Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

गोवा विधानसभा पत्रकारों की मान्यता संबंधी दिशा निर्देशों पर विपक्ष खफा

Published

on

Loading

पणजी, 3 अप्रैल (आईएएनएस)| गोवा में विपक्ष व मीडिया बिरादरी ने विधानसभा द्वारा जारी नए दिशा निर्देशों की निंदा की है। विधानसभा द्वारा जारी दिशा निर्देश में मान्यता के लिए अखबारों के प्रसार व न्यूज पोर्टल की कमाई को मानदंड बनाया गया है। ये दिशा निर्देश ऐसे समय में आए हैं, जब ‘फर्जी समाचारों’ पर सूचना व प्रसारण मंत्रालय की कार्रवाई को लेकर राष्ट्रव्यापी चर्चा चल रही है।

कांग्रेस महासचिव गिरीश चोडाणकर ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, दिशा निर्देशों को तत्काल वापस लिया जाना चाहिए। ये दिशा निर्देश लोकतंत्र व चौथे स्तंभ के लिए हानिकारक हैं।

नए दिशानिर्देशों के अनुसार, ऑनलाइन पोर्टल के सिर्फ उन्हीं संवाददाताओं को विधानसभा की कार्यवाही को कवर करने की इजाजत दी जाएंगी, जिनके हर दिन के पेज देखने वालों की संख्या 10,000 और वार्षिक राजस्व सृजन 10 लाख रुपये होगा।

यह भी अनिवार्य किया गया है कि सिर्फ उन्हीं अखबारों के संवाददाताओं की मान्यता की इजाजत होगी, जिनकी प्रसार संख्या 15,000 प्रतियां या इससे ऊपर होगी। यदि हर दिन प्रसार संख्या 15,000 से कम होती है तो यह विधानसभा अध्यक्ष को अपवाद स्वरूप विशेष निर्णय लेने का अधिकार होगा।

गोवा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के अध्यक्ष किशोर नायक गांवकर ने कहा कि संघ जल्द ही विधानसभा अध्यक्ष प्रमोद सावंत को बिना देरी के दिशा निर्देशों को वापस लेने को लिखेगा। गांवकर तटवर्ती राज्य में 200 से ज्यादा पत्रकारों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

गांवकर ने आईएएनएस से कहा, गोवा एक छोटा राज्य है, जहां बहुत कम अखबारों की प्रसार संख्या 15,000 से ज्यादा है और न्यूज पोर्टल के 10,000 पेज देखने वालों का कोई सवाल ही नहीं है। दिशा निर्देश के मुताबिक, विधानसभा के सत्र को कवर करने के लिए चार से ज्यादा योग्य पत्रकार ही नहीं होंगे।

उन्होंने कहा, यह हर तरीके से एक प्रतिगामी कदम है और इससे यह धारणा दिखती है कि जो भी इस फैसले में शामिल रहे हैं, वह पत्रकारों को विधानसभा की कार्यवाही को कवर करने की इजाजत देने में रुचि नहीं रखते।

दिशा निर्देश में यह भी कहा गया है कि न्यूज पोर्टल या वेबसाइटों के प्रतिनिधि, जो मौजूदा या भविष्य में साइबर क्राइम की गतिविधि में लिप्त पाए जाते हैं, तो उन्हें मान्यता नहीं दी जाएगी।

बीते महीने बीमार चल रहे मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के स्वास्थ्य के बारे में विधानसभा परिसर से डिजिटल न्यूज मैसेजिंग के जरिए जानकारी दिए जाने को लेकर मीडियाकर्मी पर प्रतिबंध लगाया गया था। उसके बाद ये दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

Continue Reading

Trending