि न्याय प्रक्रिया भी बाधित होगी और राज्य में कांस्टीट्यूशनल सिस्टम भी ध्वस्त हो जाएगा।

याचिका में कहा गया था कि सीएम ने गिरफ्तार होने के कारण एक तरह से मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया है, चूंकि वह हिरासत में भी हैं, इसलिए उन्होंने एक लोक सेवक होने के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने से खुद को अक्षम साबित कर लिया है, अब उन्हें इस मुख्यमंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहिए।

 

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