Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

गर्मियों की आहट के साथ चढ़ा सियासी पारा

Published

on

हरीश रावत बना रहे बागियों पर दबाव, हॉर्स ट्रेडिंग का खुला खेल, उत्तराखंड में सियासी घमासान, विजय बहुगुणा, रीता बहुगुणा जोशी, बागी विधायक गुड़गांव में पिकनिक

Loading

हरीश रावत बना रहे बागियों पर दबाव, हॉर्स ट्रेडिंग का खुला खेल, उत्तराखंड में सियासी घमासान, विजय बहुगुणा, रीता बहुगुणा जोशी, बागी विधायक गुड़गांव में पिकनिक

भाजपा व कांग्रेस की है विधायकों पर नजर 

देहरादून। उत्तराखंड में गर्मियों की आहट के साथ ही राजनीतिक बुखार चढ़ गया है। 28 को रावत सरकार के भाग्य का फैसला होना है, ऐसे में पक्ष-विपक्ष दोनों ही साम-दाम-दंड-भेद की रणनीति अपना रहे हैं। विधायक की खरीद-फरोख्त की खुली व परोक्ष संभावना से कोई भी इनकार नहीं कर रहा है। कुर्सी के इस खेल में विधायक प्रमुख हो गये हैं और जनता गौण। कांग्रेस और बीजेपी अब अपने समर्थक विधायकों को एक-दूसरे की नजरों से बचाने में लगे हैं। बागी कांग्रेस विधायक बीजेपी विधायकों के साथ गुड़गांव के होटल में हैं तो हरीश रावत समर्थक विधायकों को जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क भेज दिया गया है। बागी विधायकों को 26 मार्च तक स्पीकर के नोटिस का जवाब देना है, जिसमें पूछा गया है कि क्यों ना दल बदल कानून के तहत उनकी सदस्यता रद्द कर दी जाए। जबकि संविधान विशेषज्ञों का मानना है कि स्पीकर को इस मामले में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। ऐसे में यदि कोई गलत फैसला होता है तो स्पीकर की गरिमा खतरे में पड़ सकती है। हालांकि माना जा रहा है कि सरकार के बहुमत साबित करने के दिन प्रोटेम स्पीकर चुना जा सकता है।

इस बीच बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक बयान में कहा है कि उत्तराखंड विधानसभा में 70 में से 36 विधायकों को समर्थन उनकी पार्टी के पास है। इसलिए वे सरकार बनाने के हक में हैं। उधर, आज ही आयकर विभाग ने उत्तराखंड के राज्यमंत्री हरेंद्र लाडी के फार्म हाउस पर छापा मारा है। सुबह खबर यह भी आई कि बीजेपी राज्य में सरकार बनाने के पक्ष में नहीं है। कहा जाने लगा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी रहेगी या फिर राष्ट्रपति शासन लग सकता है। हरीश रावत सरकार को लेकर खुद आशांवित नहीं हैं। साथ ही बीजेपी सूत्रों का कहना था कि बीजेपी सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करेगी। वैसे माना जा रहा है कि राज्य में अगर हरीश रावत की जगह कांग्रेस कोई नया चेहरा लाती है तो इस संकट से निजात मिल सकती है। राज्य में अगले साल चुनाव होने हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह का कहना है कि भाजपा अलोकतांत्रिक तरीके से सत्ता में आना चाहती है। गौरतलब है कि भाजपा ने बजट पास कराने की जल्दबाजी को लेकर स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल को निशाने पर ले लिया। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पहली बार किसी स्पीकर ने फेल हुए बिल को पास किया है। वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार लोकतंत्र की हत्या करने पर उतारू है। इस बीच, स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल ने 28 तारीख को विधानसभा सत्र बुलाने की अधिसूचना जारी कर दी। 28 तारीख को हरीश रावत सरकार को अपना बहुमत साबित करना है और तब तक उनके समर्थक भी एक साथ सैर-सपाटे पर निकल गए हैं। हेलीकॉप्टर से उड़ान भरकर वो जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क पहुंच गए। यहां उनकी होली भी साथ मनेगी और मौज मस्ती भी। साथ में आलाकमान की निगाह में भी रहेंगे।

कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने नाम न छापे जाने की शर्त पर यह माना कि अपने तथा पीडीएफ के सभी 26 विधायकों को एकजुट रखने के लिए उन्हें नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र में ले जाया गया है। दिन में सहस्रधारा हेलीपैड से सभी विधायक तीन हेलीकाप्टरों से रामनगर के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक रंजीत रावत भी विधायकों के साथ देखे गए। हालांकि, उत्तराखंड कांग्रेस के प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने इसे अपने कुनबे को एकजुट रखने की कोशिश मानने से इंकार करते हुए कहा कि सभी विधायक होली से पहले वहां घूमने गए हैं। इस संबंध में उन्होंने कहा, हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है और हमें ऐसा कुछ करने की जरुरत नहीं है। हमारा कुनबा एकजुट है और एकजुट ही रहेगा।

नेशनल

बाहुबली मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, बांदा जेल में बिगड़ी थी तबीयत

Published

on

Loading

लखनऊ। बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। बांदा जेल में मुख्तार को हार्ट अटैक आया था, इसके बाद मुख्तार अंसारी को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। सूत्रों के मुताबिक जेल से लाते वक्त मुख्तार बेहोश था। मुख्तार अंसारी की हालत गंभीर बनी हुई थी। 9 डॉक्टरों का पैनल मुख्तार अंसारी के लिए तैनात किया गया था। इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। इस मामले में मेडिकल कॉलेज बांदा के प्रिंसिपल ने चुप्पी साधी हुई है। उधर मुख्तार की मौत के बाद मऊ, बांदा और गाजीपुर में धारा 144 लागू हो गई है। इसके साथ ही यूपी में हाई अलर्ट है और सभी कप्तानों को अलर्ट पर रहने पर कहा गया है।

प्रयागराज में मुख्तार और उनके परिवार का इलाहाबाद हाईकोर्ट में केस देखने वाले वकील अजय श्रीवास्तव प्रयागराज से बांदा के लिए रवाना हो गए हैं। उनका कहना है कि जेल या प्रशासन की तरफ से अभी तक मुख्तार अंसारी के परिवार को कोई सूचना नहीं दी गई है। हालांकि मुख्तार के बेटे उमर अंसारी भी बांदा के लिए रवाना हो गए हैं।

बता दें कि मुख़्तार अंसारी की तबियत रात में अचानक खराब हो जाने और शोचालय में गिर जाने के कारण उसे तत्काल जेल डॉक्टर ने उपचार दिया गया। इसके बाद जिला प्रशासन को अवगत कराकर डॉक्टर्स की टीम बुलायी गई थी। डॉक्टर्स ने मुख्तार  को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था। इसके बाद बंदी मुख्तार अंसारी को पुलिस सुरक्षा में मेडिकल कालेज बांदा में भर्ती करा दिया गया था।

बता दें कि मुख्तार अंसारी को पिछले 18 महीने में 8 मामलो में सजा मिल चुकी थी, उसके खिलाफ अलग-अलग जिलों के थानों में कुल 65 मुकदमे दर्ज थे। पिछले 18 सालों से मुख्तार अंसारी जेल में बंद था। यूपी की बांदा जेल में बंद बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को हार्ट अटैक आया था जिसके बाद उसे बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था,लेकिन इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई।

 

Continue Reading

Trending