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नए स्मार्टफोन यूजर के लिए है इंटेक्स का ‘क्लाउड ब्रीज़’
नई दिल्ली। स्मार्टफोन बनाने वाली भारतीय कंपनी इंटेक्स ने पहली बार ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन यूज करने जा रहे यूजर्स के लिए कम कीमत पर नया 3G स्मार्टफोन लॉन्च किया है। क्लाउड सीरीज़ में लॉन्च किए गए इस स्मार्टफोन को ‘ब्रीज़’ नाम दिया गया है। इंटेक्स क्लाउड ब्रीज़ में 5 इंच का डिस्प्ले लगा है, जिसका रेजॉलूशन 480×854 पिक्सल्स है। स्क्रैच वगैरह से बचाने के लिए इसमें कॉर्निंग गरिला ग्लास 3 प्रॉटेक्शन दी गई है। इस स्मार्टफोन में 1.2 GHz का क्वॉड-कोर मीडियाटेक प्रोसेसर लगा है। साथ में 1जीबी रैम लगाई गई है। इंटेक्स क्लाउड ब्रीज़ की इंटनरल मेमरी 8जीबी है। माइक्रोएसडी कार्ड से इसे 32जीबी तक बढ़ाया जा सकता है।
कैमरा
इसमें 5 मेगापिक्सल बैक कैमरा लगा है, जिसके साथ एलईडी फ्लैश भी दी गई है। फ्रंट कैमरा 2 मेगापिक्सल है, जिसके जरिए विडियो कॉलिंग भी की जा सकती है।
ओएस और बैटरी
यह स्मार्टफोन ऐंड्रॉयड 4.4 किटकैट ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करता है। इसमें 2300 mAh की बैटरी लगी है। कंपनी का दावा है कि 4-6 घंटों का टॉइकाइम और 20 दिन का स्टैंडबाइ टाइम देती है। इंटेक्स क्लाउज ब्रीज 3G फोन है। इसके अलावा यह वाई-फाई, ब्लूटूथ और जीपीएस जैसे अन्य स्टैंडर्ड कनेक्टिविटी फीचर्स से भी लैस है।
कीमत
कंपनी ने इंटेक्स क्लाउड ब्रीज़ की कीमत 3,999 रुपये रखी है। यह स्मार्टफोन सिर्फ स्नैपडील पर उपलब्ध होगा।
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केंद्र सरकार का बड़ा एक्शन, 70 लाख मोबाइल नंबर हुए सस्पेंड; जानें क्या है कारण
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक बड़ा एक्शन लेते हुए 70 लाख मोबाइल नंबर को सस्पेंड कर दिया है। यानी इन मोबाइल नंबर का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अब आपके जेहन में ही यही सवाल आ रहा होगा कि आखिर सरकार की ओर से यह कदम क्यों उठाया गया है। दरअसल, यह कदम बढ़ते डिजिटल फ्रॉड को देखते हुए उठाया गया है।
इस वजह से हुए मोबाइल नंबर सस्पेंड
सस्पेंड किए गए ये वे मोबाइल नंबर थे जो किसी तरह के संदिग्ध लेन-देन से जुड़े थे। दरअसल, इस मामले को लेकर वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने मंगलवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के समय में डिजिटल पेमेंट को लेकर हो रही धोखाधड़ी को देखते हुए ऐसा किया गया है। बता दें, वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने यह जानकारी डिजिटल पेमेंट को लेकर धोखाधड़ी और इससे जुड़े मुद्दों पर बैठक के बाद दी है।
जनवरी में होगी अगली बैठक
जोशी ने कहा है कि डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए बैंकों को भी निर्देश दिए गए हैं। बैंकों को उनकी प्रक्रियाओं और प्रणालियों को पहले से मजबूत बनाने को कहा गया है। उन्होंने बैठक को लेकर जानकारी देते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर आगे भी बैठकें होती रहेंगी। इसी के साथ मामले पर अगली बैठक अगले साल जनवरी में रखी गई है।
वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AEPS) धोखाधड़ी को लेकर कहा है कि राज्यों को इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है। इसी के साथ राज्य सरकारों को डेटा सुरक्षा को भी मजबूत बनाने पर गौर देना चाहिए।
फ्रॉड के मामले कैसे होंगे कम
विवेक जोशी ने कहा है कि डिजिटल धोखाधड़ी को लेकर जागरुकता बेहद जरूरी है। इस तरह की धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए जरूरी है कि समाज को इन मामलों से अवगत करवाया जाए और जागरुक किया जाए। मालूम हो कि हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी साइबर धोखाधड़ी को लेकर समाज को जागरुक करने की बात पर जोर दिया था।
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