Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

मौसम अलर्ट: मौसम विभाग ने इन राज्यों में जारी किया तूफ़ान और बवंडर का अलर्ट

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पिछले दिनों देश में अलग-अलग जगहों पर बारिश और आंधी आई। जिससे गर्म मौसम से तो लोगों को रहत मिली लेकिन कई जगह धन-जन की हानि भी हुई। मौसम ने अपना मिजाज़ कई जगह बदला। लेकिन अब मौसम अपना मिजाज़ बिगाड़ने के मूड में है। ऐसा हम इसलिए कह रहें हैं क्योंकि मौसम विभाग ने उत्तर भारत के दो राज्यों में तूफ़ान और बवंडर का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में लोगों को पेड़ों वाले इलाके या पानी के पास जाने से मना किया गया है। लोगों को हिदायत दी गई है कि मौसम बदलता देख आप सुरक्षित अपने घरों की ओर कूच करेंगे तो अच्छा होगा।

मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर प्रदेश और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में रेतीला तूफ़ान आ सकता है। जयपुर के भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक हिमांशु शर्मा ने बताया कि राजस्थान में आगामी 48 घंटों के दौरान उच्च क्षमता की तेज हवाओं के चलने से धूल भरा अंधड़ आने की आशंका है। इससे उत्तर प्रदेश और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र विशेषकर करौली, धौलपुर जिले प्रभावित हो सकते हैं। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में तूफानी तबाही आग की शक्ल में आई। यहां देर रात आई तेज आंधी के बाद लगी आग ने करीब आधा दर्जन से ज्यादा गांवों को अपनी चपेट में लिया। इन गाँवों में किसानों ने खेतों को खाली करने के लिए नरई जलाई थी। आंधी से नरई से निकली आग गांवों में गिरने लगी। जिससे कुछ ही मिन्टो में कई गांव एक साथ धू-धू कर जलने लगे।

पिछले रोज़ मौसम से आठ राज्य प्रभावित हुए हैं। सिर्फ यूपी में तूफान से सबसे ज्यादा आगरा में 43 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा कानपुर में 4, बिजनौर में 3, सहारनपुर में 2 लोग मारे गए हैं। राजस्थान में भी भरतपुर में 19 लोगों की मौत हो गई। वहीं अलवर में मौत का आंकड़ा 5 तक पहुंच गया है।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

Published

on

Loading

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

Continue Reading

Trending