Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

हेल्थ

बारिश लाती है आंखों में संक्रमण

Published

on

बारिश

Loading

बारिशनई दिल्ली| बारिश के मौसम को कई लोग पसंद करते हैं तो कई लोगों को न चाहते हुए भी बारिश में भींगना पड़ता है। लेकिन बारिश अपने साथ समस्याएं लेकर भी आती है। कीचड़ युक्त सड़कों से फंगल इंफेक्शन यानी फफूंदीय संक्रमण भी फैलता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मौसम में लोगों को अपनी आंखों का खास ध्यान रखना चाहिए। बारिश के साथ आखों की समस्याएं बढ़ जाती हैं, जैसे नेत्र संक्रमण, कार्निया अल्सर, कंजक्टिवाइटिस आदि की समस्या एक आम समस्या बन गई है। आईटेक विजन सेंटर की ऑप्थैमोलॉजिस्ट डॉ. अंशिमा सिंह का कहना है कि इस मौसम में आंखों का संक्रमण एक सामान्य समस्या है। 10 में से 6 लोग आंखों की समस्या लेकर आते हैं। लोगों को इस मामले में सतर्क रहने की जरूरत है। सही तरीके से देखभाल की जाए तो इस समस्या से बचा जा सकता है।

उन्होंने बताया कि जब भी आंखों में किसी तरह का संक्रमण हो तो उनको रगड़ें नहीं। मानसून में आपके हाथों में कई तरह के रोगाणु चिपके होते हैं जो अनजाने आंखों में चले जाते हैं। इसके कारण आंखों में संक्रमण हो जाता है। वहीं, आंखों की देखभाल की काफी जरूरी है। आंखों की देखभाल तब शुरू होती है, जब आप नियमित रूप से आंखों को धुलते हैं, इससे आंखें साफ और सुरक्षित रहती हैं।

चूंकि मानसून में आंधी-तूफान और हवा के साथ धूल-मिट्टी के साथ दूसरे प्रदूषित कण होते हैं जो आंखों में चले जाते हैं। आखों को धोना ही इनसे बचाने का सबसे बेहतर तरीका है। अगर इसके बाद भी खुजली हो तो चिकित्सक से संपर्क करें।

उन्होंने बताया कि आंखों पर अधिक दबाव बनाए जाने से संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आप घंटों कंप्यूटर पर काम करते हैं तो इससे आंखों पर दबाव पड़ना स्वाभाविक है। पलकों को न झपकाने और सफाई न करने से भी संक्रमण होता है। लोग आंखों की सफाई पर ध्यान नहीं देते जिससे आंखों का संक्रमण होता है। साथ ही कुछ चीजों को किसी दूसरे के साथ बिलकुल भी साझा न करें। तौलिया, आंखों का मेकअप, लेंस, शेड्स आदि चीजों को कभी भी साझा न करें। इससे आंखों का संक्रमण हो सकता है।

इसलिए जब भी आंखों में खुजली का एहसास हो, तुरंत आखों को धो लें, इसके बाद विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। धूल के कण बहुत छोटे होते हैं जो आपकी आंखों को नुकसान पहुंचाते हैं।

लाइफ स्टाइल

हार्ट अटैक से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय, सही खानपान व व्यायाम है जरूरी

Published

on

By

heart attack

Loading

नई दिल्ली। आजकल हमें लगभग रोज ऐसे वीडियो देखने को मिलते हैं जिनमें बाहर से दिखने वाले एक स्वस्थ इंसान को अचानक हार्ट अटैक आता है और तुरंत ही उसकी मौत हो जाती है। ऐसा वीडियो देखकर लोग डर रहे हैं। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप हार्ट की बीमारी से दूर रह सकते हैं।

खानपान

गेहूं की रोटी की जगह बाजरा, ज्वार या रागी अथवा इनका आटा मिलाकर बनाई रोटी खाएं।

आम, केला, चीकू जैसे ज्यादा मीठे फल कम खाएं। इनके बजाय पपीता, कीवी, संतरा जैसे कम मीठे फल खाएं।

तली और मीठी चीजें जितना कम कर दें, उतना बेहतर है।

जितनी भूख से उससे 20 फीसदी कम खाएं और हर 15 दिन में वजन चेक करते रहें।

व्यायाम

सप्ताह में पांच दिन 45 मिनट तक कसरत करें। वॉकिंग भी करते हैं तो असर दिखता है।

दिल की बीमारियों की एक बड़ी वजह मोटापा है। वजन जितना बढ़ेगा और हृदय रोगों का खतरा उतना ज्यादा रहेगा।

फिटनेस को इस स्तर पर लाने का प्रयास करें कि सीधे खड़े होने पर जब आप नीचे नजरें करें तो बेल्ट का बक्कल दिखे।

अगर एक से डेढ़ किलोमीटर जाना है तो पैदल जाएं।

7 घंटे की नींद जरूरी

रोजाना कम से कम 7 घंटे की नींद जरूर लें।  जल्दी सोने और जल्द उठने का रूटीन बनाएं।

रात 10 से सुबह 6 बजे तक सोने का सही समय है। इससे शरीर नाइट साइकिल में बेहतर आराम कर सकेगा।

तनाव लेने से बचें, इसका सीधा असर दिमाग और दिल पर होता है।

धूम्रपान पूरी तरह छोड़ दें

लगातार धूम्रपान करने से उसका धुआं धमनियों की लाइनिंग को कमजोर करता है।

इससे धमनियों में वसा के जमा होने की आशंका और भी बढ़ जाती है।

इसी तरह अल्कोहल से दूरी बना लेते हैं तो हार्ट हेल्दी रहेगा।

कौन सा टेस्ट कराएं

30 साल की उम्र पार करते ही शुगर, लीवर, किडनी और ईसीजी जांच करानी चाहिए.

अगर आप जिम या वर्कआउट करते हैं तो अपना हार्ट और कार्डियक चेकअप जरूर कराएं.

40 साल की उम्र के बाद स्ट्रेस टेस्ट कराएं.

ट्रेडमिल टेस्ट (टीएमटी) भी जरूरी है.

स्मोकर्स, डायबिटिक और मोटापे के शिकार लोगों को स्ट्रेस टेस्ट कराना चाहिए.

heart attack, heart attack symptoms, Follow these measures to avoid heart attack, proper diet necessary to avoid heart attack, how to to avoid heart attack,

डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी मात्र सूचना के उद्देश्य से है न कि कोई डाक्टरी सलाह. सटीक जानकारी के लिए सम्बंधित विशेषज्ञ से अवश्य सलाह लें.

 

Continue Reading

Trending